बीकानेर, 6 सितंबर। जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने कहा कि स्कूलों, कॉलेजों और छात्रावासों में बालिकाओं तथा अस्पतालों सहित अन्य कार्यस्थलों पर महिलाओं को सुरक्षित वातावरण मिले, इसके लिए सभी संबंधित विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करें।
जिला कलेक्टर ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित महिला एवं बालिका सुरक्षा संबंधी बैठक में यह बात कही।
उन्होंने कहा कि महिलाओं और बालिकाओं को कार्य और अध्ययन का अनुकूल माहौल और सुरक्षा उपलब्ध करवाना हमारा सामूहिक दायित्व है। इसमें किसी प्रकार की कोताही नहीं हो। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों और कार्यस्थलों पर महिला सुरक्षा से जुड़ी कमेटियां प्रभावी कार्य करें। स्कूलों, महाविद्यालयों, छात्रावासों और अस्पतालों के डार्क स्पॉट क्षेत्रों में निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरा लगवाए जाएं तथा इनकी नियमित मॉनिटरिंग हो। उन्होंने प्रत्येक संस्थान में केमरे लगाने के बाद इसकी अनुपालना रिपोर्ट उपलब्ध करवाने के लिए कहा।
उन्होंने महिला अधिकारिता विभाग को स्कूलों और कॉलेजों में आत्मरक्षा प्रशिक्षण और विशाखा गाइडलाइन पर कार्यशाला आयोजित के निर्देश दिए। इन कार्यशालाओं में विद्यार्थियों को गुड टच-बेड टच की जानकारी भी दी जाए।विद्यार्थियों को सुरक्षित माहौल देने के उद्देश्य से कॉलेज, छात्रावास एवं विद्यालय परिसरों में ‘सेफ्टी वॉक’ निकाली जाए। इस दौरान पूरे केंपस परिसर का अवलोकन किया जाए और सुरक्षा मानकों की अनुपालना सुनिश्चित की जाए।
जिला कलेक्टर ने विद्यालयों, महाविद्यालयों व छात्रावासों के आसपास पुलिस को पेट्रोलिंग करने के निर्देश दिए। किसी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि दिखे तो उस पर नियमित नजर रखी जाए। महिलाओं की सुरक्षा हेतु पुलिस विभाग द्वारा जारी दूरभाष हेल्पलाइन नंबर 87648-52595 को प्रचारित करने के निर्देश दिए। इस दौरान मेडिकल कॉलेज सहित विभिन्न कन्या महाविद्यालयों के प्रतिनिधियों ने अपने कैम्पस में किए जा रहे सुरक्षा प्रबंधनों के बारे में बताया।
बैठक में अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी सुनील बोड़ा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अरविंद, महिला अधिकारिता विभाग की उपनिदेशक डॉ अनुराधा सक्सेना, महिला एवं बाल विकास विभाग उपनिदेशक सुभाष बिश्नोई, बाल अधिकारिता के सहायक निदेशक अरुण सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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