जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ आज शिप्रापथ थाने में जनसुनवाई की। यहां अधिकांश मामले जमीनों से संबंधित आए हैं। इनमें घर पर जबरन कब्जा करना, किराएदार बनकर मकान मालिक को धमकाना, पार्किंग विवाद और हॉस्टल, पीजी से संबंधित मामले हैं। साथ ही एक महिला ने मानसरोवर थाने के तत्कालीन सीआई (6 महीने पहले) और मौजूदा एएसआई पर जमीन पर कब्जा करने के आरोप लगाए हैं। कुछ लोगों ने पुलिस पर ही मिलीभगत करने के आरोप लगाए। वहीं, बीजेपी पार्षद पर भी मारपीट के आरोप लगे हैं।
अधिकांश मामलों में पुलिस एफआर लगा चुकी है। जनसुनवाई के दौरान पुलिस कमिश्नर ने मामलों की फिर से जांच करने के लिए कहा। जनसुनवाई में पहुंचे लोगों ने बदमाशों की बड़े नेताओं के साथ फोटो और वीडियो भी दिखाए। लोगों ने बताया- ये बदमाश इन फोटो और वीडियो के आधार पर डराते-धमकाते हैं। ज्यादातर मामलों में पुलिस की मिलीभगत के भी आरोप लगे।
जनसुनवाई खत्म होते ही सभी अधिकारी निकले, बचे हुए पीड़ित खड़े रह गए
दरअसल, जयपुर पुलिस कमिश्नर की जनसुनवाई सुबह 11:30 बजे शुरू हुई थी। जो एक 1:30 बजे खत्म हो गई। शिप्रा पथ थाने से जयपुर पुलिस कमिश्नर के निकलते ही सभी अधिकारी भी निकलने लगे। मौके पर मौजूद पीड़ितों समझ नहीं आया कि आगे क्या करें। बिना सुने ही अधिकारी मौके से रवाना हो गए।
केस 1- पुलिसवालों ने ही जमीन पर कर रखा कब्जा, धमकाया
जनसुनवाई में पहुंची महिला शाइनी ने बताया- उसकी गजसिंहपुरा में जमीन है। उस पर तत्कालीन मानसरोवर थाने के सीआई दिलीप सोनी और मौजूदा एएसआई भगवान सहाय गुर्जर ने जबरन कब्जा किया हुआ है। इन दोनों ही पुलिस कर्मियों के खिलाफ पहले भी मानसरोवर थाने में शिकायत दी थी। पुलिस के द्वारा कोई एक्शन नहीं लिया गया। अभी भी पीड़िता के गजसिंहपुरा खसरा नंबर 125 से 31, 32 बीघा जमीन पर अलग-अलग लोग कब्जा कर लेते हैं।
लिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ की जनसुनवाई में पहुंची शाइनी ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए।
एएसआई पर धमकाने का आरोप लगाया
जयपुर पुलिस कमिश्नर ने शाइनी को आश्वासन दिया है कि उसकी जमीन पर किसी भी प्रकार का कोई कब्जा नहीं करेगा। दो कोर्ट स्टे होने के बाद भी पुलिस शाइनी की मदद नहीं कर रही थी। इसलिए शाइनी ने जयपुर पुलिस कमिश्नर के सामने अपनी पीड़ा को रखा। शाइनी ने बताया कf मानसरोवर थाने में तैनात एएसआई भगवान सहाय गुर्जर उन्हें धमकाता है। कहता है कि यह मकान भरतपुर के जाट ने बनाया हुआ है। वह बहुत ही खतरनाक आदमी है। अगर उसके बारे में कोई शिकायत की गई तो वह आप लोगों को देख लेगा।
बेटे के अपहरण के आरोपियों को सजा दिलाने के लिए पहुंचे रामेंद्र सिंह।
केस 2- बेटे का किडनैप करने वालों को सजा दिलाने के लिए घूम रहा पिता
श्याम नगर थाना इलाके में रहने वाले रामेंद्र सिंह के बेटे सौरभ सिंह का अपहरण अक्टूबर 2022 में 6 बदमाशों ने किया था। पुलिस ने इस दौरान करीब 4 बदमाशों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने फर्जी रिपोर्ट कोर्ट के सामने पेश की, जिससे चारों बाहर आ गए। पीड़ित ने इस बारे में तत्कालीन श्याम नगर थानाधिकारी को जानकारी दी। उन्होंने घटना की जानकारी होने से मना कर दिया। रामेंद्र ने बताया- धनंजय बागड़ा, रविंद्र मोरनी, युवराज सिंह, हर्ष राजेश चौधरी सहित कई बदमाशों ने उनके बेटे का अपहरण किया था और मारपीट की थी। पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज किया, लेकिन अब तक इस पूरे केस में चालान पेश नहीं किया है।
महेश नगर इलाके में रहन ेवाले आर्यन ने वार्ड पार्षद पर मारपीट का आरोप लगाया.
केस 3- वार्ड पार्षद पर लगे मारपीट के आरोप
आर्यन ने जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जार्ज जोसेफ से शिकायत की है कि उनके महेश नगर इलाके के वार्ड 51 के पार्षद राहुल शर्मा ने 17 दिसंबर को उसके और मां के साथ में मारपीट की। इससे वह और उनकी मां घायल हो गए। शिकायत को लेकर महेश नगर थाने भी पहुंचे, लेकिन पुलिस ने इस संबंध में कोई एफआईआर दर्ज नहीं की। इस पर पुलिस कमिश्नर ने कहा- आप अपने घर चले जाएं पुलिस आने वाले 12 घंटे में आपके केस में एफआईआर दर्ज करेगी। आरोपी की गिरफ्तारी भी होगी। पार्षद राहुल शर्मा वार्ड 51 के पार्षद हैं। उनके द्वारा 17 दिसंबर को देर रात को आर्यन के साथ मारपीट की गई थी।
टीचर नीलम गोयल प्लॉट पर कब्जे की शिकायत लेकर पहुंचीं।
केस 4- प्लॉट पर कब्जा करने का आरोप
एक टीचर नीलम गोयल ने बताया- उनका दुर्गापुरा शांति नगर में एक प्लॉट है। इस पर जबरन भू माफिया भोले शंकर और रामधन सैनी ने कब्जा कर लिया है। साल 2019 में नीलम गोयल ने शिप्रा पथ थाने में शिकायत दी थी। उसके बाद भी अभी तक आरोपी गिरफ्तार नहीं हुए हैं। ना ही वह कब्जा हटा पाए हैं। पीड़िता ने जयपुर पुलिस कमिश्नर को अपनी पीड़ा बताई। जयपुर पुलिस कमिश्नर ने कहा- तत्काल प्रभाव से आरोपियों के खिलाफ आज एक्शन ले लिया जाएगा।
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