जयपुर में कोरोना के तीन नए मरीज मिले:SMS, जेके लोन और टीबी हॉस्पिटल में मिले संक्रमित, अलर्ट मोड पर सरकार
फाइल फाेटो।
जयपुर में कोरोना फिर अपनी दस्तक दे चुका है। जयपुर में तीन कोविड पॉजिटिव मरीज मिले हैं। इनमें एक मरीज सवाई मानसिंह हॉस्पिटल, दूसरा मरीज जेके लोन हॉस्पिटल और तीसरा टीबी हॉस्पिटल में चिह्नित किया गया है। इसमें से एक मरीज भरतपुर, दूसरा मरीज झुंझुनूं और तीसरा दौसा का रहने वाला बताया जा रहा है। हेल्थ डिपार्टमेंट आज शाम जारी होने वाली रिपोर्ट में इन मरीजों की पुष्टि कर सकता है। बता दें कि पिछले 24 घंटे में राजस्थान में कोरोना के 5 नए केस सामने आ चुके हैं। इसके बाद सरकार अलर्ट मोड पर आ गई है।
आरयूएचएस के प्रिंसिपल अजीत सिंह ने बताया- राजस्थान में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर हेल्थ डिपार्टमेंट पूरी तरह से सजक है। आपात स्थितियों को लेकर RUHS में सभी तैयारियां को पूरा कर लिया गया है। बेड की संख्या से लेकर ऑक्सीजन सिलेंडर और दवाइयां की आपूर्ति जैसी सभी जरूरी चीजों की पूर्ति कर ली गई है।
कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर भी केंद्र सरकार की सभी गाइडलाइंस को फॉलो करते हुए हम तैयार हैं। वैसे भी कोरोना का नया वेरिएंट ज्यादा घातक नहीं है। शुरुआती फेज में भी पूरे देश में जो मरीज सामने आए हैं। उनका भी होम आइसोलेशन से ही उपचार किया जा रहा है। सर्दी के मौसम में खांसी, जुकाम और बुखार जैसे मरीज काफी संख्या में आ रहे हैं। इसलिए हमें और ज्यादा सजक और सावधान रहने की जरूरत है।
कोरोना के इस वेरिएंट से भी उन मरीजों पर सबसे ज्यादा असर पड़ेगा जो पहले से किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित है।
दौसा में भी सामने आया कोविड केस
दौसा जिले के नांगल राजावतान क्षेत्र का रहने वाला एक व्यक्ति जयपुर के टीबी हॉस्पिटल की जांच में कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। सांस लेने में परेशानी के बाद उसे दौसा से जयपुर रेफर किया गया था। 48 वर्षीय मरीज 10 साल पहले पत्थर से जुड़ा काम करता था। 4 दिसंबर को सांस लेने में परेशानी हुई। दौसा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके बाद जयपुर में उसका इलाज चला। 14 दिसंबर को उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। 18 दिसंबर को फिर से सांस लेने में परेशानी हुई। 19 दिसंबर को परिजन टीबी अस्पताल जयपुर ले गए। जहां जांच के दौरान वह कोरोना संक्रमित पाया गया। पीड़ित कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज भी लगवा चुका था।
ACS शुभ्रा सिंह ने बुधवार को बैठक लेकर मॉक ड्रिल और गाइडलाइन जारी करने को लेकर निर्देश दिए।
राजस्थान हेल्थ डिपार्टमेंट की ACS शुभ्रा सिंह ने बताया- कोविड का नया सब वैरिएंट सॉर्स कॉव-2 जेएन-1 खतरनाक नहीं है। इस सब वैरिएंट से पॉजिटिव हुए करीब 90 प्रतिशत रोगियों को अस्पताल में भर्ती किए जाने की आवश्यकता नहीं पड़ रही है। घर पर ही आइसोलेशन में रहते हुए सामान्य उपचार से इसके रोगी ठीक हो रहे हैं। इससे घबराने या भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है।
सरकार ने एहतियातन मेडिकल एजुकेशन कमिश्नर शिवप्रसाद नकाते की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय कमेटी का गठन किया है। जो प्रदेश में कोरोना पर काबू करने के लिए काम करेंगे।
मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा
मेडिकल एजुकेशन कमिश्नर शिवप्रसाद नकाते ने बताया- प्रदेश के हॉस्पिटल में जांच और मेडिसिन समेत अन्य सुविधाओं की जांच के लिए 26 दिसंबर को मॉकड्रिल होगी। इसमें सरकारी समेत प्राइवेट हॉस्पिटल में सैंपल टेस्ट, मेडिसिन, बेड और ऑक्सीजन आदि सुविधाओं की जांच की जाएगी। ताकि ग्राउंड पर तैयारियों का रियलिटी चेक सामने आ सके।
इसके साथ ही एसीएस ने सभी कलेक्टर को लेटर लिखकर भारत सरकार की ओर से जारी एडवाइजरी के अनुसार गाइडलाइन जारी करने के भी निर्देश दिए हैं। बैठक में निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश माथुर ने जैसलमेर में मिले दो मरीजों के बारे में भी जानकारी देते हुए बताया कि मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है।
इससे पहले बुधवार शाम को आई मेडिकल डिपार्टमेंट की रिपोर्ट के अनुसार, 470 मरीजों में कोविड की जांच की गई। इनमें दो केस जैसलमेर में सामने आए हैं। जैसलमेर के सीएमएचओ बीएल बुनकर ने बताया कि दोनों युवकों को क्वारेंटाइन किया गया है। दोनों मरीजों के सैंपल को जीनोम सीक्वेंस के लिए लैब भेजा गया है।
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