*जवानों को हिंदू देवी-देवताओं के फोटो दिखाकर हनी ट्रैप कर रहीं पाक की एजेंट*
*REPORT BY SAHIL PATHAN*
जोधपुर सैन्य क्षेत्र से दो दिन पहले ही गनर प्रदीप कुमार पाकिस्तानी महिला एजेंट के जाल में फंसकर सारी सूचनाएं दे रहा था। भारतीय सेना की खुफिया जानकारियां हासिल करने के लिए पाकिस्तान सेना की इंटेलिजेंस यूनिट 412 सिंध के हैदराबाद से हनी ट्रैप मॉड्यूल लॉन्च किया है। इस मॉड्यूल के निशाने पर राजस्थान व गुजरात बॉर्डर के सैन्य ठिकाने में तैनात जवान हैं। इसके लिए पाकिस्तान की महिला एजेंट्स शादी का झांसा देकर भारतीय देवी देवताओं के फोटो दिखाकर सैन्य कर्मियों को अपने जाल में फंसा रही हैं।जाल में फंसते ही वे न्यूड कॉलिंग से जवान की रिकार्डिंग कर उसे खुफिया जानकारियां देने के लिए ब्लैकमेल करती हैं। यह हैदराबाद मॉड्यूल क्या है और कैसे काम करता है… इसका खुलासा हाल में हुए हनी ट्रैपों की खुफिया जांच में हुआ है। खुफिया सूत्रों के अनुसार भारतीय सेना के जवानों व नए अफसरों को फंसाने के लिए पाक सेना की मिलिट्री इंटेलिजेंस ने सिंध के हैदराबाद में टंडो झानियां के पास आर्मी कैंट से यह मॉड्यूल संचालित कर रही है। इस मॉड्यूल में हैदराबाद की स्थानीय वैश्याओं, गरीब लड़कियों, कॉलेज में पढ़ने वाली युवतियों को हायर किया गया है। उन्हें पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव (पीआईओ ) ट्रेनिंग दी जाती है।
*जवान प्रदीप को फंसाने वाली रिया 10 को हनीट्रैप कर चुकी*
पीआईओपी में ट्रेनिंग के बाद इन लड़कियों को होटलों में रूम बुक कर मेकअप किट दिया जाता है। युवतियों रिया, पूजा, अवनी, अनिका, हरलीन, मुस्कान जैसे नाम देकर हिंदू पहचान दी जाती है। प्रदीप को जाल में फंसाने वाली मिलिट्री नर्सिंग सर्विस की नर्स बनी रिया अब तक 10 को फंसा चुकी है। एजेंट बनाई गई ये युवतियां पाकिस्तानी सेना के कैप्टन रैंक के अफसर के अधीन काम करती हैं।
वह इन्हें सोशल मीडिया में ओपन सोर्स इंटेलिजेंस के माध्यम से सोशल मीडिया पर भारतीय सेना, पुलिस, रेलवे, बीएसएफ से जुड़े लोगों की पहचानकर उनकी आईडी देते हैं। होटल के कमरे में छोटा मंदिर बनाकर शिव पार्वती या अन्य देवी देवताओं के फोटो लगाकर पूजा घर बनाती हैं। फिर पहले सामान्य वीडियो कॉल और बाद में न्यूड कॉल कर ब्लैकमेल करती हैं।
*फ्री न्यूड कॉल और पैसों के लालच में देश से गद्दारी कर बैठते हैं ऐसे जवान*
न्यूड वीडियो रिकॉर्ड से घबराया जवान महिला एजेंट के सामने सरेंडर कर लेता है। इसके बाद उससे सेना के गुप्त दस्तावेज मंगवाने शुरू करती हैं। सीक्रेट डॉक्यूमेंट के बदले पेमेंट देने के लिए भारत में मौजूद स्लीपर सेल को बिटकॉइन से पैसा ट्रांसफर होता है। स्लीपर सेल वाला कैश डिपॉजिट मशीन में कैश डालकर या फेक आईडी से बने पेटीएम से पैसा जवान के खाते में ट्रांसफर करता है।
*मारवाड़ी, पंजाबी में बात कर आसानी से शिकार, लोकल नंबर भी ले लेती हैं*
महिला एजेंट बाकायदा साड़ी और सलवार कुर्ती पहनती है या नर्सिंग सर्विस की यूनिफार्म। वे जवानों से मारवाड़ी या पंजाबी में बात करती हैं। कुछ लड़कियां तो गुजराती तक में बात करती पकड़ी गई हैं। इन्हें स्थानीय भाषा सिखाई जाती है। इसके अलावा भारतीय मोबाइल नंबर +91 का वॉट्सएप बनाने के लिए आम नागरिकों से दोस्ती करती हैं। ओटीपी हासिल कर लोकल नंबर का वॉट्सएप शुरू हो जाता है।
*भारतीय सरहद पर पाक सिम के इस्तेमाल पर प्रतिबंध 6 माह बढ़ा*
भारतीय सरहद खासकर जैसलमेर में पाकिस्तानी मोबाइल कंपनियों के सिम के इस्तेमाल पर राज्य सरकार ने प्रतिबंध की अवधि 6 माह बढ़ा दी है। इससे पहले जैसलमेर कलेक्टर ने दो माह के लिए रोक लगाई थी। सरकार ने भारतीय दंड संहिता 1973 की धारा 144 के तहत शक्तियों का उपयोग करते हुए यह आदेश जारी किया है। गृह विभाग की संयुक्त सचिव सीमा कुमार की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि जैसलमेर से लगने वाली सीमा पर घुसपैठिए व राष्ट्र विरोधी तत्व देश के खिलाफ गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं।क्योंकि, जैसलमेर जिले की सीमा के तीन-चार किलोमीटर तक पाकिस्तानी मोबाइल कंपनी का नेटवर्क आता है। ऐसे में पाकिस्तानी लोकल सिम और इस नेटवर्क के जरिए आसानी से संपर्क किया जा सकता है। यही नहीं पाक सीमा पर पीएसओ, ई-मेल, इंटरनेट के माध्यम से विदेशी कॉल्स या संदेश का उपयोग कर जन सुरक्षा का खतरा बन सकते हैं। या फिर शांति को भंग कर सकते हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा पर खतरे की आशंका को देखते हुए पाकिस्तानी लोकल सिम के उपयोग पर प्रतिबंध बढ़ाया गया है। इसके तहत जिले के किसी भी क्षेत्र में कोई भी व्यक्ति इस सिम का उपयोग कर सकेगा न ही इसकी अनुमति दी जा सकेगी। आदेशों का उल्ल्ंघन करने वालों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
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