सब खैरियत है….
जादूगर जी दे गये जादू की झप्पी!
बीते दिनों बीकानेर दौरे पर आये प्रदेश की सत्ता के जादूगर जी यहां मुस्लिम कांग्रेसी नेताओं को जादू की ऐसी झप्पी दे गये ,जिसकी चर्चाएं अभी तक गरम है। हूआ यूं कि नगर विकास न्यास चैयरमेनशीप को लेकर शक्ति प्रदर्शन करते घूम रहे मुस्लिम कांग्रेसी नेताओं ने जादूगर जी के बीकानेर आगमन पर दूरिया बना कर बहिष्कार की खबर वायरल करवा दी। यह मामला मीडिया की सुर्खिया बनने लगा तो जादूगर जी ने उन्हे सर्किट हाउस में मुलाकात का बुलावा भेज दिया। बुलावा मिलते ही कांग्रेसी मुस्लिमों की पूरी मंडली सर्किट हाउस आ पहुंची। उम्मीद थी कि जादूगर जी ने उन्हे न्यास चैयरमेनशीप का तोहफा देने के लिये बुलाया है । लेकिन जादूगर जी ने उनसे स्वागत की मालाएं पहनी गुलदस्ता लिया और जादू की झप्पी देकर समझा दिया कि आप लोगों ने बहुत देर कर दी। फिर भी चैयरमेनशीप हासिल करने की मंशा है,तो अपनी मंडली के किसी उर्जावान चेहरे का नाम सजेस्ट कर दो । मैं उसका नाम आला कमान तक पहुंचा दूंगा। इसके बाद कांग्रेसी मुस्लिम नेता सरगर्मी से अपनी मंडली में किसी उर्जावान चेहरे की तलाश में जुटे हुए है। इसलिये फिलहाल सब खैरियत है।
सुर्खियों में आ गया नामी सरपंच
नोखा इलाके का एक नामी सरपंच अपने कारनामों के कारण खासी सुर्खियों में आ गया। पता चला है कि इलाके का यह नामी सरपंच ना सिर्फ कांग्रेस के किसान केसरी का पक्का सिपहासालार है,बल्कि कामधंधे में भी उनका पार्टनर है। अभी हाल ही में हनी ट्रेप की चपेट में आने के बाद खाकी वालों ने इस सरपंच की कुण्डली खंगाली तो कई चौंकाने वाले कारनामें सामने आ गये है । पता चला है कि साथ बैठकर उल्टी चाल चलने में माहिर यह सरपंच अपने गांव के एक नौजवान की संदिग्ध हालातों में हुई खुदकुशी के मामले में भी नामजद हो चुका है। खबर है कि हर बार किसान केसरी की जय जयकार कर खाकी के शिंकजे से बच निकलने वाले इस नामी सरपंच की कुण्डली अब ऊपर तक पहुंच गई है,मगर फिलहाल सब खैरियत है।
सिस्टम के नकारा अफसरों की विदाई तय
सीएम विजिट के बाद बीकानेर के सिस्टम में हलचल सी मची हुई है । वजह यह कि तुफानी अंदाज में दो दिवसीय दौरे पर आये सीएम सॉब ने अपनी बजट घोषणाओं समेत कल्याणकारी योजनाओं को लेकर बीकानेर के कई अफसरों को सर्किट हाउस में बुलाकर उनसे योजनाओं की क्रियान्वति को लेकर फीडबेक लिया तो ज्यादात्तर अफसर बगले झांकने लगे । सुशासन का दावा करने वाले सीएम सॉब ने जब बीकानेर के इन अफसरों की कुण्डली खंगाली तो इनमें ज्यादात्तर अफसर दागी निकले। उन्हे हैरानी हुई कि इनमें से ज्यादात्तर अफसर बीकानेर के सिनियर कैबिनेट मंत्री की डिजायर वाले थे। पता चला है कि सीएम सॉब ने इन अफसरों को अपनी हिटलिस्ट में शामिल कर लिया और अभी हाल में शिक्षा निदेशालय के एक अफसर को निपटा भी दिया है। माना जा रहा है कि जल्द ऐसे कई अफसरों की बीकानेर से विदाई तय है मगर फिलहाल सब खैरियत है।
आंखो में रडक़ने लगा हाईवोल्टेज अफसर
एक केन्द्रीय और तीन राज्य सरकार के मंत्रियों का जिला होने बावजूद बीकानेर के हालात दुखदायी बने हुए है। विकास के नाम पर जिले में रुपया पानी की तरह बहाया जा रहा है,लेकिन धरातल पर विकास नजर ही नहीं आता। इतना ही नहीं मंत्रियों और अफसरों की नाकामी से बीकानेर के हिस्से की सौगाते दूसरे जिलों मे शिफ्ट हो रही है। मंत्रियों की मेहरबानी से सिस्टम में तैनात अफसर यहां अपनी परर्फोमेंस दिखाने के बजाय मजे मारने में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे है। सत्ता के दलाल भी यहां अफसरों के स्वागत अभिनदंन की हौड़ में जुटे है। हालांकि डिविजनल हैड क्वार्टर पर आये हाईवोल्टेज वाले एक अफसर ने यहां अपना करंट दिखाना शुरू किया है लेकिन यह अफसर भी अब सत्तायी दलालों की आंखों में रडक़ने लगा है,मगर फिलहाल सब खैरियत है।
मुकाबलें में नंबर मार गया गोविन्दा
बाबा साहब की जयंति के मौके पर आयोजित रैलियों में भीड़ जुटाने के लिये अर्जुन वर्सेज गोविन्दा के बीच हुए सियासी मुकाबलें में गोविन्दा धमाकेदार अंदाज में बाजी मार ले गया। शानदार हुई गोविन्दा की रैली में भीड़ का आलम देखकर अर्जुन के सिपहासालार दंग रह गये। मजे कि बात तो यह है कि गोविन्दा ने अपनी रैली में भीड़ जुटाने का जिम्मा पार्टी के तमाम छोटे बड़े नेताओं को सौंप रखा था,लेकिन बड़े नेता फिसड्डी साबित हुए और छोटे नेताओं ने भीड़ जुटाने का आंकड़ा उम्मीद से पार कर दिखाया। इधर अर्जुन लॉबी केतमाम नेता रैली में ना तो भीड़ जुटा सके और ना ही कोई खास करिश्मा ! रैलियों के इस मुकाबलें के बाद दूर तक सुनाई दे रही गोविन्दा की गूंज से अर्जुन लॉबी की हवाईयां सी उड़ी हुई है। वैसे गोविन्दा की रैली में जोरदार रंगत नजर आई लेकिन मंच पर खड़े कई चर्चित भाई लोगों के चेहरे अखर रहे थे। मगर फिलहाल सब खैरियत है।

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