जाली नोट बनाने वाले अंतरराजीय गिरोह की नकेल बीकानेर पुलिस के हाथ : राजस्थान पुलिस की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई
बीकानेर। बीकानेर में दो करोड़ 74लाख रुपए की जाली भारतीय मुद्रा की बरामदगी के साथ ही बीकानेर पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया है।बीकानेर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक ओम प्रकाश पासवान की अगुआई में चलाये गये इस संपूर्ण ऑपरेशन में बीकानेर पुलिस ने भारतीय मुद्रा छापने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस संदर्भ में आयोजित पत्रकार वार्ता में बीकानेर रेंज महानिरीक्षक पुलिस ओम प्रकाश पासवान ने बताया कि गत 23 जुलाई को बीकानेर महा निरीक्षक की टीम को बड़ी मात्रा में करोड़ों रुपए गाड़ियों में भरकर कोलकाता ले जाने की फिराक में होने की सूचना मिली थी। जिसके बाद कार्यवाही करते हुए भारतीय जाली मुद्रा के कुल 2 करोड़ 74 लाख रुपए बरामद कर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि प्राप्त सूचना के अनुसार जयपुर रोड स्थित वृंदावन एंक्लेव कॉलोनी के मकान नंबर 670 के प्रथम फेस में रवि कांत जाखड़ नरेंद्र शर्मा ऑफ विक्की व मालसन शर्मा के कब्जे से भारी मात्रा में नकली भारतीय जाली मुद्रा बरामद की गई यह जाली मुद्रा छापने के साथी हवाला के जरिए जाली मुद्रा चलाकर ठगी का कार्य करते हैं।इसके बाद इनके तीन अन्य साथियों चंपालाल शर्मा उर्फ नवीन सारस्वत, पूनमचंद शर्मा, राकेश सारस्वत को भी गिरफ्तार किया गया।पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार नकली भारतीय मुद्रा प्रिंट करके हवाला के जरिए सप्लाई करने वाली गैंग का मुख्य सरगना चंपालाल शर्मा उर्फ नवीन सारस्वत है। उनकी टीम द्वारा देश के सभी शहरों जिनमें दिल्ली कोलकाता, मुंबई, पुणे, चेन्नई,बेंगलुरु, पटना, गुवाहाटी, शिलांग, लुधियाना, चंडीगढ़, सूरत, अहमदाबाद, वृंदावन, बनारस, गाजियाबाद आदि शहरों में निरंतर नकली नोट के माध्यम से भेजे गए हैं। यह गिरोह संपूर्ण भारत में अब तक लगभग करोड़ों रुपए भारतीय जाली मुद्रा बाजार में हवाला के जरिए खपा चुका है तथा इस गिरोह के सभी सदस्यों के शौक बड़े महंगे हैं तथा महंगे कपड़े पहनना, गाड़ियां रखना, महंगे होटलों में ठहरने लाखों रुपए लड़कियों पर उड़ाना , जुआ सट्टे में बड़ी रकम लगाना और नशे जैसे एमडी अफीम के आदि हैं ।इस गैंग के मुखिया चंपालाल शर्मा उर्फ नवीन सरस्वत के खिलाफ पूर्व में भी नोटबंदी के समय हवाला के 5 करोड़ रुपए बरामद होने पर बीछवाल थाने बीकानेर में मुकदमा दर्ज है तथा साथ ही इसके खिलाफ एक मुकदमा इंफाल मणिपुर में भी दर्ज है। इन मुलजिमों से पूछताछ के दौरान इन्होंने दीपक मोची निवासी लूणकरणसर, सूरपुरा निवासी गजेंद्र प्रसाद, बाबू सिंह राजपुरोहित निवासी किशनासर का नाम लिया। बीकानेर में हुई इस कार्यवाही की भनक लगते ही इस टीम के मुख्य आरोपी दीपक रेगर को पकड़ने का प्रयास भी किया गया। परंतु दीपक हरियाणा पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया जहां बाद में करनाल पुलिस ने कड़ी नाकाबंदी के दौरान उसे गिरफ्तार किया है। जिसे वापस बीकानेर लाने के लिए बीकानेर पुलिस की एक टीम करनाल हरियाणा रवाना की गई है। इस सारे घटनाक्रम में आरोपियों से जाली नोट सहित विभिन्न अत्याधुनिक गाड़ियां प्रिंटर सहित जाली नोट बनाने का सामान जप्त किया गया है। इस संपूर्ण कार्यवाही में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर आईपीएस अमित कुमार बुडानिया उप पुलिस अधीक्षक नरेंद्र कुमार पुनिया पुलिस निरीक्षक विश्वेश्वर प्रसाद जांगिड़ पुलिस निरीक्षक मनोज शर्मा हेड कांस्टेबल नानू राम गोदारा दीपक यादव कानदान संदीप जांदू रामप्रताप शायद सुनील कुमार हरिओम वासुदेव सवाई सिंह व देवेंद्र की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इसके साथ ही आमजन हेतु दो हजार तथा 500 के नकली नोटों की सीरीज भी पुलिस द्वारा जारी की गई है जो इस गिरोह द्वारा बाजार में खपाए गए हैं।
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