थानागाजी में डॉ. किरोड़ी की सभा, सरिस्का कूच किया:बोले- अफसर हड़प रहे जंगल की जमीन, अवैध होटल बनवा रहे
थानागाजी में जुटी बड़ी भीड़।
सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा सरिस्का के जंगल को बचाने और स्थानीय को रोजगार दिलाने सहित कई मुद्दों को लेकर थानागाजी में कई हजार लोगों की भीड़ के साथ जुटे। बड़ी तादाद में जुटे लोगों के साथ किरोड़ी लाल मीणा ने सरिस्का की तरफ कूच किया।
डॉ किरोड़ी ने एक दिन पहले ही सरिस्का के मौजूदा बड़े अफसरों पर वन विभाग की जमीन पर कब्जा करने के आरोप लगाए थे। इतना तक कहा कि अवैध होटल बनवाने में सरिस्का के अफसर मिले हुए हैं। इन होटलों में स्थानीय को रोजगार तक नहीं मिलता। वहीं ERCP योजना को लेकर प्रदेश की कांग्रेस सरकार को घेरने की तैयारी है। इन सब मसलों पर व थानागाजी के ग्रामीणों के बीच पहुंचे।
8 से 10 KM पैदल भी निकलेंगे
थानागाजी में राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल में बड़ी भीड़ पहुंची। लोगों को संबोधित कर किरोड़ी लाल मीणा ने पैदल कूच का ऐलान किया। वे 10 किलोमीटर की पैदल रैली निकाल सकते हैं। वे सरिस्का गेट की तरफ आगे बढ़े। इसके बाद सरिस्का के जंगल को बचाने को लेकर प्रशासन के अधिकारियों को ज्ञापन देंगे।

थानागजी में कई हजार लोगों की भीड़ जुटी। अब सरिस्का गेट की तरफ निकले।

थानागाजी के सरकारी स्कूल में किरोड़ी की जनसभा में पहुंचे लोग।
कई अफसरों को नाम लेकर कहा
डॉ किरोड़ी ने सरिस्का में मौजदूा फील्ड डायरेक्टर आरएन मीणा सहित तीन पूर्व अधिकारियों का नाम लेकर कहा कि इन्होंने खुद ने सरिस्का की जमीन पर अतिक्रमण किया हुआ है। ये सरिस्का के जंगल से लगती छोटी जमीन खरीदते हैं और फिर आसपास की जमीन पर अतिक्रमण कर लेते हैं।
सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाते हुए पहाड़ों से आने वाले पानी यानी वाटर फ्लो को भी रोक देते हैं। ऐसे अफसरों के कारण सरिस्का में अवैध होटलें बन गई हैं। एक तरह आम किसान व पशुपालक को जरा भी कॉमर्शियल गतिविधि नहीं करने देते हैं। जबकि उनके पूर्वज वहां रहते आए हैं। दूसरी तरफ बड़े लोगों के आगे अफसर चुप्पी साध बैठ जाते हैं। खुद को मौका मिलने पर सरकारी जमीनों को अतिक्रमण कर लेते हैं। मौजूदा फील्ड डायरेक्टर पर लगाए आरोपों पर बात करने का प्रयास किया गया। लेकिन, उनका फोन नोट रिचेबल आता रहा।
होटलों में स्थानीय को रोजगार भी नहीं
डॉ किरोड़ी मीणा का कहना है कि सरिस्का के क्षेत्र में अवैध होटलें बन गई हैं। जो अलवर की जमीन व पानी इस्तेमाल करते हैं। लेकिन, रोजगार बाहर के लोगों को देते हैं। यह हमारे युवाओं के साथ अन्याय है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अभी हम बड़ी संख्या में रैली निकाल कर ज्ञापन देंगे।
सरकार ने अवैध गतिविधियों को नहीं रोका और अवैध अतिक्रमण को नहीं हटाया तो बहुत जल्दी यह आंदोलन बड़ा हो सकता है। वहीं, ईआरसीपी को लेकर सरकार को घेरने पहुंचे हैं। उनका कहना है कि सरकार ईआरसीपी में गांवों के बांधों को नहीं जोड़ रही है। ऐसा नहीं होने से जनता का भला नहीं हो पाएगा।

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