*नापाक साजिश: सांबा में अंतरराष्ट्रीय सीमा से 150 मीटर अंदर मिली सुरंग, सुंजवां में फिदायीन हमले से जुड़ रहे तार*
सांबा जिले से लगने वाली अंतरराष्ट्रीय सीमा पर आतंकी घुसपैठ करवाने के लिए सुरंग बनाने की साजिश रची गई है। इसको सुरक्षा एजेंसियों ने नाकाम कर दिया है। इलाके में गश्त तेज कर दी गई है।
*REPORT BY SAHIL PATHAN*
जम्मू के सुंजवां में 22 अप्रैल की सुबह हुए फिदायीन हमले की जांच के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सांबा बॉर्डर से बड़ी सुरंग मिली है। सांबा सेक्टर की चक फकीरा बॉर्डर आउट पोस्ट के नजदीक यह सुरंग बीएसएफ के विशेष तलाशी अभियान में मिली है। बुधवार शाम को सुरंग मिलते ही छानबीन को तेज कर दिया गया। सूत्रों ने बताया कि भारतीय क्षेत्र में मिला सुरंग का मुहाना अंतरराष्ट्रीय सीमा से करीब 150 मीटर अंदर और तारबंदी से 50 मीटर के फासले पर है।

*सुरंग की जांच वीरवार सुबह से और कड़ी निगरानी में होगी*
हालांकि बीएसएफ की ओर से बुधवार को अंधेरा होने की वजह से सुरंग की जांच को अब वीरवार को सुबह होने पर आगे बढ़ाने की बात कही गई है। खुफिया सूत्रों ने बताया कि विशेष सुरंग जांच अभ्यास के दौरान बीएसएफ की एक टुकड़ी को बुधवार शाम 4.45 बजे सुरंग का पता चला।जवानों की नजर घास पर पड़ी, जिसके नीचे की मिट्टी में खोदाई की गई थी। घास को हटाया गया तो उसके नीचे हरे रंग का प्लास्टिक बैग नजर आया। जांच आगे बढ़ी तो सुरंग का मुहाना खुल गया। आशंका जताई जा रही है कि बड़े हमले की फिराक में सुंजवां पहुंचे दोनों फिदायीन इसी सुरंग से घुसपैठ कर दाखिल हुए थे। दोनों आतंकियों को ट्रक चालक सांबा से ही बैठाकर जम्मू ले गया था।
*पाकिस्तान की चमन खुर्द चौकी के सामने से खोदी गई है सुरंग*
सूत्रों ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सुरंग की पूरी लंबाई का अभी पता नहीं चल पाया है, लेकिन इसे पाकिस्तान की चमन खुर्द पोस्ट के सामने से खोदा गया है। पाकिस्तानी पोस्ट की यहां से दूरी महज 900 मीटर की है। सुरंग से चक फकीरा पोस्ट 300 मीटर और चक फकीरा गांव से 700 मीटर की दूरी है।
*बीएसएफ की अभेद्य निगरानी से बचने के लिए सुरंग का हथकंडा*
अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की हरकत पर नजर रखने के लिए सीमा सुरक्षा बल ने अत्याधुनिक उपकरणों के साथ सुरक्षा ग्रिड तैयार किया है। सीआईबीएमएस यानी कॉम्प्रिहेंसिव इंटीग्रेटेड बॉर्डर मैनेजमेंट सिस्टम से आतंकी घुसपैठ के मंसूबे लगातार नाकाम हो रहे हैं।यह सिस्टम किसी भी मौसम में मानव हलचल को पकड़ लेता है। कई बार आतंकी घुसपैठ की कोशिशों को इसी सिस्टम की मदद से ऐन मौके पर नाकाम कर दिया गया है। यही वजह है कि पाकिस्तान सुरंगें खोदकर आतंकियों को इस पार धकेलने की कोशिशें कर रहा है।
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