बीकानेर, 2 सितंबर। स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से शनिवार को “नो बैग डे” के अवसर पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर तंबाकू के विरुद्ध जागरूकता गतिविधियां आयोजित की गई। जिले भर के सरकारी निजी विद्यालयों में तंबाकू निषेध संबंधी व्याख्यान, पत्र लेखन, पोस्टर मेकिंग व प्रश्नोत्तरी जैसे कार्यक्रम आयोजित हुए। जिला स्तरीय मुख्य कार्यक्रम स्थानीय सादुल उच्च माध्यमिक विद्यालय बीकानेर में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मोहम्मद अबरार पंवार ने बच्चों को बताया कि तंबाकू से मुख व फेफड़े के कैंसर संबंधी मामले बढ़ते जा रहे हैं, साथ ही उच्च रक्तचाप, डायबिटीज, हृदय रोग व स्ट्रोक के पीछे भी 50% से अधिक मामलों में तंबाकू होता है। बच्चों को तो इससे दूर रहना ही है अपने प्रिय जनों को भी इसे छोड़ने के लिए प्रेरित करना है। जिला आईईसी समन्वयक मालकोश आचार्य ने तंबाकू कंपनियों द्वारा बच्चों को अपना कस्टमर बनाने हेतु किए जा रहे मार्केटिंग प्रयासों से आगाह किया और उनके जाल में ना फंसने के लिए जागरूक किया। प्रधानाचार्य यशपाल तंवर द्वारा राजकीय सादुल स्कूल को तंबाकू मुक्त विद्यालय बनाने और 100 गज के दायरे में तंबाकू विक्रय को रोकने संबंधी अपने अनुभव साझा किए गए। बच्चों द्वारा तंबाकू उपयोग करने वाले अपने अभिभावकों के नाम मार्मिक पत्र लिखे गए जिन्हें वे स्वयं उन्हें सुपुर्द करेंगे तथा श्रेष्ठ पत्र लिखने वाले छात्र को पुरस्कृत किया जाएगा।
इस अवसर पर उप प्रधानाचार्य इरफान जोईया, तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ के सामाजिक कार्यकर्ता कमल पुरोहित, विद्यालय के शिक्षक व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। डॉ अबरार ने सभी उपस्थित जन को तंबाकू निषेध की शपथ भी दिलाई। उन्होंने स्वीप कार्यक्रम के अंतर्गत शिक्षकों व छात्र-छात्राओं को मतदान के अधिकार, लोकतंत्र की महिमा और मतदान प्रणाली के बारे में भी जानकारी दी।
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