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नौ गैंगों के हार्डकोर अपराधियों सहित 1550 से अधिक बंदियों की शरणस्थली बीकानेर जेल में सुधार और स्वावलंबन के कार्य निर्बाध गति से जारी ! देखे विडियो

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नौ गैंगों के हार्डकोर अपराधियों सहित 1550 से अधिक बंदियों की शरणस्थली बीकानेर जेल में सुधार और स्वावलंबन के कार्य निर्बाध गति से जारी

बीकानेर जेल में बंदियों के लिए लाइब्रेरी सहित उद्यम आधारित शिक्षा का प्रवाह


बीकानेर। 1550 से अधिक बंदियों की शरण स्थली बीकानेर जेल में कैदियों को आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाने के लिए जिस प्रकार के विकास कार्य किए जा रहे हैं वे अपने आप में अनुकरणीय है।
राज्य की लगभग 110 जेलों में से 10 केंद्रीय कारागृह है।जिनमें बीकानेर भी एक है।इस बीकानेर जेल में 1550 से अधिक कैदी वर्तमान में रह रहे हैं।जिनमें 9 गैंगों के हार्डकोर अपराधी भी शामिल है। यहां सीमा पार पाकिस्तान से आए खतरनाक अपराधी भी है, जिनमे एक खूंखार आतंकवादी भी है। उल्लेखनीय है कि इस जेल में आनंदपाल और लॉरेंस बिश्नोई जैसे गैंगस्टर भी एक जमाने में रहे हैं। जेल पुलिस अधीक्षक आर अनंतेश्वर का कहना है कि जेल में रह रहे कैदियों को मुख्यधारा से जोड़ना ही जेल प्रशासन का प्रमुख दायित्व है। इसी को निभाते हुए जेल में कैदियों को स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न विकास कार्य किए जा रहे हैं।उन्होंने बताया कि विशिष्ट गलीचों के लिए विख्यात इस जेल में एक बार फिर से गलीचे बनाने का कार्य शीघ्र ही प्रारंभ करने का प्रयास किया जा रहा है तथा जल्द ही लोगों के घरों में बीकानेर जेल से बने गलीचे दिखाई पड़ने लगेंगे , इस दिशा में जेल प्रशासन पूरी कार्ययोजना बनाकर प्रयास की ओर अग्रसर है।
यही नहीं जेल में एक लाइब्रेरी जिसमें 7500 से अधिक किताबों की लाइब्रेरी हैं ताकि बंदियों का मानसिक और बौद्धिक विकास हो सके। विभिन्न ने खेती-बाड़ी के कार्य किए जा रहे हैं।नाबार्ड के साथ मिलकर कौशल आधारित विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। सहकारिता विभाग की कैंटीन, इलेक्ट्रॉनिक्स के ट्रेनिंग कार्यक्रम, नर्सरी, स्क्रीन प्रिंटिंग, आईटीआई, इंदिरा गांधी खुला विश्वविद्यालय के 30 से अधिक स्नातक एवं स्नातकोत्तर के कार्यक्रम यहां बदस्तूर जारी हैं। नर्सरी के माध्यम से यह बंदी ऐसी पौध तैयार करते हैं जो विभिन्न सरकारी संस्थानों में भिजवाई जाती है ताकि पौधारोपण में योगदान हो सके।
एक अनौपचारिक बातचीत में उन्होंने माना कि जेल में विभिन्न प्रकार के बंदी तथा विभिन्न समस्याएं देखने को मिलती हैं परंतु जेल प्रशासन का एकमात्र दायित्व किसी भी प्रकार से इन कैदियों को सही दिशा की ओर प्रेरित करना है ताकि यह विध्वंस का रास्ता छोड़कर एक बार पुनः रचनात्मकता की ओर अग्रसर हो सके।

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