पुलिस कस्टडी में मौत का मामला:चार पुलिस कर्मियों पर बीकानेर में हत्या का मामला दर्ज, नागौर पुलिस को भेजा
नागौर के मेड़ता में राजू बावरी की पुलिस कस्टडी की मौत के मामले में यहां सदर थाने में हत्या का मामला दर्ज किया गया है। सदर पुलिस ने ये एफआईआर अब नागौर एसपी को भेज दी है, जिसकी आगे की जांच वहीं से होगी। दरअसल, राजू बावरी को घायल अवस्था में बीकानेर लाया गया था, जहां उसकी मौत हो गई। इसके बाद तीन दिन तक परिजन व दो विधायक धरने पर बैठे थे। समझौते में तय हुआ था कि नागौर पुलिस के उन कार्मिकों पर हत्या का मामला दर्ज होगा, जो राजू को लेकर बस में जा रहे थे।
आरोप है कि राजू को पीटा गया और बाद में उसे बस से फैंक दिया गया। पुलिसकर्मियों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस शुरूआत में ये एफआईआर दर्ज करने के लिए तैयार नहीं थी लेकिन समझौते के तहत एफआईआर दर्ज हो गई है। संबंधित थाना इंचार्ज के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है। पूरे मामले की जांच सीआईडी सीबी को सौंपी गई है, जो अगले कुछ दिन में शुरू हो जाएगी। जीरो नंबर एफआईआर नागौर पहुंचने के बाद वहां दर्ज होगी और इसके बाद मामले से जुड़े तमाम कागजात सीआईडी सीबी के सुपुर्द किए जाएंगे। जहां से इस मामले की नए सिरे से छानबीन की जाएगी। जांच अधिकारी भी सीआईडी सीबी की ओर से तैनात किया जाना है।
इनके खिलाफ मामला दर्ज
मृतक के पिता ओम प्रकाश ने मेड़ता सिटी थाना एसएचओ भजनलाल, मूंडवा थाना एसएचओ रोशन लाल समीरा, हेड कांस्टेबल जेठाराम,सिपाही महेंद्र और एक अज्ञात के खिलाफ सदर थाने में हत्या का मामला दर्ज करवाया है। एफआईआर में आरोप है कि उसके बेटे के शरीर पर चोटों के निशान है। उसके पिता ने एससी, एसटी एक्ट के तहत भी मामला दर्ज कराया है।
क्या है मामला?
दरअसल, नागौर के रैण निवासी राजेश उर्फ राजू बावरी की पांच जून की रात बस से कूदने से मौत हो गई। बाइक चोरी के मामले में उसे हिरासत में लेकर बीकानेर से मेड़ता सिटी ले जाया जा रहा था। उसने पीबीएम अस्पताल के ट्रोमा सेंटर में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। राजू की मौत के विरोध में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी आगे आई। पार्टी के दो विधायक इंद्रा बावरी और पुखराज गर्ग ने यहां मोर्चरी पर धरना दिया। जिसके बाद संभागीय आयुक्त नीरज के. पवन की मध्यस्थता से समझौता करवाया गया।
Add Comment