फिलिस्तीनियों से कपड़े उतरवाकर सरेंडर कराया:सिर्फ अंडरवियर में बंदूकें छोड़ते दिख रहे लोग; इजराइल बोला- हार मानने को तैयार नहीं याह्या सिनवार
लीक हुए फुटेज में एक शख्स को निर्वस्त्र सरेंडर करते हुए देखा जा सकता है।
गाजा में सरेंडर करते फिलिस्तीनियों का एक वीडियो लीक हुआ है। इसमें किसी के तन पर कपड़े नहीं हैं, लोग सिर्फ अंडरवियर में खड़े दिखाई दे रहे हैं। इसके बाद एक शख्स आगे आता है, इसके हाथ में गन है इजराइली सैनिक इसे धीरे-धीरे आगे बढ़ने को कह रहा है। इसके बाद शख्स जमीन पर बंदूक रख वापस लौट जाता है।
टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक इजराइली सेना मानने लगी है कि हमास अब बिखरने लगा है। निर्वस्त्र फिलिस्तीनियों की तस्वीरें दो दिन से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही थीं। हालांकि, इजराइल इन पर चुप्पी साधे हुए था।
निर्वस्त्र कर फिलिस्तीनियों से सरेंडर कराने का सोशल मीडिया पर विरोध हो रहा है। लोगों ने इसकी तुलना ISIS और हिटलर से की है। इस बीच इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के एडवाइजर मार्क रेगेव ने कहा- मिडिल ईस्ट में काफी गर्मी पड़ रही है इसलिए कपड़े उतरवाए हैं इसमें कुछ विवादित नहीं है।
वहीं, IDF के प्रवक्ता डेनियल हागरी ने बताया है कि कई आतंकियों ने सरेंडर किया है। हालांकि, इनकी संख्या नहीं बताई है। इजराइल के मुताबिक इन आतंकियों ने IDF को काफी जानकारी दी है। उन्होंने बताया है कि खराब हालातों के बावजूद हमास चीफ याह्या सिनावर हार मानने को तैयार नहीं है।
रविवार को इजराइल ने लेबनान बॉर्डर पर भारी बमबारी की है।
कहां है याह्या सिनवार
शनिवार को इजराइली मीडिया हाउस कान ब्रॉडकास्टर्स ने दावा किया है कि याह्या सिनवार जंग की शुरुआत में ही छिपकर उत्तरी गाजा छोड़ चुका है। इजराइल के मुताबिक वो आम लोगों की गाड़ी में बैठकर खान युनिस चला गया था।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने फिलिस्तीन के विदेश मंत्री मोहम्मद शतयेह से फोन पर बात की। इस दौरान दोनों देशों ने एक-दूसरे से संपर्क में रहने और बातचीत करते रहने का वादा किया है। जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बताया कि उन्होंने फिलिस्तीन के विदेश मंत्री से कहा है कि फिलिस्तीन के मुद्दे पर भारत के रुख में कोई बदलाव नहीं आया है।
दोनों ने गाजा और वेस्ट बैंक के हालातों पर भी चर्चा की है। दूसरी तरफ इजराइल का कहना है कि हमास आतंकी जरूरत का सामान गाजा के लोगों तक पहुंचने नहीं दे रहे हैं। वो खाना चुरा रहे हैं। जरूरत का सामान लेने पहुंचे लोगों से मारपीट करने के बाद आतंकी ये सामान लेकर भाग रहे हैं।
इजराइली सेना ने इसका एक वीडियो जारी किया है। इसमें हमास आतंकी राहत सामग्री चोरी करते दिख रहे हैं। सेना ने वीडियो के साथ लिखा- गाजा के लोगों की जरूरतों से ज्यादा जरूरी आतंकवादियों की जरूरतें हैं।
इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) ने यह वीडियो जारी किया। इसमें हमास के आतंकी लोगों के साथ मारपीट करके जरूरत का सामान लेकर पहुंची गाड़ियों को ले जाते दिख रहे हैं।
गाजा में आधी आबादी भूखी
वहीं, गाजा की आधी आबादी यानी करीब 10 लाख लोगों के पास खाने को कुछ नहीं बचा है। UN के वर्ल्ड फूड प्रोग्राम के मुताबिक गाजा की आबादी भूखी मर रही है। वर्ल्ड फूड प्रोग्राम के डिप्टी डायरेक्टर कार्ल स्काउ ने कहा है कि वो इतने सामान का प्रबंध कर रहे हैं जिससे एक महीने के लिए गाजा के 10 लाख लोगों की भूख मिटाई जा सके।
वहीं, गाजा में इजराइल-हमास जंग लगभग 2 महीने और चलेगी। इजराइल की ब्रॉडकास्टिंग अथॉरिटी ने इजराइली अधिकारियों के हवाले से बताया है कि इस दौरान कोई सीजफायर नहीं होगी। हालांकि, इजराइल बंधकों को छुड़ाने की डील के लिए कोशिशें जारी रखेगा। वहीं, कतरी मीडिया अलजजीरा के मुताबिक खान युनिस में इजराइल की बमबारी से दर्जनों लोगों की मौत हो गई है।
बाइडेन ने इजराइल को मदद देने की जिद पूरी की
अमेरिकी सरकार सीधे जंग में न उतरकर हथियार देकर इजराइल की मदद कर रही है। शनिवार को UNSC में सीजफायर के प्रस्ताव पर वीटो करने के बाद बाइडेन प्रशासन ने रविवार को अमेरिकी कांग्रेस की इजाजत लिए बगैर एक बिल पास कर दिया। इस बिल का मकसद गाजा में जंग लड़ रहे इजराइली टैंकों के लिए 13 हजार गोला-बारूद देना है।
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक बाइडेन प्रशासन ने बिल पास करने आपातकाल प्रावधानों का इस्तेमाल किया। दरअसल, सरकार को डर था कि कांग्रेस बिल पास होने से रोक देगी। इसकी वजह ये है कि अमेरिका पहले ही इजराइल के लिए 110.5 बिलियन डॉलर यानी लगभग 91 लाख करोड़ रुपए की मदद का बिल पास कर चुका है। 13 हजार गोला बारूद उस मदद से हटकर हैं। हालांकि, इजराइल ने अमेरिका से 45 हजार रुपए के गोला-बारूदों की मांग की है।
गाजा में चल रहे इजारइल के ग्राउंड ऑपरेशन में टैंक अहम भूमिका में हैं।
खिलौनों में हथियार छिपा रहा हमास
इजराइली सेना ने एक वीडियो जारी कर दावा किया है कि हमास के लड़ाकों ने बच्चों के खिलौनों का इस्तेमाल हथियार छुपाने के लिए किया।
IDF की तरफ से जारी किए वीडियो में एक सैनिक टेडी बियर फाड़ते हुए दिखाई दे रहा है। इसमें से वो एक गन निकालता है। IDF ने ये दावा भी किया था कि हमास गाजा में UN के स्कूल से उन पर गोलीबारी कर रहा है।
फुटेज इजराइली सेना ने शेयर की है इसमें इजराइली सैनिक ने टेडी बीयर से बंदूक निकाली है।
अमेरिकी वीटो से अरब देश नाराज
UNSC में गाजा में सीजफायर के प्रस्ताव के खिलाफ वीटो पावर का इस्तेमाल करने से अरब देश नाराज हैं।सऊदी के विदेश मंत्री प्रिंस फैसल ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा है कि अमेरिका अपनी जिम्मेदारी निभाने में नाकामयाब रहा है।
उन्होंने कहा एक पक्ष है जिसे सीजफायर गंदा शब्द लगता है। मैं समझ नहीं पा रहा हूं ऐसा क्यों है। वहीं ईरान के विदेश मंत्री ने कहा है कि US के सीजफायर को रोकने से मिडिल ईस्ट में बड़े धमाके होंगे।
दूसरी तरफ यमन के हूती विद्रोहियों ने ऐलान किया है कि वो अब से इजराइल जाने वाले सभी जहाजों पर हमला करेंगे चाहे उनका मालिक कोई भी देश हो।
जंग से जुड़ी 4 तस्वीरें…
खान युनिस में इजराइली बमबारी में मारे गए लोगों का अंतिम संस्कार करते हुए उनके परिजन।
इजराइली बमबारी में घायल बच्चे इलाज के लिए नासेर अस्पताल में इंतजार करते हुए।
अंतिम संस्कार के वक्त अपने परिजन के खोने का दुख मनाते हुए एक बच्ची।
बच्चे को गोद में लेकर खड़ी यह महिला राफा स्थित अपने घर में हुई तबाही को देख रही है।
जंग में 2 हजार इजराइली सैनिक दिव्यांग हुए
इजराइल के Y-Net न्यूज के मुताबिक हमास लड़ाकों से लड़ते हुए इजराइल के 5 हजार घायल सैनिक वापस लौटे हैं। इजराइल की डिफेंस मिनिस्ट्री के मुताबिक गाजा से रोज 60 सैनिक घायल होकर लौट रहे हैं। अब तक लौटे 5 हजार घायलों में से 2 हजार सैनिक अपाहिज हो चुके हैं।
जंग में मशहूर फिलिस्तीनी प्रोफेसर के भी मारे जाने की जानकारी है। अमेरिकी मीडिया हाउस न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक प्रोफेसर रीफात अलारीर गाजा की इस्लामिक युनिवर्सिटी में पढ़ाते थे। उन्होंने गाजा राइट्स बैक और गाजा अनसाइलेंसड नाम की दो किताबें लिखीं थीं।
‘अल-अक्सा फ्लड’ के खिलाफ इजराइल का ऑपरेशन ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’
हमास ने इजराइल पर 7 अक्टूबर को हमला किया था। उसने इजराइल के खिलाफ अपने ऑपरेशन को ‘अल-अक्सा फ्लड’ नाम दिया। इसके जवाब में इजराइल की सेना ने हमास के खिलाफ ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’ ऑपरेशन शुरू किया। हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने कहा था- ये हमला यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। दरअसल, इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे।
वहीं, हमास के प्रवक्ता गाजी हामद ने अल जजीरा से कहा था- ये कार्रवाई उन अरब देशों को हमारा जवाब है, जो इजराइल के साथ करीबी बढ़ा रहे हैं। हाल ही के दिनों में मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमेरिका की पहल पर सऊदी अरब इजराइल को देश के तौर पर मान्यता दे सकता है।
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