एलएसजी के प्रस्ताव मंजूर:पश्चिम विधानसभा की 130 और पूर्व की 99 सड़कें बनेंगी, दोनों क्षेत्र के लिए 9-9 करोड़ का बजट
बीकानेर

नागणेचीजी मंदिर के पास चल रहा सड़क का पेज वर्क कार्य।
आखिरकार एलएसजी की सड़कों को बनाने की मंजूरी स्वायत्त शासन विभाग से मिल ही गई। 18 करोड़ से बीकानेर पूर्व और पश्चिम विधानसभा क्षेत्र की 229 सड़कें बनेंगी। इसमें बीकानेर पश्चिम की 130 और पूर्व विधानसभा की 99 सड़कें होंगी लेकिन दोनों ही क्षेत्रों में बजट समान 9-9 करोड़ रुपए रखा गया है। दरअसल तीन महीने पहले पीडब्ल्यूडी विभाग ने 27 जून को प्रस्ताव बनाकर स्वायत्त शासन विभाग को भेजा था। उसके तीन महीने तक स्वायत्त शासन विभाग उस फाइल को दबाकर बैठ गया। जब चुनाव करीब अाए। मुद्दा उठाया ताे स्वायत्त शासन विभाग जागा और कुछ आब्जेक्शन लगाकर फाइल पीडब्ल्यूडी के पास भेजी। कलेक्टर, नगर निगम कमिश्नर,नगर निगम और पीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियंता समेत कमेटी ने वापस इसमें सुधार किया और 10 दिन पहले उसे ठीक कर वापस स्वायत्त शासन विभाग काने भेज दिए।
एक दिन पहले ही स्वायत्त शासन विभाग ने उस प्रस्ताव को मंजूर कर दिया। पीडब्ल्यूडी विभाग को भी पता था कि चुनाव से ठीक पहले मंजूरी मिलेगी ताे सड़काें के टेंडर नहीं हो पाएंगे। इसलिए पीडब्ल्यूडी विभाग ने पहले से ही रेट कांट्रेक्ट कर लिए थे। 229 सड़कों के 12 अलग-अलग पैकेज बनए। एक-एक पैकेज में 20 के आसपास सड़कें शामिल की हैं। अब 12 ठेकेदारों में ये पैकेज बंटेंगे। पीडब्ल्यूडी ने इस पर काम शुरू कर दिया है ताकि आचार संहिता से पहले सारी प्रक्रिया शुरू हाे जाए और काेई अड़चन ना आए क्याेंकि भाजपा की इस पर नजर है। चुनाव से ठीक पहले सड़कों के निर्माण से मतदाता प्रभावित ना हाे लेकिन भाजपा के सामने संकट ये भी है कि अगर पश्चिम में सड़कें बन रही ताे पूर्व विधानसभा में भी बन रही जबकि वहां भाजपा की विधायक हैं।
यूआईटी-पीडब्ल्यूडी से ज्यादा मिला सड़कों के लिए निगम से बजट
इस साल बीकानेर शहर में सड़कों की मरम्मत से लेकर निर्माण का देखें ताे नगर विकास न्यास और पीडब्ल्यूडी से ज्यादा निगम काेटे से बजट मिला। 24-24 लाख के टेंडर निगम पहले ही पेचवर्क के कर चुका है। अब 18 करोड़ और मिल गए जिससे 229 सड़कें बनेंगी। नगर विकास न्यास के पास इस साल मरम्मत के नाम पर सिर्फ 32 लाख रुपए ही है इससे चार सड़कें तक दुरुस्त नहीं हाेंगी क्याेंकि न्यास की सड़कें चाैड़ी और लंबी हैं। पीडब्ल्यूडी भी पेचवर्क के नाम पर सिर्फ 92 लाख रुपए ही खर्च कर रहा है।
संख्या के लिहाज से एक बार यूं लग रहा होगा कि पश्चिम विधानसभा को तवज्जो दी गई है लेकिन सही मायने में ऐसा नही है। पश्चिम विधानसभा क्षेत्र की गलियां तंग हैं। संकरी हैं। वहां चौड़ाई कम है। लंंबाई भी कम हैं। इसलिए वहां सड़कों की संख्या ज्यादा है। 130 तक पहुंच गई। दूसरा नगर निगम क्षेत्र की सड़कों के लिए पैसा दिया गया इसलिए नगर निगम क्षेत्र के पार्षदाें से भी प्रस्ताव लिए गए थे। नगर विकास न्यास क्षेत्र के पार्षदाें को इसमें तवज्जो नहीं मिली। पूर्व क्षेत्र में सड़कें चौड़ी हैं। लंबी हैं। इसलिए यहां की सड़कों की संख्या कम है। इस विधानसभा में ताे फाेर लेन तक की सड़कें ली गई हें। डुप्लेक्स काॅलाेनी के पास जर्जर सड़क इसी प्रस्ताव में ली गई है। इसलिए यहां की सड़कों की संख्या कम है।
एलएसजी की सड़कें मंजूर हाेकर आ गई। वर्कआर्डर जारी कर रहे हैं। जल्दी ही काम शुरू हो जाएगा। 229 सड़कें बननी है। पूरी तैयारी विभाग की और से है। इससे शहर को काफी राहत मिलेगी। दाेनाें क्षेत्रों काे समान बजट आवंटित हुआ है। -नरेश जाेशी, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी
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