बीकानेर। बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय में इक्कीस दिवसीय स्टूडेन्ड इण्डकेशन कार्यक्रम के दौरान देशनोक भम्रण कराया गया। माननीय कुलपति प्रोफेसर अंबरीश शरण विद्यार्थी ने बताया कि उदेश्य मे सफलता के लिए हमें मानसिक एवं बौद्धिक विकास के साथ साथ बोखोलिक जानकारी भी होनी चाहिए और इससे दूरदर्शिता भी बढ़ती है। तभी वे अपनी तकनीकी पाठ्यक्रम में अच्छा प्रदर्शन दे सकते हैं। इससे बच्चों में सामुहिक समन्वय की भावना पनपती है।
देशनोक मे विधार्थियों ने माँ करणी के इतिहास को जाना कैसे बीकानेर की स्थापना हुई इसका पता चला।
साथ ही म्यूजियम को भी देखा तथा माता के चमत्कारिक परिचय की ज्ञानकारी मिली।
बीकानेर तकनीकी विद्यालय के प्रतीक चिन्ह में माता करनी के महत्व को जाना। विद्यार्थियों ने वहां के प्राकृतिक सौंदर्य को देखा तथा अनुभव को साझा किया।
कार्यक्रम मे महाविद्यालय के प्रोफेसर जय भास्कर ने संग्रहालय में बच्चो को 3d प्रिंटिंग की जानकारी दी एवं उत्साहवर्धन किया। कार्यकर्म कि संचालिका डॉ. अनु शर्मा एवं डॉ. गायत्री शर्मा ने बताया कि इतनी तादाद में काबा होने के बावजूद यहां कोई महामारी नही होती एवं यहां कोविड का प्रकोप भी नहीं था। बच्चों को प्रोत्साहित किया और आने वाले समय में ऐसे ज्ञान वर्धक भ्रमण होते रहेंगे।
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