*बीकानेर में सीएम विजिट की दिलचस्प झलकियां*
*जल्द वापस आने का संकेत दे गये सीएम*
राजनीतिक जानकारों के मुताबिक राजस्थान के सियासी मिजाज का ट्रैक रिकॉर्ड बताता है कि यहां तीन साल बाद सत्ता विरोधी लहर पनपना शुरू हो जाती है। जैसे-जैसे सरकार का कार्यकाल अंतिम चरण की तरफ बढ़ता है, वैसे-वैसे सत्ता विरोधी लहर में तेजी आना शुरू हो जाती है। सीएम अशोक गहलोत के पास सत्ता विरोधी लहर का फीडबैक है। ऐसे में सीएम गहलोत का बीकानेर दौरा काफी गहमा गहमी भरा रहा। अपनी सरकार में शािमल बीकानेर के दोनों मंत्रियों के साथ पार्टी के दिग्गज नेताओं को साथ रखा । उन्होने तमाम नेताओं को अपने नजदीक आने का मौका दिया,किसी को नाराज नहीं करना चाहते थे इसलिये सर्किट में हाउस में सैकिण्ड लाईन के नेताओं से भी दिल खोलकर मुलाकात की। लेकिन मौसम के मिजाज से बिगड़े शेड्यूल के कारण पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच शामिल नहीं हो सके है। इससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उपजी नाराजगी भांप चुके सीएम गहलोत ने जल्द ही बीकानेर आगमन का संकेत दे गये।
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*बच गई डूडी,कल्ला और भाटी की साख!*
बीकानेर दौरे पर आये सीएम अशोक गहलोत की डॉ.करणी सिंह स्टेडियम में जनसभा में भीड़ जुटाने का जिम्मा कैबिनेट मंत्री डॉ.बीडी कल्ला,कैबिनेट मंत्री स्तर के रामेश्वर डूडी और राज्यमंत्री भंवरसिंह भाटी के जिम्मे था,दावा किया जा रहा था कि सीएम की जनसभा में बीस हजार से ज्यादा भीड़ जुटेगी,इसके लिये तीनों ने अपनी ताकत भी झोंक रखी थी,लेकिन मौसम के बिगड़े मिजाज के कारण भीड़ जुटना मुश्किल लग रहा था ऐसे में तीनों की प्रतिष्ठा दाव पर लगी हुई थी। इनको अंदरखाने सूचना भी मिल गई थी कि जनसभा में भीड़ का आंकड़ा पांच हजार से ज्यादा नहीं होगा। मगर अचानक हुई बारिश ने तीनों की परेशानी दूर कर दी और ऐन वक्त पर जनसभा का स्थल लंबे चौड़े डॉ.करणी सिंह स्टेडियम से सात सीटों वाले रविन्द्र रंगमंच में तब्दील हो गया। इससे तीनों के चेहरों में खुशहाली की मुस्कान नजर आई। जिसे सीएम अशोक गहलोत भी भंाप गये।
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*नजर नहीं आये कांग्रेस के मुस्लिम नेता*
सीएम अशोक गहलोत के बीकानेर दौरे में मुस्लिम वर्ग के नेताओं को छोड़कर तमाम वर्ग समुदाय के नेता सक्रिय नजर आये,ऐसे मुस्लिम समुदाय के नेताओं की कमी काफी अखर रही थी। सीएम जब महाराजा गंगासिंह यूनिवर्सिटी के समारेाह में शामिल हुए तो उनके साथ बीकानेर के कांग्रेसी नेताओं का काफिला साथ था,लेकिन इस काफिले में कोई मुस्लिम नेता नजर नही आया। सीएम के साथ मंच पर भी सिर्फ सत्ता से जुड़े चेहरे ही मौजूद रहे। वहीं सर्किट हाउस में आगमन पर कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से सीएम का स्वागत किया लेकिन पार्टी नेताओं की इस भीड़ में भी मुस्लिम समुदाय के बड़े चेहरे नजर नहीं आये। रविन्द्र रंगमंच में आयोजित जनसभा में भी कांग्रेस के मुस्लिम नेताओं गैर मौजूदगी को लेकर मीडिया में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया। जानकारी में रहे कि बीकानेर कांग्रेस के मुस्लिम नेताओं ने यूआईटी चैयरमेन की डिमांड कर रखी थी,जो अभी तक पूरी नहीं हुई है। ऐसे में सीएम गहलोत के बीकानेर आगमन पर पार्टी के मुस्लिम नेताओं की गैर मौजूदगी को लेकर कई तरह की चर्चाएं चल रही है।
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*जनसभा की बत्ती हो गई गुल*
बारिश से बिगड़े शेड्यूल के कारण सीएम अशोक गहलोत की रविन्द्र रंगमंच में शिफ्ट की गई जनसभा के दौरान उस वक्त व्यवधान पैदा हो गया जब अचानक बत्ती गुल हो गई और अंधेरे का आलम छा गया। इससे जनसभा में शामिल तमाम मंत्रियोंं ,नेताओं और प्रशासन के अफसरों की हवाईया सी उड़ गई। हालांकि माहौल को भांप कर सीएम अशोक गहलोत ने कोई खास प्रतिक्रिया नहीं दिखाई लेकिन भाजपा के पूर्व न्यास चैयरमेन महावीर रांका ने इस मामले को मीडिया में हाईलाईट कर आग में घी डालने का काम कर दिया। राकां ने मीडिया को जारी में बयान में कहा कि शहर में सूबे का मुखिया आया है,उस दिन भी बिजली कम्पनी की ऐसी व्यवस्था हैं तो रोजमर्रा के दिनों में क्या हालात रहते होंगे।
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