भारत में ₹20 लाख में टेस्ला की कार लाएंगे मस्क:प्लांट लगाना चाहती है कंपनी, हर साल 5 लाख इलेक्ट्रिक व्हीकल तैयार होंगे
टेस्ला के लिए 2024 में भारत आएंगे एलन मस्क।
एलन मस्क की EV मैन्युफैक्चरिंग कंपनी टेस्ला इंडियन मार्केट में 20 लाख रुपए की कीमत में इलेक्ट्रिक कार लेकर आएगी। रॉयटर्स की रिपोर्ट में ये दावा किया गया है। कंपनी का टारेगट भारत में प्लांट लगाकर हर साल 5 लाख इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने का है। पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने अमेरिका के दौरे में एलन मस्क से मीटिंग की थी।
भारत में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने के लिए टेस्ला की सरकार से चर्चा कर रही है। इकोनॉमिक टाइम्स (ET) की एक रिपोर्ट के अनुसार कंपनी ने भारत सरकार से देश में खुद की सप्लाई चेन स्थापित करने और टैक्स में छूट को लेकर चर्चा की है। हालांकि, सरकार ने कंपनी से देश की मौजूदा ऑटो कॉम्पोनेंट सप्लाई चेन का इस्तेमाल करने का सुझाव दिया है।
टेस्ला के पास अपने सप्लायर्स
रिपोर्ट के मुताबिक भारत सरकार ने टेस्ला से उनकी जरूरतों के बारे में पूछा है और उनसे भारतीय ईकोसिस्टम से अपनी जरूरतों को पूरा करने की अपील की है। हालांकि, कंपनी के पास खुद के सप्लायर्स हैं। यह शुरुआती बातचीत है, इसलिए हमें उम्मीद है कि कंपनी इसके बारे में विचार करेगी और कुछ प्रोग्रेस होगी।
टेस्ला की सबसे सस्ती कार है मॉडल 3
अमेरिकन मार्केट में अभी टेस्ला की चार इलेक्ट्रिक कारें बेची जा रही हैं। इनमें मॉडल S, मॉडल 3, मॉडल x और मॉडल Y शामिल हैं। इनमें मॉडल 3 सबसे सस्ती कार है। अमेरिका में इसकी कीमत 32,740 डॉलर (करीब 26.87 लाख रुपए) है। ये कार एक बार फुल चार्ज करने पर 535 किलोमीटर चलती है।
पिछले महीने प्रधानमंत्री मोदी से मिले थे एलन मस्क
पिछले महीने एलन मस्क ने प्रधानमंत्री मोदी से न्यूयॉर्क में मुलाकात की थी। PM मोदी से मुलाकात के बाद टेस्ला के भारत आने की टाइमलाइन के बारे में पूछे जाने पर मस्क ने कहा था, ‘मुझे विश्वास है कि टेस्ला जल्द भारत में होगी।’
मस्क अगले साल यानी 2024 में भारत भी आने वाले हैं।
तस्वीर में प्रधानमंत्री मोदी और एलन मस्क बात करते हुए दिखाई दे रहे हैं।
टेस्ला और सरकार के बीच नहीं बनी थी बात
- पिछले साल टेस्ला ने भारत आने की इच्छा जताई थी, लेकिन तब कंपनी और सरकार के बीच बात नहीं बन पाई थी। टेस्ला ने सरकार से पूरी तरह से असेंबल गाड़ियों पर लगने वाली इंपोर्ट ड्यूटी को 100% से घटाकर 40% करने की मांग की थी।
- कंपनी चाहती थी कि उसकी गाड़ियों को लग्जरी नहीं बल्कि इलेक्ट्रिक व्हीकल माना जाए, लेकिन सरकार ने कहा था कि दूसरे देशों से इंपोर्ट किए जाने वाले किसी भी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर इंपोर्ट ड्यूटी माफ या कम करने का कोई भी इरादा नहीं है।
- सरकार ने कहा था कि अगर टेस्ला भारत में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने का कमिटमेंट करती है तो इंपोर्ट पर छूट देने पर विचार किया जाएगा। हालांकि, मस्क चाहते थे कि पहले भारत में कारों की बिक्री की जाए, इसके बाद प्लांट लगाने का विचार किया जाएगा।
- 27 मई 2022 को भी एक ट्वीट में रिप्लाई करते हुए एलन मस्क ने कहा था, ‘टेस्ला ऐसे किसी लोकेशन पर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट नहीं लगाएगी जहां उसे पहले से कारों को बेचने और सर्विस की परमिशन नहीं है।’
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