बीकानेर। महावीर इंटरनेशनल बीकानेर और गंगा शहर के वीर तथा वीरा चारों केंद्रों द्वारा गंगा शहर में 600 बच्चों के साथ शानदार पर्यावरण जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। इस रैली का उद्देश्य पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने के लिए जन जागरूकता फैलाना और प्लास्टिक मुक्त भारत का संदेश देना था।
कार्यक्रम में प्रमुख वक्ता डॉ. अनिल शर्मा ने कहा कि प्लास्टिक के उपयोग पर नियंत्रण हम सबके साझा प्रयास से ही संभव है। उन्होंने प्लास्टिक के बढ़ते उपयोग और इसके पर्यावरण पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभावों पर चिंता व्यक्त की।
सुनील जी वोडा, जो कि अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी हैं, ने भी पर्यावरण संरक्षण की दिशा में प्लास्टिक के इस्तेमाल को कम करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक का उपयोग कम से कम करने पर ही पर्यावरण का संरक्षण संभव है।
मुख्य अतिथि सीओ शालिनी बजाज ने अपने संबोधन में कहा कि प्लास्टिक के इस्तेमाल को लेकर हमें स्वयं को जागरूक करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि स्वयं प्रयास करना ही पृथ्वी को बचाने का सही कदम होगा।
बीकानेर में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान, महावीर इंटरनेशनल केन्द्र की स्वर्ण जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में पर्यावरण जन जागरूकता रैली और संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में वक्ताओं ने पर्यावरण प्रदूषण पर गहन चिंतन किया और प्लास्टिक के कम से कम उपयोग के उपायों पर विचार-विमर्श किया।
कार्यक्रम प्रभारी एडवोकेट वीर कन्हैयालाल बोथरा ने बताया कि डॉ. अनिल शर्मा ने भारत में प्लास्टिक के सामान की बढ़ती मांग के कारण हो रहे प्रदूषण पर चिंता व्यक्त की। मुख्य वक्ता सुनील बोड़ा ने महावीर इंटरनेशनल की पहल की सराहना की और कहा कि इस तरह की शुरुआत राज्य के पचास जिलों में प्रभावशाली साबित होगी।
वीरा रेणु गुजरानी ने पर्यावरण के संरक्षण को अत्यंत आवश्यक बताते हुए कहा कि आज के परिपेक्ष्य में प्लास्टिक का पूर्ण निस्तारण संभव नहीं है, लेकिन हमें इसे कम से कम करने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने महावीर इंटरनेशनल के चारों केंद्रों के सभी पदाधिकारियों, सदस्यों, और विद्यार्थियों को कपड़े की थैली इस्तेमाल करने का संकल्प दिलाया और इस प्रकार के आयोजनों को विद्यालयों में भी आयोजित करने का आग्रह किया।
संगोष्ठी के दौरान, महावीर इंटरनेशनल बीकानेर जोन की सचिव वीरा रेणु गुजरानी ने पर्यावरण के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि हम जितना कम प्लास्टिक का उपयोग कर सकते हैं, यह सभी के हित में होगा।
कार्यक्रम के समापन पर, सभी भाग लेने वाले विद्यालयों और महाविद्यालयों के शिक्षकों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया और बच्चों को अल्पहार वितरित किया गया। वरिष्ठ उद्घोषक ज्योतिप्रकाश रंगा ने कार्यक्रम का सफल संचालन किया।
रैली में 600 बच्चों ने भाग लिया और इसके माध्यम से पर्यावरण संरक्षण के लिए संदेश फैलाया। रैली विभिन्न विद्यालयों और महाविद्यालयों से निकाली गई और इसके दौरान बच्चों ने ‘कपड़े की थैली, मेरी सहेली’ जैसे नारों से वातावरण को उत्साहित किया।
सभी विद्यालयों ने इस आयोजन में महत्वपूर्ण भागीदारी निभाई, जिनमें सेठ रावतमल बोथरा बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, सेठ शेरमल फतेहचंद डागा, राजकीय महाविद्यालय गंगाशहर, श्री गोपेश्वर विद्यापीठ, सार्थक इंटरनेशनल इंग्लिश स्कूल, बांठिया बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, हीरालाल सौभागमल रामपुरिया विद्या निकेतन, अरुणोदय विद्या मंदिर और शांति बाल निकेतन शामिल थे।
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