बीकानेर। मां करणी बीएड कॉलेज, बीकानेर तथा श्री खुशाल दास यूनिवर्सिटी हनुमानगढ़ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय इंटरनेशनल कांफ्रेंस आज वैचारिक मंथन के साथ संपन्न हुई।
अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के द्वितीय दिन 3 मार्च को प्लेनरी कम टेक्निकल सत्र की अध्यक्षता प्रोफेसर विमला ढुकवाल कॉलेज आफ कम्युनिटी साइंसेज एसकेएआरयू बीकानेर ने की।जिसमे विशेष अतिथि डॉ. मेघना शर्मा, डायरेक्टर सीएम एंड डी, डिपार्टमेंट ऑफ़ हिस्ट्री एमजीएसयू बीकानेर तथा चेयरपर्सन के रूप में डॉ. सीमा शर्मा महाराजा गंगा सिंह यूनिवर्सिटी उपस्थित रही।
चौथे सत्र में अध्यक्षता डॉ. सोनू शिवा इंग्लिश डिपार्मेंट डूंगर कॉलेज बीकानेर ने की। जबकि को- चेयर के रूप में डॉ. रेखा लालवानी, डायरेक्टर तथा प्रोफेसर दर्शन बीएड कॉलेज झालावाड़ तथा डॉ राजेंद्र डूडी , प्राचार्य एमडी बीएड कॉलेज पल्लू हनुमानगढ़ उपस्थिति रहे। की नोट स्पीकर के रूप में डॉ पुष्पा शर्मा उपस्थित रही।
कांफ्रेंस के समापन सत्र में इंदिरा गांधी खुला विश्वविद्यालय के उत्तर क्षेत्र निदेशक डॉ अजय वर्धन आचार्य ने कहा कि प्रदेश में 32 प्रतिशत बेरोजगारी की दर बहुत बड़ी चुनौती है। इसलिए प्राथमिकता पर सरकार और अन्य निजी संस्थाओं को बेरोजगारी उन्मूलन कार्यक्रम चलाने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान परिवेश में कौशल आधारित शिक्षा की जरूरत है साथ ही तार्किक चिंतन और मातृ भाषा में तकनीकी पाठयक्रमों को उपलब्ध करवाने की भी आवश्यकता है।
श्री आचार्य ने कहा कि तकनीकी शिक्षा की बात करें, तो स्थिति बहुत अच्छी नहीं कही जा सकती। सम्मेलन के समापन सत्र में राजस्थान विश्वविद्यालय के अंतर्गत डॉक्टर भीमराव अंबेडकर लॉ यूनिवर्सिटी की डीन प्रोफेसर संजुला थानवी ने महिला सशक्तिकरण महिलाओं के लिए कानून तथा उनके क्रियान्वन में हो रही परेशानियों को इंगित किया। कॉन्फ्रेंस में महाविद्यालय प्राचार्य डॉक्टर मुदिता पोपली ने कॉन्फ्रेंस को करने के उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र में इसकी उपादेयता को इंगित किया। साहित्यकार डॉ मनमोहन सिंह यादव ने स्वागत उद्बोधन दिया। महाविद्यालय मैनेजमेंट कमेटी सदस्य अभिषेक व्यास, डॉ रितु व्यास,मोहित व्यास, ऑर्गनाइजिंग कमेटी सदस्य डॉ अशोक व्यास तथा स्टाफ सदस्य डॉ रितु श्रीमाली, सरिता पुरोहित, पंकज आचार्य, राकेश व्यास, राकेश पुरोहित, शिवजी छंगानी, डॉ पूनम लता मिड्डा, नरेंद्र स्वामी, गणेश व्यास , गरिमा हर्ष, चारु पोपली,कविता मेहरा, रागिनी भनोत, शीला अग्रवाल, दीपिका श्रीमाली उपस्थित रहे।
दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के समापन सत्र की रिपोर्ट में को कनवीनर डॉ. मृदुला शर्मा ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में कुल 10 ट्रैक से संबंधित 108 शोध पत्र और शोध सारांश प्राप्त किए गए जिनमें से 70 शोध पत्रों का वचन ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में प्रस्तुत किया गया। विश्वविद्यालय में रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेल की एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ. शशि मोरोलिया ने कांफ्रेंस को अपने उद्देश्य में सफल बताया। आभार ज्ञापन महाविद्यालय व्याख्याता डॉ रितु श्रीमाली ने किया। कार्यक्रम का पूर्ण संचालन एसोसिएट प्रोफेसर विवेक व्यास तथा रेखा वर्मा ने किया।
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