बीकानेर, 10 फरवरी। किसानों को मृदा स्वास्थ्य के प्रति जागरुक करने, जैविक खेती को प्रोत्साहित करने तथा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के व्यापक प्रचार-प्रसार के मद्देनजर जिले में सघन अभियान ‘माटी’ चलाया जाएगा।
जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने गुरुवार को जिला कृषि विकास समिति की बैठक में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि खरीफ से पहले इस अभियान को वृहद् स्तर पर संचालित किया जाएगा। इस दौरान विभागीय अधिकारी किसानों के बीच पहुंचकर मृदा की स्थिति, पोषक तत्वों की कमी तथा इसके उपचार के बारे में जागरुक करेंगे। साथ ही खेतों में आने वाली व्यावहारिक समस्या के समाधान के लिए मार्गदर्शन देंगे। इसके लिए विस्तृत कार्ययोजना बनाने के लिए कृषि विभाग के उपनिदेशक को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि ‘माटी’ में कृषि के अलावा पशुपालन, उद्यानिकी, डेयरी, सहकारिता, कृषि विज्ञान केन्द्र तथा काजरी की भूमिका रहेगी। इस दौरान किसानों को जैविक खेती के संबंध में भी जागरुक किया जाएगा। इसके अलावा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के प्रावधानों की जानकारी देते हुए सभी पात्र किसानों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
जिला कलक्टर ने कहा कि किसानों को खेती की नई नई तकनीकों से अवगत करवाया जाए, जिससे उनके उत्पादन और मुनाफे में वृद्धि हो। साथ ही डिग्गी निर्माण, फॉर्म पौंड निर्माण, बायो फर्टिलाइजर और बायो एजेंट वितरण जैसी योजनाओं के क्रियान्वयन में पूर्ण पारदर्शिता रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि फसल में लगने वाले रोगों एवं कीटों के प्रति किसानों को जागरुक किया जाए। साथ ही इनसे बचाव के उपाय भी किसानों तक पहुंचाए जाएं। इस दौरान आत्मा के गवर्निंग बोर्ड की बैठक हुई। इसमें वित्तीय वर्ष 2021-22 की वार्षिक कार्य योजना, प्रोग्रेसिव किसानों को सम्मानित करने सहित विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गई। राष्ट्रीय कृषि विकास सहित अन्य योजनाओं पर विचार विमर्श किया गया।
बैठक में कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. उदयभान, उपनिदेशक कैलाश चौधरी, आत्मा के परियोजना प्रबंधक जगदीश पूनिया, सहायक निदेशक उद्यानिकी रेणू वर्मा, एसकेआरएयू के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. एसआर यादव, काजरी के निदेशक डॉ. एन. डी. यादव तथा लीड बैंक अधिकारी एमएमएल पुरोहित सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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