राजस्थान के बड़े होटल और बजरी कारोबारी पर छापेमारी:ग्रुप के खाते सीज किए गए, कर्मचारियों के मोबाइल भी ले गई टीम
राजस्थान में बजरी और होटल कारोबारी मेघराज सिंह के ठिकानों पर ED ने छापेमारी के मामले में आधी से ज्यादा जगह से टीमें वापस बुला ली गई हैं। देर रात करीब 3 बजे ज्यादातर सर्च पूरी हो गई है। अब भी 50 में से 20 जगहों पर टीम मौजूद हैं। देर रात तक मेघराज सिंह ईडी की टीम को नहीं मिला। मेघराज ग्रुप के सभी बैंक खाते ईडी ने सीज कर दिए गए हैं।
वहीं, उदयपुर स्थित खान विभाग के ऑफिस से ईडी की टीम ने कुछ कागज सीज लिए गए हैं। इनमें लीज से संबंधित दस्तावेज जयपुर ईडी ऑफिस लाने के लिए कहा गया है। साथ ही मेघराज ग्रुप से जुड़े लोगों को मोबाइल भी सीज किए गए हैं। अब जयपुर ऑफिस में खान विभाग से मिले इन दस्तावेज और मोबाइल का डाटा निकालकर आगे की जांच की जाएगी।
आप को बता दें कि दिसंबर 2023 में ईडी ने मेघराज ग्रुप के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था। इसके बाद ईडी के टीमें लगातार ग्रुप के सदस्यों पर अलग-अलग तरीके से निगरानी रख रही थी। ईडी ने टेक्निकल, इंटेलिजेंस के आधार पर ग्रुप के लोगों पर नजर रखना शुरू किया। सबूत जुटाने शुरू किए। इसके बाद 14 जुलाई की सुबह रेड मारी गई।
उदयपुर में खान विभाग के ऑफिस पहुंची थी ईडी की टीम।
खान विभाग से नहीं मिला पूरा डाटा,जिम्मेदारों से होगी पूछताछ
ईडी से मिली जानकारी के अनुसार, खान विभाग से पिछले 5 साल का डाटा मांगा गया था। खान अधिकारियों ने डाटा नहीं दिया। पिछले कुछ माह का डाटा मिला। इसके आधार पर सीनियर अधिकारियों से पिछले 5 साल की लीज का पूरा हिसाब मांगा गया है। इसमें लीज होल्डर से लेकर चल ही मशीनरी, सरकार को मिल रहा प्रति टन का हिसाब मांगा है।
खान विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, एक अधिकारी ने ईडी को सर्च के दौरान कई सीनियर अधिकारियों के नाम बताए हैं। खान विभाग में रहे अधिकारी और वर्तमान अधिकारियों की ग्रुप के साथ हुई डीलिंग की पूरी जानकारी ईडी से साझा की है।
जयपुर में अलग-अलग जगह मेघराज सिंह की प्रोपर्टी पर सर्च किया गया।
ईडी की छापेमारी सीनियर अधिकारियों के सुपरवीजन में कंट्रोल रूम बनाकर हुई
जयपुर में ईडी की करीब 50 गाड़ियों ने अलग-अलग लोकेशन पर छापेमारी की थी। बुधवार सुबह साढे 6 बजे से छापेमारी शुरू की गई थी। जो देर रात 3 बजे खत्म हुई। इस दौरान ग्रुप के अलग-अलग ऑफिस में मौजूद लोगों को बाहर नहीं जाने दिया गया। ग्रुप के सदस्यों के मोबाइल सील कर ईडी अपने साथ लेकर चली गई। हालांकि सिम कार्ड लौटा दिए गए। ईडी इन मोबाइल का पिछले तीन माह का डिलीट रिकॉर्ड निकालेगी।
पूरी कार्रवाई के दौरान ईडी की टीमों को जयपुर ऑफिस में बने कंट्रोल रूम से कमांड दी जा रही थी। सवाल और जवाब सब मेल पर कंट्रोल रूम से भेजे जा रहे थे। सवाल मेल पर आ रहे थे। पूछताछ हो रही थी। कंट्रोल रूम में बैठे सीनियर अधिकारी टीम को सवाल दे रहे थे। जो जवाब मिले उसे मेल पर ही भेजा जा रहा था।
नागौर जिले के रियांबड़ी में भी टीम पहुंची थी।
मेघराज ग्रुप के 6 एसोसिएट पार्टनर पर सर्च
ईडी से मिली जानकारी के अनुसार ईडी की सर्च आज भी जारी रहेगी। यह सर्च मेघराज ग्रुप से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े लोगों पर थी। ग्रुप से जुड़े 6 एसोसिएट पार्टनर के भी सर्च की गई है। जयपुर में 50 जगहों पर कल सर्च हुई लेकिन अभी भी 20 जगहों पर ईडी की टीम मौजूद हैं। सर्च का काम चल रहा है। आज ईडी बताएगी की इस सर्च के दौरान उन्हें क्या मिला। आगे इस पर क्या एक्शन होने वाला हैं।
ग्रुप के सभी बैंक खाते सीज
मेघराज ग्रुप के सभी बैंक खाते ईडी ने सीज कर दिए हैं। जब तक जांच चलेगी, तब तक ग्रुप किसी भी प्रकार का बैंक से लेनदेन नहीं कर सकेगा। इससे मेघराज ग्रुप को आने वाले समय में बड़ी परेशानी हो सकती है। ऑनलाइन हर घंटे लाखों रुपए का ट्रांजेक्शन करने वाला ग्रुप अब किसी भी प्रकार का लेनदेन नहीं कर सकेगा।
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