रेलवे द्वारा स्टार्टअप’ पोर्टल तथा वन स्टेशन वन प्रोडेक्ट प्रारंभ:: मंडल रेल प्रबंधक ,बीकानेर राजीव श्रीवास्तव
बीकानेर। उत्तर पश्चिम रेलवे के बीकानेर मंडल द्वारा रेलवे द्वारा स्टार्टअप’ पोर्टल तथा वन स्टेउशन वन प्रोडेक्ट प्रारंभ होने की जानकारी दी गई।
प्रबंधक ,बीकानेर की अध्यक्षता में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजीव श्रीवास्तव ,मंडल रेल प्रबंधक ,बीकानेर द्वारा “वन स्टे शन वन प्रोडेक्टस“ एवं “स्टार्टअप्स फॉर रेलवे“ के पोर्टल के बारे में जानकारी दी ।
उन्होंने बताया कि केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को ‘रेलवे के लिए स्टार्टअप’ पोर्टल लान्च किया है। जिसमें केंद्रीय रेल मंत्री महोदय ने बताया था कि भारतीय रेलवे में प्रौद्योगिकी के एकीकरण पर लंबे समय से चल रही चर्चा आज शुरू की गई है, जिसने पहल के रूप में मजबूत आकार ले लिया है। इस मंच के माध्यम से स्टार्ट-अप को रेलवे से जुड़ने का एक अच्छा अवसर मिलेगा।
बजट घोषणा के अनुरूप स्थानीय शिल्पकार, बुनकर,जनजातियों,मिट्टी के बर्तन इत्यादि बनाने वाले कारीगरों की आजीविका को बढ़ावा देने के उदेश्य जिसमे खाद्य पदार्थ,हस्तशिल्प,कपड़ा एवं हतकर्धा,स्थानीय खिलोने,चमड़े के उत्पाद,पारम्परिक उपकरण / उपकरण,वस्त्र ,स्थानीय रत्न और आभूषण की योजना के तहत “वन स्टेउशन वन प्रोडेक्टर“ का प्रावधान किया गया है I देश भर के रेलवे स्टेशनों पर स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने एवं स्थानीय उत्पादों की बिक्री के लिए चरणबद्ध तरीके से स्टॉेल लगाए जा रहे है ।
भारतीय रेलवे ऑनलाईन ई-ऑक्शंन मॉड्यूल द्वारा लीजिंग,पब्लिसिटी एवं पार्किंग के ठेके आबंटित करेगी । ये मॉड्यूल आईआरईपीएस लिंक के ई-ऑक्श्न मॉड्यूल के थ्रू होगा । ई-ऑक्शकन सिस्टेम ई-ठेकों का परिवर्तित और नया संस्करण है। जिसमें प्रक्रिया की जटिलता को दूर करते हुए रेलवे और वेंडर्स के काम को सुगम बनाया गया है, जिसके कारण ई-ऑक्शलन पर त्वरित आबंटन और परिचालन हो सकेगा । सिस्ट्म में भौतिक लेन-देन न होकर सारा विनिमय ऑन-लाईन प्लेटफार्म पर होगा ।
प्रथमत: वेंडर्स को एक मुश्त 10,000/- की पंजीकरण राशि देते हुए स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया में चालू खाता खोलना होगा । यह राशि नॉन-रिफण्डेबल होगी ।
रेलवे द्वारा दिए जाने वाले कार्य (अर्निंग/एसेसरीज), जिन्हें ई-ऑक्शन पर एसेट्स कहा गया है ।
जिसके लिए ग्राहकों अथवा इच्छित आवेदकों को आईआरईपीएस लिंक में जाकर रजिस्टर करना होगा एवं स्टेेट बैंक ऑफ इण्डिया में करंट एकाउण्ट खोलना होगा । तत्परश्चात आईआरईपीएस एकाउण्टट से स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया में एकाउण्ट को इंटिग्रेट कराना होगा ।
अंतिम चरण में कुल कारोबार के विवरण का नवीनीकरण करना होगा ।
नियत दिवस पर पंजीकृत वेंडर्स उस पर अपनी ई बोली लगाएंगे , जिन्हें सक्षम अधिकारी द्वारा उसी दिन स्वीकार/अस्वीकार करके एलओए आदि जारी कर दिया जाएगी एवं अनुबंध भी ऑन-लाईन विस्थापित होगा ।
अधिक जानकारी के लिए इच्छुक आवेदक www.ireps.gov.in पर लॉग इन कर “ user manuel for contractor “ & “ preregistration for contractor “ का अवलोकन करे I
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