वकील मर्डर केस में बनी सहमति, अंतिम संस्कार किया:रातभर परिजनों ने किया था प्रदर्शन; एक करोड़ मुआवजा-सरकारी नौकरी की मांग थी
भीलवाड़ा
सहमति बनने के बाद किया अंतिम संस्कार।
भीलवाड़ा में हमीरगढ़ थाना के बाद रातभर चले धरने के बाद शनिवार सुबह वकील मर्डर केस में प्रशासन और परिजनों के बीच सहमति बन गई। इसके बाद परिजन शव उठाने पर तैयार हो गए। सुबह 9.15 बजे शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
शुक्रवार रात 10 बजे से परिजन सभी आरोपियों की गिरफ्तारी, आरोपियों के घर बुलडोजर चलाने, 1 करोड़ मुआवजा और 1 सदस्य को नौकरी की मांग रखी थी। इसके बाद रात भर धरना दिया था। प्रशासन ने मांगों को लेकर सरकार को लिखने, आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने, आरोपियों की संपत्ति की जांच करने पर सहमति जताई।
शनिवार सुबह 7.30 बजे प्रशासन की ओर से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विमल सिंह नेहरा, एडीएम, उपखण्ड अधिकारी सुशील सैनी, तहसीलदार विपिन चौधरी आदि ने आश्वासन दिया। इसके बाद परिजन शव लेकर उठे और 9.15 बजे तखतपुरा गांव में अंतिम संस्कार कर दिया।
अंतिम संस्कार के लिए तखतगढ़ श्मशान में जुटे लोग।
रातभर धरने पर बैठे, महिलाएं भी जुटी रहीं
इससे पहले शुक्रवार रात 10 बजे परिजन आरोपियों के घर बुलडोजर चलाने समेत विभिन्न मांगों को लेकर परिजन वकील मोहन अहीर का शव लेकर हमीरगढ़ थाने के बाहर बैठ गए। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं भी जुटीं। मौके पर पुलिस जाप्ता तैनात किया गया।
हमीरगढ़ थाने के बाहर परिजन और अन्य ग्रामीण
जिला बार एसोसिएशन ने सौंपा ज्ञापन
हत्या के विरोध में हमीरगढ़ के वकीलों के साथ ही जिला बार एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन देकर सभी आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी, परिजनों को एक करोड़ का मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिलाने की मांग की गई। फिलहाल 4 आरोपियों को डिटेन किया गया है।
देर रात तक में सर्दी से बचने के लिए थाने के बाहर अलाव जलाकर बैठे प्रदर्शनकारी
ये है वकील मर्डर मामला
भीलवाड़ा जिले के हमीरगढ़ थाना इलाके के तख्तपुरा गांव के निवासी वकील मोहनलाल (40) पुत्र नारूलाल अहीर गुरुवार रात 10.30 बजे नजदीकी गांव औज्याडा से शादी समारोह से अपनी वैगनर कार से घर लौट रहे थे। हथियारबंद लोगों ने गांव के बाहर स्कूल के पास कार के आगे ट्रैक्टर लगाकर रास्ता रोका। डस्टर कार में सवार लोगों ने पीछे से कार को टक्कर मारी। मोहन को कार से उतारकर तख्तपुरा के जंगल की ओर ले गए। वहां कुल्हाड़ी और सरियों से आधे घंटे तक मारपीट की। फिर अधमरी हालत में हाईवे किनारे पटक कर फरार हो गए।
घटना की जानकारी मिलने पर हमीरगढ़ थाना प्रभारी भंवरलाल चौधरी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। मामले मे सीओ सदर लक्ष्मण राम भाखर ने मौके पर पहुंचकर जांच के निर्देश दिए। मोहन को उदयपुर ले जाया गया जहां हॉस्पिटल में इलाज के दौरान शुक्रवार सुबह 7 बजे उनकी मौत हो गई। मोहन की दो पत्नियां हैं। पहली पत्नी रतनादेवी राजसमंद जिले के एक गांव में अध्यापिका है। दूसरी पत्नी ग्रहणी है एवं उसकी दो बेटियां और एक बेटा है।
वकील मोहनलाल अहीर (फाइल फोटो)
वकील की मौत के बाद शुक्रवार परिजन, रिश्तेदार, समाज के लोग और वकीलों ने आरोपियों नारायण लाल पुत्र उदयराम अहीर, प्रकाश पुत्र नारायण लाल अहीर, सुरेश चन्द्र पुत्र नारायण लाल अहीर, शंकर लाल पुत्र नानजी उर्फ नगजी अहीर, भूरा लाल उर्फ कमलेश पुत्र शंकर लाल अहीर, दीपक पुत्र शंकर लाल अहीर, देबी लाल पुत्र शोभा लाल अहीर, कमलेश पुत्र कालूलाल अहीर आदि की नामजद रिपोर्ट देकर उन पर उचित कार्यवाही करने की मांग की है।
थानाप्रभारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर मृतक के आश्रित परिजनों को एक करोड़ मुआवजा राशि, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिलाने की मांग की है।
वकील ने एक बयान रिकॉर्ड कर अपने ग्रुप में डाला था, जिनमें आरोपियों के नाम बताए थे।
एडवोकेट मोहनलाल अहीर के बेटे ओमप्रकाश ने डिप्टी लक्ष्मण राम भाखर एवं थानाधिकारी भंवर लाल चौधरी को जिला बार एसोसिएशन भीलवाड़ा के अध्यक्ष ऋषि तिवारी और महासचिव नौनिहाल सिंह गौड़ के नेतृत्व में आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग को लेकर प्रार्थना पत्र दिया।
डिप्टी भाखर ने कहा कि अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमों का गठन किया गया। 4 आरोपियों को डिटेन भी कर लिया। अधिवक्ता अशोक जैन ने इस घटना को दुःखद बताते हुए आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग की।
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कील को बाप-बेटे समेत 10 लोगों ने बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दी। घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। घटना गुरुवार रात 11 बजे भीलवाड़ा के हमीरगढ़ थाना क्षेत्र के तखतपुरा गांव की है। बताया जा रहा है कि मौत से पहले वकील ने एक वीडियो भी बनाया। इधर, घटना के बाद से स्थानीय वकीलों में रोष है।
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