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वक्फ बोर्ड पर बालमुकुंद बोले-जरूरत नहीं तो बंद करना चाहिए:गंदे बोल वाले यहां मंत्री थे; कुछ लोग दिनभर बस विरोध करते हैं

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वक्फ बोर्ड पर बालमुकुंद बोले-जरूरत नहीं तो बंद करना चाहिए:गंदे बोल वाले यहां मंत्री थे; कुछ लोग दिनभर बस विरोध करते हैं

जयपुर के हवामहल से विधायक बालमुकुंद आचार्य ने कहा- कुछ चीजें ऐसी हैं, जो सरकार-मंत्रिमंडल से राय परामर्श की है। कुछ चीजें जो गलत हैं। उसको ठीक करना चाहिए। इनकी आवश्यकता नहीं है तो उन्हें बंद कर देना चाहिए। बालमुकुंद आचार्य ने वक्फ बोर्ड से जुड़े सवाल पर ये जवाब दिया। हवामहल विधायक शुक्रवार को एक फिल्म के प्रमोशन के लिए पहुंचे थे। जहां उन्होंने मीडिया से बात की।

उन्होंने कहा- मेरा मानना यह है कि जब बंटवारा हुआ था, जिनको सनातन प्रेम था। उन्होंने भारत में रहने में विश्वास किया। जिनको विश्वास नहीं था, वो पाकिस्तान चले गए। भारत में सब सनातन पर विश्वास वाले लोग हैं। कुछ लोग माहौल खराब करना चाहते हैं। वो होगा नहीं। क्योंकि प्रदेश में सुशासन है। इसलिए अब यहां पर न तो पलायन होगा। न यहां पर माफिया राज चलेगा। न यहां पर पेपर माफिया का राज चलेगा।

बालमुकुंद बोले- सरकार में कई प्रकार के घोटाले होते रहे। यहां प्रदेश के मंत्री ही यह कहते थे कि यह मर्दों का प्रदेश है। ऐसे में महिलाओं के साथ दुराचार-दुष्कर्म होता था। इस प्रकार के चरित्र और गंदे बोल वाले यहां मंत्री थे। पांच साल सरकार होटलों में रही। लोगों ने देख लिया कि इनका चाल चरित्र क्या है। इनकी सोच स्वभाव क्या है।

जयपुर में एक फिल्म के प्रमोशन कार्यक्रम में पहुंचे थे हवामहल विधायक बालमुकुंद आचार्य।

जयपुर में एक फिल्म के प्रमोशन कार्यक्रम में पहुंचे थे हवामहल विधायक बालमुकुंद आचार्य।

कुछ लोग दिनभर बस विरोध करते हैं
सूर्य नमस्कार को लेकर विधायक बोले- मैं राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को धन्यवाद देना चाहूंगा। जिन्होंने ऐतिहासिक काम किया है। बच्चों का शरीर स्वस्थ रहे। सूर्य नमस्कार पूरे शरीर के लिए एक्सरसाइज है। शरीर के साथ मस्तिष्क अच्छा रहे। अच्छे स्वास्थ्य के साथ पढ़ाई में आगे बढ़े।

देश की उन्नति में अपनी भागीदारी दे। इसका विरोध करना गलत है। जो लोग कर रहे हैं। उनका स्वभाव है कि सही बात पर भी विरोध करना है। उनके पास कोई काम नहीं है। उन्हें दिन भर बैठकर बस विरोध ही करना है।

उन्होंने कहा- सूर्य नमस्कार तो पूरे शरीर के विकास के लिए एक्सरसाइज है। सूर्य नमस्कार को डेली करना चाहिए। हम तो दिन प्रतिदिन करते हैं। बहुत सारे परिवार सूर्य नमस्कार करते ही हैं। इसको सरकारी तौर पर स्कूलों में लागू करने का स्वागत करना चाहिए ।

सूर्य नमस्कार का विरोध करने वाले लोगों को जबाब देते हुए विधायक बोले- विरोध करने वालों ने 5 साल तक कुछ नहीं किया। 5 साल तक तुष्टिकरण की राजनीति की। 5 साल में पेपर घोटाले किए। 5 साल तक कई प्रकार के घोटाले किए। उन्होंने राजस्थान को मर्दों का प्रदेश कहा। ऐसे चाल चरित्र की सरकार प्रदेश में पिछले 5 सालों से थी। जिन्होंने वाकई में प्रदेश में कुछ नहीं किया।

बालमुकुंद बोले- सूर्य नमस्कार का मतलब होता है। सूर्य का सम्मान करना। हम सूर्य चंद्रमा, जल वायु आकाश सबका सम्मान करते हैं। हमारे सनातन धर्म में पंचतत्व को सब कुछ मानते हैं। देने वाले को प्रणाम करना कोई गलत बात नहीं है। सूर्य नमस्कार में धर्म कहां बीच में आ रहा है। इससे आपत्ति है तो इसके बारे में अध्ययन कर लो। इसे करने में कही कोई दिक्कत नहीं है।

बालमुकुंद आचार्य ने फिल्म पर बात करते हुए राजस्थान में पलायन पर भी बात की।

बालमुकुंद आचार्य ने फिल्म पर बात करते हुए राजस्थान में पलायन पर भी बात की।

स्कूलों की स्थिति बुरी, बिल्डिंग जर्जर
बालमुकुंद आचार्य ने कहा- उन्होंने स्कूलों की बहुत बुरी स्थिति कर दी। मैं कई स्कूलों में होकर आया। बिल्डिंग जर्जर हो रही है। फर्नीचर नहीं है। कोई पाठ्यक्रम की सामग्री नहीं दी। उन्होंने केवल घोटाले किए। इसलिए स्कूलों के लिए मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री ने आदेश जारी किए।

विधायकों और कार्यकर्ताओं को उनके क्षेत्र के स्कूलों का काम करवाकर उन स्कूलों में जो कमियां हैं, उसको दूर करना है।

स्कूल में बच्चों के लिए जो भी सुख सुविधा प्राइवेट स्कूलों में होती है। वही फैसिलिटी सरकारी स्कूलों में भी लागू होनी चाहिए। प्रायोरिटी पर यह काम शुरू हो चुका है। बच्चों के एग्जाम से पहले कुछ व्यवस्थाएं सही हो जाएगी।

कश्मीर के क्या हालात थे किसी से छुपा नहीं
विधायक बालमुकुंद आचार्य ने फिल्म पर बात करते हुए कहा- पलायन एक ज्वलंत मुद्दा है। इसे पर्दे पर दिखाया गया है। साल 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में भाजपा की सरकार बनी। उसके बाद से देश में परिवर्तन आया।

कश्मीर के क्या हालात थे किसी से छुपा नहीं है। केवल कश्मीर ही नहीं, देश में कई जगह डर का माहौल था। लोगों को मजबूर होकर अपना घर छोड़कर जाना पड़ता है।। क्योंकि वहां ऐसा माहौल बना दिया जाता है। यह चीज हमने बहुत नजदीक से देखी है।

बालमुकुंद आचार्य के साथ फिल्म की कास्ट भी मौजूद रही।

बालमुकुंद आचार्य के साथ फिल्म की कास्ट भी मौजूद रही।

भाजपा की सरकार आने के बाद पलायन कम हुआ
उन्होंने कहा- यही कारण था कि गांव-गांव तक तेज गति से लाेग अपने घर, मकान, जमीन बेचकर पलायन कर रहे थे। पूरे प्रदेश में क्या माहौल बना दिया था।

अलवर में थोड़े समय पहले भी यही माहौल देखने को मिला था। लोगों ने जान बूझकर ऐसी गतिविधियां की। ताकि यहां का माहौल खराब हो। प्रेम भाईचारा खराब हो। पलायन की यह समस्या और बढ़ जाए।

केंद्र सरकार के नेतृत्व में यहां की भाजपा सरकार आने के बाद कई परिवर्तन आए। आपस में भाईचारा-प्रेम भी बढ़ गया। पलायन की घटनाएं भी बंद हो गई। आगे प्रदेश में ऐसी घटनाओं की कोई जगह भी नहीं है।

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