बीकानेर, 7 अक्टूबर। बीकानेर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक वर्ष तक के बच्चों में मृत्यु रोकने और उनके स्वास्थ्य की रक्षा के लिए डिजिटल तकनीक को जोड़ते हुए फिर से एक नवाचार किया है। मां एप की सफलता के बाद जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल की परिकल्पना अनुसार पुकार एप बनाया गया है। शनिवार को जिला कलेक्टर द्वारा पुकार एप का लोकार्पण कर शिशु स्वास्थ्य में एक नए अध्याय की शुरुआत की गई। इस अवसर पर सीएमएचओ डॉ मोहम्मद अबरार पंवार, डॉ नवल किशोर गुप्ता, उपनिदेशक आईटी सत्येंद्र सिंह राठौड़, डीपीएम सुशील कुमार, मितेश खत्री व विनय व्यास मौजूद रहे ।
जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने बताया कि पुकार एप के माध्यम से आशा सहयोगिनी नवजात शिशु से लेकर एक वर्ष तक के बच्चे की स्वास्थ्य देखभाल भ्रमण के दौरान उसकी सारी सूचनाओं को रिकॉर्ड करेगी जिससे पूरे जिले भर के बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी एप के डैशबोर्ड पर सेक्टर, ब्लॉक व जिला स्तरीय अधिकारियों के लिए उपलब्ध हो जाएगी। फल स्वरुप बच्चों के स्वास्थ्य की ट्रैकिंग करते हुए बीमार शिशुओं को समय रहते रेफर करना, इलाज करवाना व अन्य सेवाओं की मॉनिटरिंग संभव हो पाएगी। डॉ अबरार ने बताया कि जिस प्रकार मां ऐप द्वारा किशोरियों व महिलाओं में एनीमिया की रोकथाम में बड़ी सफलता प्राप्त हुई, जिले को प्रतिष्ठित स्कॉच अवार्ड भी मिला, उसी प्रकार पुकार ऐप द्वारा भी स्वास्थ्य क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन परिलक्षित होगा । एचबीपीएनसी व एचबीवाईएनसी के तहत प्रत्येक संस्थागत प्रसव हुए बच्चे की आशा सहयोगिनी द्वारा 42 वे सप्ताह तक 6 बार घर जाकर देखभाल की जाती है। इसका समस्त रिकार्ड आशा सहयोगिनी द्वारा पुकार एप में इंद्राज किया जाएगा। डॉ नवल किशोर गुप्ता ने बताया की पुकार एप में शिशु स्वास्थ्य के साथ-साथ हाई रिस्क गर्भवतियों की सूचना भी दर्ज रहेगी ताकि जन्म से पूर्व ही शिशु के स्वास्थ्य की ट्रैकिंग शुरू हो जाए। इससे न केवल सुरक्षित प्रसव की पृष्ठभूमि तैयार होगी बल्कि सुरक्षित बचपन भी खिलखिलाएगा।
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