सीएम भजनलाल ने बस इतना कहा- इसे देखना:जयपुर में पुलिस ने हवालात में बंद आरोपी को छोड़ दिया
जयपुर
सीएम भजनलाल शर्मा व्यवस्थाओं में कसावट के लिए औचक निरीक्षण पर भी जोर दे रहे हैं लेकिन पुलिस का ढर्रा सुधारता नहीं दिख रहा। शुक्रवार रात 12:30 बजे औचक निरीक्षण पर सदर थाने पहुंचे सीएम ने हवालात में बंद एक युवक के परिजन की गुहार पर सिर्फ इतना कहा- ‘इसे देखना’। लेकिन पुलिस ने आधी रात को मुचलका भरा और युवक को छोड़ दिया।
हुआ यूं कि सीएम ने 50 मिनट के निरीक्षण के बीच हवालात में बंद दो युवकों रामगंज निवासी मोहम्मद कैफ व शास्त्री नगर पीतल फैक्ट्री हेमंत दास से बात भी की। दोनों शांतिभंग में बंद थे। हेमंत के परिजन थाने के बाहर डेरा डाले हुए थे।
परिजन ने गुहार लगाई कि हेमंत को छोड़ा जाए। इस पर सीएम ने पुलिस अफसरों से इतना ही कहा कि इसे देखना। सीएम के जाते ही थाना प्रभारी राजेन्द्र सिंह ने हेमंत को हवालात से निकाला, एसीपी जयसिंह ने रात 1 बजे मुचलका भरा। फिर यह कहकर परिजन के साथ घर भेज दिया कि कल दोपहर आ जाना, कोर्ट में पेश करेंगे। हेमंत शनिवार को थाने पहुंचा, जिसे पुलिस ने इस्तगासे के साथ मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया।
सीएम भजनलाल शर्मा शुक्रवार रात 12 बजे बाद अचानक ओटीएस स्थित सीएम आवास से निकल रेलवे स्टेशन के पास सदर थाने पहुंचे थे।
सामान्यतः यह है प्रक्रिया
कमिश्नरेट क्षेत्र में शांतिभंग के आरोपी को कार्यपालक मजिस्ट्रेट के यहां पेश करते हैं। चारों जिलों में आरपीएस स्तर के 4 कार्यपालक मजिस्ट्रेट हैं, जो जमानत लेने या जेल भेजने के आदेश देते हैं।
मुचलके का हक हैः एसीपी
सदर थाना एसीपी जयसिंह बोले- जमानत-मुचलका लेने का एसीपी को अधिकार है। इसीलिए रात को इस प्रक्रिया के बाद घर भेज दिया। शनिवार को युवक को बुलाकर तस्दीक के लिए कार्यपालक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया।
Add Comment