बीकानेर
बीकानेर रेंज के चारों जिलों में अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों पर सबसे ज्यादा अत्याचार बीकानेर जिले में हुए। तीन सालों में रेंज में सबसे ज्यादा 500 प्रतिशत की बढ़ोतरी मारपीट में गंभीर चोट लगने की है। दुष्कर्म 20.62 प्रतिशत बढ़ गए।
बीकानेर रेंज के बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और अनूपगढ़ जिलों में एससी एसटी से दुष्कर्म, हत्या, गंभीर चोट और नुकसान, गाली-गलौज के अपराध और पुलिस थानों में दर्ज मुकदमों की ‘भास्कर’ ने पड़ताल की। सामने आया कि रेंज में अपराध और मुकदमों की संख्या हर साल बढ़ रही है। तीन सालों में वर्ष, 21 से 23 तक 38.78 प्रतिशत केस बढ़ गए।
हालांकि, वर्ष 22 की तुलना में बढ़ोतरी का प्रतिशत 23 में 9.22 प्रतिशत रहा। रेंज में सबसे ज्यादा मारपीट में गंभीर चोट लगने की बढ़ोतरी हुई जो 500 प्रतिशत तक है। इसके अलावा महिलाओं से दुष्कर्म के मामले 20.62 प्रतिशत बढ़ गए। तीन सालों में चारों जिलों में 3311 मुकदमे दर्ज हुए। सबसे ज्यादा 991 केस बीकानेर में हुए हैं। उसके बाद हनुमानगढ़ में 965, श्रीगंगानगर में 818 और अनूपगढ़ में 497 मुकदमे दर्ज हुए।
गंभीर चोट और नुकसान के मामलों में बीकानेर जिला एक नंबर पर है। इसमें बढ़ोतरी का प्रतिशत 300 और 200 तक पहुंच गया है। राहत यह है कि हत्या के मामले तीन सालों में 1765 प्रतिशत और वर्ष, 22 की तुलना में 23 में 50 प्रतिशत कम हुए हैं।
3 एससी एसटी और गंभीर नुकसान के मुकदमों की संख्या कम
पुलिस थानों में दर्ज 3एससी एसटी और गंभीर नुकसान के मुकदमों की संख्या कम ही है। तीन सालों में 3एससी एसटी के बीकानेर में एक भी मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। श्रीगंगानगर में 9, हनुमानगढ़ में 6, अनूपगढ़ में 3 केस दर्ज हुए। गंभीर नुकसान के बीकानेर में 3, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और अनूपगढ़ में एक भी मुकदमा दर्ज नहीं हुआ।
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