
REPORT BY SAHIL PATHAN
हनी ट्रैप में फंसा फौजी क्रुणाल कुमार बारिया 2 साल से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI की सिदरा खान के संपर्क में था। दो सालों में क्रुणाल ने अच्छी खासी जानकारियां पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों तक पहुंचाई हैं। लेकिन इन दो सालाें में सिदरा खान की तरफ से उसके खाते में 10 हजार रुपए ही डाले गए हैं। पुलिस को पूरा यकीन है कि क्रुणाल को पाकिस्तान भेजी गई जानकारियों के लिए लाखों रुपए दिए गए हैं।
फिलहाल स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सैल (SSOC) की टीम ने रविवार उसे दोपहर कोर्ट में पेश किया है। SSOC की तरफ से 14 दिन का रिमांड मांगा गया, जिस पर कोर्ट ने क्रुणाल को चार दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। SSOC अपने इस रिमांड में क्रुणाल से पाकिस्तान भेजी गई जानकारियों का ब्यौरा जानना चाहती है। वहीं दूसरी तरफ सेना की खुफिया एजेंसियां भी SSOC के संपर्क में है। वे अपने स्तर पर क्रुणाल के द्वारा पाकिस्तान भेजी गई जानकारियों से सेना को हुए नुकसान का लगातार अध्ययन कर रही हैं। वहीं दूसरी तरफ पिछले दो सालों से सिर्फ सिदरा ही तीन नंबरों से क्रुणाल से लगातार बातचीत कर रही थी। जिसमें से एक भारतीय नंबर और दो पाकिस्तानी नंबर थे। फिलहाल क्रुणाल का फोन जांच के लिए भेज दिया गया है। जिससे अधिकतम जानकारियां सेना और SSOC दोनों को मिल पाएंगी।
रिश्तेदारों के एकाउंट खंगाल रही SSOC
शुरुआती जांच में जब क्रुणाल के बैंक खातों को खंगाला गया तो एक 10 हजार रुपए की ही जानकारी निकल पाई है। फिलहाल क्रुणाल के रिश्तेदारों के खाते भी खंगाले जा रहे हैं। SSOC जांच में जुटी है कि अन्य किसी के खाते में पाकिस्तानी एजेंसियों की तरफ से पैसा डाला गया है। वहीं दूसरी तरफ यह भी जांच का विषय बन चुका है कि अगर खाते में पैसे नहीं आए तो पाकिस्तानी एजेंसियां किस रूट से क्रुणाल के पास पैसे भिजवा रही थी।
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