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इधर हुई डिप्टी एनएसए की नियुक्ति  उधर आतंकी संगठन PRA ने एक बार फिर दी हिंदुस्तान को चुनौती,देखें जारी किया हुआ वीडियो

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इस वीडियो का उद्देश्य किसी आतंकी संगठन को प्रमोट करना नहीं अपितु देश की सुरक्षा के लिए जानकारी प्रदान करवाना है 👇


*REPORT BY SAHIL PATHAN*


राजस्थान के तेजतर्रार आईपीएस पंकज सिंह को जिस दिन डिप्टी एनएसए के पद पर नियुक्ति मिली उसी दिन पॉपुलर रेजिस्टेंस आर्मी ऑर्गेनाइजेशन आतंकी संगठन ने खुलेआम भारत को चेतावनी देकर फिर से मुश्किलें बढ़ा दी है।
उल्लेखनीय है कि बीएसएफ के सेवानिवृत्त तेज तर्रार अधिकारी पंकज कुमार सिंह को डिप्टी एनएसए नियुक्त किया गया है। उनकी नियुक्ति के दिन ही पीआरए के जनरल कोबरा कमांडर ने हिंदुस्तान को कड़ी चुनौती देते हुए अपने 2023 के विजन को एक वीडियो के माध्यम से भेजा है।इस वीडियो में इस आतंकी संगठन के प्रवक्ता ने खुलेआम कहा है कि 2022 उनके लिए एक महत्वपूर्ण वर्ष रहा जिसमें उन्होंने बड़े कदम उठाते हुए भारत के खिलाफ बहुत से ऑपरेशन चलाए और इसी रुख को आगे बढ़ाते हुए घाटी में 2023 में भी बड़ी तादाद में ऑपरेशन चलाए जाएंगे। उन्होंने खुलेआम कहा कि हिंदुत्ववादी शक्तियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाकर घाटी में यह संगठन अपना काम करेगा। उन्होंने कहा कि हिंदुत्ववादी शक्तियों को आड़े हाथों लेते हुए आखरी सांस तक उनके साथ लोहा लिया जाएगा। जिसमें टीआरएफ, पीएएफएफ, केटी, केएफएफ जैसे आतंकी संगठनों को पूर्ण समर्थन देते हुए  खालिस्तान   तथा भारतीय शासन के खिलाफ लड़ने वालों को पूर्ण समर्थन दिया जाएगा।उन्होंने घोषणा की कि चीन द्वारा कब्जे लिए हुए ईस्ट तुर्किस्तान में भी संगठन काम करेगा साथ ही चीन में अयंगर मुसलमानों पर हो रहे अत्याचारों पर भी कार्यवाही करते हुए चीन को सबक सिखाया जाएगा। इस पूरे वीडियो में बार-बार भारत के कश्मीर को अपना बताते हुए उन्होंने कहा कि हिंदुत्ववादी फोर्सेज के खिलाफ सभी आतंकी संगठन मिलकर काम करेंगे और पीआरए की लीडरशिप में आगामी वर्ष में जीत का जश्न जरूर मनाएंगे। 
उधर डिप्टी एनएसए सिंह  की ओर देखें तो उन्होंने  ईस्टर्न फ्रंटियर के चीफ के रूप में पश्चिम बंगाल और असम की सीमाओं के माध्यम से मवेशियों की तस्करी को कम करने में अहम भूमिका निभाई थी. बताया जाता है कि उनकी सक्रिय भूमिका के कारण ही 2015 से 2021 के बीच भारत-बांग्लादेश सीमा पर मवेशियों की तस्करी में 87 फीसदी की कमी आई थी। ऐसे में डिप्टी एनएसए के रूप में वे अपने काम को कैसे अंजाम देते हैं और ऐसे आतंकी संगठनों को क्या सबक सिखाते हैं यह जल्द ही देखने को मिलेगा।

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