खालिस्तानी आतंकियों का साथी शंकर खुद को बताता रामभक्त:सीकर में रामनवमी पर रैली निकाली, मंदिर के चंदे से रेकी करने गया अयोध्या, बीकानेर में प्लानिंग
जयपुर

राजस्थान के 3 गैंगस्टर खालिस्तान समर्थक आंतकियों के साथ मिलकर अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले कार्यक्रम के दौरान हमने की साजिश रच रहे थे। एटीएस और यूपी पुलिस ने गुरुवार देर रात इन्हें गिरफ्तार कर लिया।
दो की पहचान जाजोद के रहने वाले शंकर जाजोद (दुसाद) और प्रदीप पूनिया के रूप में हुई। वहीं, तीसरा आरोपी झुंझुनूं का रहने वाला अजीत कुमार है।
मामले को इंवेस्टिगेट किया तो गैंगस्टर शंकर जाजोद को लेकर कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई। राजू ठेहट की हत्या के बाद उसकी गैंग को शंकर ही ऑपरेट कर रहा था। उसने सीकर में खुद की राम भक्त और समाजसेवी की छवि बना रखी थी।
रामनवमी पर वाहन रैली निकाली। मंदिर के लिए चंदा इकट्ठा किया। उसी पैसे से अयोध्या में रेकी करने गया था। शंकर जाजोद ने अयोध्या में रेकी का प्लान बीकानेर जेल में बनाया था।
पढ़िए कैसे शंकर खालिस्तान समर्थकों के संपर्क में आया और कैसे पूरी साजिश रची…

जेल में लॉरेंस गैंग से बदला लेने के लिए खालिस्तान आतंकियों से हाथ मिलाया
राजू ठेहट के लिए काम करने वाला शंकरलाल जाजोद साल 2016 में कांग्रेस नेता रामकिशन सिहाग की हत्या के मामले में गिरफ्तार हुआ था। उसके बाद उसे बीकानेर जेल में भेज दिया गया था। करीब 7 साल तक शंकर बीकानेर जेल में ही बंद रहा था।
इस दौरान 3 दिसंबर 2022 में आनंदपाल गैंग और लॉरेंस गैंग ने मिलकर राजू ठेहट की हत्या कर दी। ठेहट के बाद उसकी गैंग को शंकर जाजोद ही ऑपरेट कर रहा था।
शंकर लॉरेंस गैंग से ठेहट की हत्या का बदला लेना चाहता था। इसी दौरान उसकी जेल में एक अन्य कैदी लखबिंदर से जान पहचान हुई थी। लखबिंदर खालिस्तान आतंकियों के लिए काम करता था।
लखबिंदर ने शंकर को बताया कि खालिस्तान आतंकी पन्नू भी लॉरेंस गैंग से बदला लेना चाहता है। दोनों मिलकर लॉरेंस गैंग से बदला ले सकते हैं।
जेल से निकलकर खालिस्तान आतंकी सुक्खा के संपर्क में आया
लखबिंदर ने शंकर को बताया कि वो जेल से छूटने के बाद उसके भांजे पम्मा से जाकर मिले। लखबिंदर ने शंकर को पम्मा का नंबर भी दिया।
पम्मा ने शंकर को कनाडा में रह रहे खालिस्तान समर्थक सुखबिंदर सिंह गिल उर्फ सुक्खा उर्फ सुखदिल का फोन नंबर दिया। इसके बाद शंकर की सुखबिंदर से वॉट्सऐप कॉल पर बात होने लगी।
सुखबिंदर ने बताया कि लॉरेंस की गैंग ने कई खालिस्तान समर्थकों की हत्या करवाई है। वो भी उसे बदला लेना चाहते है।
सुखबिंदर ने शंकर की हरमिन्दर सिंह उर्फ लांडा से भी मुलाकात कराई। इस बीच सितंबर 2023 को कनाडा में सुखबिंदर की हत्या हो गई।

रामनवमी पर शंकर ने ऐसे ही होर्डिंग और पोस्टर सीकर शहर में जगह-जगह लगाए थे।
खुद को राम भक्त बता सीकर में रामनवमी की रैली निकाली
शंकरलाल जाजोद एक तरफ खालिस्तान समर्थक आतंकियों के संपर्क में था। दूसरी तरफ लोगों के बीच अपनी छवि रामभक्त की बना रखा था।
शंकर ने साजिश को अंजाम देने के लिए काफी पहले ही तैयारी कर ली थी। वो पिछले तीन साल से सीकर में बीजेपी नेताओं और आरएसएस के लोगों के सम्पर्क कर दोस्ती की कोशिश में था।
शंकर कुछ समय के लिए पैरोल पर बाहर आया था। इस दौरान उसने सीकर में 2 अप्रैल 2022 को रामनवमी पर हुई भगवा वाहन रैली में भाग भी लिया।
रैली के लिए पूरे सीकर में शंकर जाजोद ने अपने पोस्टर और होर्डिंग लगवाए थे। इसे पहले उसने अयोध्या राम मंदिर के लिए चंदा भी इकट्ठा किया था। मंदिरों में पैसा भी दान किया।
खालिस्तान आतंकियों ने अयोध्या पर हमले के लिए रेकी का काम शंकर को दिया
खालिस्तान समर्थक और सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने अयोध्या पर हमले की साजिश रची थी। अयोध्या पर 22 जनवरी को मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के दौरान हमले का प्लान था।
शंकर जाजोद बीकानेर जेल से 15 मई 2023 को जेल से बाहर आया था। जेल से बाहर आने के बाद हरमिंदर सिंह उर्फ लांडा ने शंकर जाजोद को बताया कि गुरपतवंत सिंह पन्नू ने अयोध्या में राम मंदिर पर हमले का प्लान बनाया है।
हरमिंदर ने शंकर को बताया कि तुम्हे वहां जाकर मंदिर की रेकी करके नक्शा तैयार करके भेजना है। इसके बाद पन्नू बताएंगे आगे कब और कैसे हमला करना है।

फोटो उस समय का जब शंकर जाजोद को सीकर कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया था।
जेल से बाहर आते ही मेघालय में माइनिंग और नागालैंड ट्रांसपोर्ट का बिजनेस
जेल से बाहर आने के बाद उसने पैसे कमाने के लिए मेघालय में दूसरों के नाम पर माइन ले रखी थी। वर्ष 2016 में शंकर ने फरारी के समय नागालैंड में ट्रांसपोर्ट का काम शुरू किया था।
अब जेल से बाहर आने के बाद उसने फिर से नागालैंड के साथ राजस्थान में भी ट्रांसपोर्ट का बिजनेस शुरू कर दिया।
माइनिंग और ट्रांसपोर्ट से कमाए पैसों से वो खुद की समाज सेवी की छवि बनाने में लगा था। इसके लिए सीकर के नेताओं और नामी लोगों से मिलकर दोस्ती करने में लगा था।
कोई शक न करे इसलिए गाड़ी पर श्रीराम का झंडा लगाया
गुरपतवंत सिंह पन्नू के कहने पर शंकर जाजोद अयोध्या में रेकी करने के लिए अपने साथ झुंझुनूं के अजाड़ी खुर्द में रहने वाले अजीत पुत्र आनंद कुमार शर्मा और सीकर के ढालियावास गांव में रहने वाले प्रदीप पुत्र राजेंद्र सिंह को ले गया।
रेकी के लिए शंकर ने सफेद रंग की स्कोर्पियो गाड़ी ले रखी थी। यह शंकर के नाम से रजिस्टर्ड थी, लेकिन वाहन पोर्टल पर यह फरीदाबाद के श्रवण कुमार के नाम पर थी।
अयोध्या में रेकी के दौरान उन पर कोई शक नहीं करे, इसके लिए उन्होंने गाड़ी पर श्रीराम का झंडा लगा रखा था। ताकि वो वहां श्रद्धालु लगे जो राम मंदिर के दर्शन करने आए हैं।

झुंझुनूं के गैंगस्टर अजित शर्मा का घर, जहां देर रात पुलिस पहुंची और जानकारी जुटाई।
दो फर्जी आधार और फर्जी सिम ले रखी थी
शंकर ने अयोध्या मंदिर की रेकी करने के लिए दो फर्जी आधार कार्ड भी बनवा रखे थे। दोनों में उसने खुद की फोटो लगाई लेकिन नाम अलग-अलग थे।
इसके अलावा सीकर के जाजोद में धानी डबला गांव में रहने वाले धर्मवीर महाला के नाम से सिम ले रखी थी। इसी सिम से वो खालिस्तानी आतंकियों के संपर्क में था।
कांग्रेस नेता की हत्या के बाद चर्चित हुआ शंकर जाजोद
बीकानेर में गंगाशहर में रहने वाले राष्ट्रीय कांग्रेस युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष रामकृष्ण सिहाग की 24 फरवरी 2011 को हत्या हो गई थी। हत्या शंकर जाजोद ने करवाई थी।
यह वो दौर था जब आनंदपाल और राजू ठेहट के बीच गैंगवार चल रहा था। कांग्रेस नेता रामकृष्ण सिहाग की हत्या करवाने के बाद शंकर जाजोद अपराध की दुनिया में पहली बार चर्चा में आया था।

राजू ठेहट और आनंदपाल के बीच गैंगवार चल रहा था। ठेहट के कहने पर शंकर जाजोद ने बीकानेर जेल में आनंदपाल को मारने के लिए हथियार भिजवाए थे।
आनंदपाल को मरवाने के लिए जेल में हथियार भिजवाए
राजू ठेहट और आनंदपाल के बीच गैंगवार चल रहा था। आनंदपाल ने वर्ष 2012 में सीकर जेल में बंद राजू ठेहट पर हमला करवाया था। इसमें राजू ठेहट बच गया था।
इसके बाद राजू ठेहट ने वर्ष 2014 में बीकानेर जेल में बंद आनंदपाल पर हमला करवाने की साजिश रची। इस दौरान शंकर जाजोद को जेल के अंदर हथियार पहुंचाने का जिम्मा सौंपा था।
24 जुलाई 2014 को बीकानेर जेल में आनंदपाल पर हमला हुआ। इसमें आनंदपाल बच गया लेकिन बलबीर बानूड़ा की मौत हो गई।
ठेहट ने शंकर को आनंदपाल के हत्या की सुपारी दी
बलबीर बानूड़ा के बीच में आने से आनंदपाल बच गया था। इसके बाद राजू ठेहट ने आनंदपाल को मरवाने के लिए हत्या के मामले में फरार शंकर जाजोद को सुपारी दी थी।
शंकर जाजोद ने आनंदपाल पर कई बार हमले की साजिश भी रची। एक बार हमला भी किया लेकिन उस समय आनंदपाल बच गया था।
इसके बाद शंकर जाजोद आनंदपाल पर दोबारा हमले की कोशिश करता, इससे पहले 2016 में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
लॉरेंस गैंग से बचने के लिए पुलिस से सुरक्षा मांगी
वर्ष 2022 में शंकर जाजोद अपनी बहन की शादी में जेल से जमानत पर बाहर आया था। उस दौरान उसने सीकर पुलिस से सुरक्षा की मांग की थी। हालांकि उसे पुलिस सुरक्षा नहीं मिली थी।

2016 को शंकर जाजोद को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। 15 मई 2023 में वह जमानत पर जेल से बाहर आया।
शंकर जाजोद के खिलाफ दर्ज हैं ये मामले
- वर्ष 2007 में थाना रींगस में मारपीट का मामला।
- वर्ष 2007 में सीकर कोतवाली में फायरिंग का मामला।
- वर्ष 2008 में शराब तस्करी को लेकर सीकर के रानोली में मुकदमा।
- नागौर के लाडनूं थाने में हवाला लूट का मामला।
- 2011 में बीकानेर में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष रामकृष्ण सिहाग की हत्या का मुकदमा।
- 2014 में बीकानेर सेंट्रल जेल में बलबीर बानूड़ा की हत्या का षड्यंत्र रचने का मामला।
- 2014 में थाना बिछवल, जनपद बीकानेर में आर्म्स एक्ट से संबंधित मामला।
यूके में मिली यूपी सीएम को भेजी वॉइस रिकॉर्डिंग की लोकेशन
यूपी एटीएस के मुताबिक, सीएम योगी को धमकी भरी वॉइस रिकॉर्डिंग भेजी गई है। रिकॉर्डिंग यूनाइटेड किंगडम (यूके) की लोकेशन से मिली है। फिलहाल, इस मैसेज से जुड़े सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।
एटीएस की ओर से गिरफ्तार किए गए पन्नू के तीनों साथियों से पूछताछ की जा रही है। इन्हें कोर्ट में भी पेश किया जाएगा। उसके बाद भी आगे की कार्रवाई की जाएगी।

खालिस्तान समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और पंजाब के सीएम भगवंत मान को भी धमकी दे चुका है।
भगवंत मान भी निशाने पर
खालिस्तान समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू ने भगवंत मान को भी धमकी दी है। पन्नू ने 26 जनवरी को भगवंत मान पर हमला करने के लिए गैंगस्टर को साथ आने के लिए कहा है।
पंजाब में गैंगस्टर के खिलाफ सख्ती बरतने के बाद यह संदेश पंजाब पुलिस को मिला था। इस संबंध में एटीएस जांच कर रही है। साथ ही ये भी पता लगाया जा रहा है कि पन्नू के अभी और कितने साथी बाहर घूम रहे हैं।
बता दें कि 2 साल पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गुरपतवंत सिंह पन्नू से धमकी मिल चुकी है। पन्नू भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को भी धमकी दे चुका है।
पन्नू ने दंगे भड़काने की भी रची साजिश
बीते दिनों ने पन्नू ने यूपी में दंगे भड़काने की साजिश रची थी। उसने एक वीडियो जारी कर कहा था कि पीएम मोदी मुस्लिम समुदाय के दुश्मन हैं। राम मंदिर का निर्माण विवादित ढांचे को गिरा कर किया गया है। ये विवादित ढांचे का विध्वंस नहीं है, ये 2 करोड़ भारतीय मुस्लिमों का धर्म परिवर्तन है।
2020 में आतंकी घोषित हुआ पन्नू
भारत सरकार ने 2019 में आतंकी गतिविधियां चलाने के आरोप में गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम यानी UAPA के तहत पन्नू के संगठन एफजे पर बैन लगाया। गृह मंत्रालय ने अपनी अधिसूचना में कहा था कि सिखों के लिए रेफरेंडम की आड़ में एसएफजे पंजाब में अलगाववाद और उग्रवादी विचारधारा का समर्थन कर रहा है।
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