गुर्गों के लिए जेल ब्रेक की तैयारी में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, खुफिया एजेंसी ने दिया अलर्ट
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई (Gangster Lawrence Bishnoi), जेल में बंद अपने गुर्गों को छुड़ाने के लिए जेल ब्रेक की साजिश रच रहा है. हालांकि जेलों को खुफिया एजेंसियों का इनपुट मिल चुका है और सुरक्षा बढ़ा दी गई है.

गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की गैंग जेल ब्रेक की साजिश रच रही है.
नई दिल्ली. कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई (Gangster Lawrence Bishnoi) अपने गैंग को फिर से बढ़ाने के लिए नाभा जेल ब्रेक जैसी साजिश रच रहा है. खुफिया एजेंसियों ने बताया है कि पंजाब की 5 संवेदनशील जेल उसके निशाने पर हैं. अपने गैंग को दोबारा जिंदा करने के लिए लॉरेंस ने नई प्लानिंग की है. इसके लिए वह पंजाब की अलग-अलग जेलों में बंद अपने साथियों को छुड़ाने की साजिश रच रहा है. लिहाजा इन गैंग के सदस्यों के ऊपर सतर्कता और बढ़ा दी गई है.
हालांकि सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में मुख्य आरोपी लॉरेंस बिश्नोई को पेट में तकलीफ और तेज बुखार के बाद जेल के अस्पताल में भर्ती कराया गया था. तबीयत बिगड़ने पर फरीदकोट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में रेफर किया गया. उसे डेंगू हो गया है, लेकिन हालत में सुधार है. खुफिया रिपोर्ट के अनुसार मौजूदा समय में ज्यादातर लॉरेंस गैंग के सदस्य पंजाब की जेलों में बंद हैं. एनआईए द्वारा दाखिल की गई चार्जशीट के मुताबिक तिहाड़ जेल, फिरोजपुर जेल, भटिंडा जेल और मानसा जेल में बंद लॉरेंस और उसके साथियों ने बात करके सिद्धू मूसे वाला हत्याकांड की साजिश रची थी.
जेलों की सुरक्षा बढ़ाई गई, लॉरेंस के सभी गुर्गों पर सख्त निगरानी
अब इस हत्याकांड के डेढ़ साल बाद लॉरेंस और उसके साथी इन संवेदनशील जेलों से अपने साथियों को भगाने की साजिश भी रच रहे है. खुफिया एजेंसियों को जैसे ही इस बात का इनपुट मिला तो उन्होंने जेल प्रशासन को अलर्ट कर दिया और जेल के अंदर बंद लॉरेंस के साथियों पर निगरानी और ज्यादा बढ़ा दी गई है. इन तीन जेलों के अलावा लुधियाना और गुरदासपुर जेल भी लॉरेंस गैंग के निशाने पर है. नवंबर 2016 में हुए पंजाब नाभा जेल ब्रेक कांड में दो दुर्दांत खालिस्तानी आतंकी जेल से भाग गए थे.
विदेशी आतंकियों से मिल रही मदद, खालिस्तानी संबंध हुए उजागर
खुफिया एजेंसियों का मानना है इसी तर्ज पर अब लॉरेंस का गैंग अपने साथियों को छुड़ाने की साजिश रच रहा है. इसमें सबसे बड़ी मदद उसको विदेश में बैठे खालिस्तानी आतंकियों से मिल रही है. खुफिया एजेंसियां इस जानकारी को और ज्यादा संवेदनशील तरीके से इसलिए भी देख रही हैं क्योंकि पिछले 6 महीनों में कई फिरौती और हत्या की वारदातों में जेल में बंद लॉरेंस के गुर्गों का ही हाथ सामने आया है.
पंजाब की जेलों में 50 से अधिक गुर्गे
ऐसे में जेल की कमियों का फायदा उठाकर अब लॉरेंस के गैंग जेल ब्रेक जैसी साजिश भी रचने की फिराक में है. हालांकि पिछले 6 महीनों में पंजाब की जेलों में छापेमारी भी की गई है जिसमें मोबाइल फोन भी जब्त किए गए हैं. लेकिन मौजूदा समय में पंजाब की अलग-अलग जेलों में बंद लॉरेंस गैंग के 50 से ज्यादा सदस्य जेल प्रशासन के लिए इस इनपुट मिलने के बाद और बड़े सिरदर्द बन गए हैं जिनसे निपटने के लिए नए सिरे से रणनीति बनाई जा रही है.






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