चौथी बार सीएम बनने के सवाल पर गहलोत ने कहा, मुख्यमंत्री का पद मुझे छोड़ेगा भी नहीं, और फिर संभाल ली बात
राजस्थान न्यूज़: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर मुख्यमंत्री पद छोड़ने की मंशा जताई है। उन्होंने दिल्ली में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि वो मुख्यमंत्री पद छोड़ना चाहते हैं लेकिन ये पद मुझे नहीं छोड़ रहा। हालांकि बाद में वो यह भी बोल गए कि मुख्यमंत्री का पद मुझे छोड़ेगा भी नहीं।
हाइलाइट्स
- राजस्थान के मुख्यमंत्री पद पर चौथी बार बैठने पर क्या बोले अशोक गहलोत?
- कहा मैं मुख्यमंत्री पद छोड़ना चाहता हूं, ये पद ही नहीं छोड़ रहा
- गहलोत दिल्ली में एआईसीसी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में बात कर रहे थे
राजस्थान में सरकार बनी तो क्या चौथी बार घोड़ा चढ़ेंगे? अशोक गहलोत ने दिया ये जवाब
राजस्थान में सरकार बनी तो क्या चौथी बार घोड़ा चढ़ेंगे? अशोक गहलोत ने दिया ये जवाब
जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर मुख्यमंत्री पद को लेकर अपनी मंशा बयां की है। दिल्ली प्रवास पर एआईसीसी में पत्रकारों से बातचीत में गुरुवार को उन्होंने दोहराया कि वो मुख्यमंत्री पद छोड़ना चाहते हैं लेकिन ये पद उन्हें नहीं छोड़ रहा। गहलोत से पूछा गया था कि यदि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनती है तो क्या वो चौथी बार घोड़ा चढ़ेंगे? यानी क्या सरकार बनी तो मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठेंगे। इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने राजस्थान में फ्री इलाज योजना की लाभांवित एक महिला से हुई बातचीत का किस्सा सुनाया। उन्होंने दोहराया कि वो यह पद छोड़ना चाहते हैं लेकिन ये पद ही नहीं छोड़ रहा। प्रेस वार्ता में बोलते हुए मुख्यमंत्री के मुंह से यह भी निकल गया कि ‘मुख्यमंत्री का पद मुझे छोड़ेगा भी नहीं’। हालांकि कुछ देर बाद वो अपनी बात को संभालते हुए सफाई देते दिखे कि उनका मतलब गांधी परिवार के भरोसे से था। यानी सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने उन्हें ये जिम्मेदारी सौंपी है।
विधायकों के टिकट कटने के सवाल पर गहलोत बोले, तब कटता है जब विकल्प हो वहां
दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस में विधायकों के टिकट कटने के सवाल पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जवाब देते हुए विपक्ष पर महौल बनाने की बात कही। उनहोंने कहा ‘पहली बात तो टिकट तब कटता है जब वहां विकल्प हो। विपक्ष का काम है, करप्शन हुआ है, एंटी इनकमबेंसी बताता है। लेकिन यहां तो चुनी हुई सरकार को होर्स टेडिंग कर गिराने का काम हुआ। मेरे विधायकों को 10 करोड़ का ऑफर था लेकिन फिर भी उन्होंने साथ निभाया। जनता ने फोन कर विधायकों को, मुझे फोन कर कहा चाहे होटल में 40 दिन रुके रहो लेकिन सरकार गिरनी नहीं चाहिए। यदि विधायक करप्ट होते तो 10 करोड़ रुपए बहुत होते हैं, सरकार गिर जाती हमारी।’
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