बीकानेर, 21 जून। जिला स्तरीय बाल श्रमिक टास्क फोर्स, बंधक श्रमिक सतर्कता समिति एवं बीओसीडब्ल्यू टास्क फोर्स की समीक्षा बैठक शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने बाल श्रम की रोकथाम एवं बाल संरक्षण के प्रति जागरूकता के लिए समन्वित प्रयास करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नगर निगम एवं नगर पालिकाओं के कचरा संग्रहण वाहनों में जागरूकता से जुड़े जिंगल चलाए जाएं। प्रत्येक विषय पर आपसी समन्वय रखने को कहा।
जिला कलेक्टर ने कहा कि संबंधित विभागों द्वारा होटलों, ढाबों, कारखानों, बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन व ईंट भट्टों आदि का निरीक्षण किया जाए। इस दौरान बाल श्रम का मामला सामने आए तो त्वरित कार्यवाही हो। उन्होंने कहा कि बाल श्रम के प्रत्येक प्रकरण में समय पर एफआईआर दर्ज हो एवं बच्चों का पुनर्वास सुनिश्चित किया जाए।
संयुक्त श्रम आयुक्त प्रदीप कुमार ने गत तीन महीनों में किए गए कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि श्रम निरीक्षकों द्वारा विभिन्न संस्थाओं से बाल श्रम नहीं करने से संबंधित 142 संस्थाओं से वचन पत्र भरवाए गए।
बैठक में बाल कल्याण समिति अध्यक्ष एड. जुगल किशोर व्यास, किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य अरविंद सिंह सैंगर, बाल अधिकारिता विभाग से सुरेंद्र कुमार सहित श्रम और अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
जिला कलेक्टर ने नार्को कोऑर्डिनेशन समिति की बैठक में निर्देश दिए कि नशा मुक्ति अभियान के तहत प्रतिष्ठानों एवं नागरिकों से ऑनलाइन माध्यम से ई-शपथ दिलवाई जाए। उन्होंने कहा कि दुकानों पर नशे से संबंधित किसी प्रकार की सामग्री का विक्रय नहीं हो, इसके लिए पुलिस द्वारा नियमित रूप से इन दुकानों का निरीक्षण किया जाए।
सामाजिक एवं न्याय अधिकारिता विभाग के संयुक्त निदेशक एल.डी पवार ने अनुसूचित जाति अत्याचार निवारण के तहत दर्ज प्रकरणों, राहत राशि का पुनर्वालोकन एवं दर्ज प्रकरणों पर एफआईआर के संबंध में जानकारी दी।
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