बीकानेर, 26 अप्रैल। जिला कलक्टर नमित मेहता ने कहा कि किसी भी कीमत पर आॅक्सीजन का अपव्यय नहीं हो, इसके लिए ‘फ्लोर मैनेजमेंट’ को और अधिक सुदृढ़ रखा जाए। मेडिकल काॅलेज प्राचार्य, पीबीएम अधीक्षक सहित वरिष्ठ चिकित्सक एमसीएच विंग का रेंडम और नियमित विजिट करें। विंग के वार रूम में राउंड द क्लाॅक नियुक्त कार्मिक भी सीसीटीवी स्क्रीन के माध्यम से इस पर नजर रखें। साथ ही ऑक्सीजन बचत के लिए मरीजों एवं उनके परिजनों की काउंसलिंग की जाए।
मेहता ने सोमवार को मेडिकल काॅलेज सभागार में आयोजित बैठक में यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एमसीएच विंग सहित पीबीएम अस्पताल में भर्ती सभी गंभीर एवं अतिगंभीर रोगियों के लिए मांग के अनुरूप आॅक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है। रोगी बढ़ने की स्थिति में भी यह व्यवस्था नहीं बिगड़े, इसके लिए प्रभावी योजना के अनुसार काम किया जाए। प्रशासन द्वारा ऑक्सीजन की मांग और आपूर्ति की समूची व्यवस्था की माॅनिटरिंग के लिए वरिष्ठ आरएएस अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। चिकित्सक भी इसे लेकर सतर्क रहें और यह सुनिश्चित करें शत-प्रतिशत आॅक्सीजन का उपयोग मरीजों की स्वास्थ्य रक्षा के लिए हो। उन्होंने कोविड अस्पताल में भर्ती मरीजों के परिजनों से मिलने का समय निर्धारित करने के निर्देश दिए तथा कहा कि इसके अलावा कोई भी यहां नहीं रहे, यह सुनिश्चित किया जाए।
जिला कलक्टर ने कहा कि सामान्य और कम गंभीर के मरीजों को कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया जा सके, इसके लिए वरिष्ठ चिकित्सकों की कमेटी गठित की जाए। इस कमेटी द्वारा चिकित्सकीय मापदण्डों के आधार पर परीक्षण बाद ही यह कार्यवाही की जाए। साथ ही ऐसे मरीज, जिन्हें केवल चिकित्सकीय पर्यवेक्षण की जरूरत है, उन्हें आवश्यकता अनुसार डे-केयर सेंटर में रखा जाए। आवश्यकता के अनुसार अतिरिक्त बेड्स की व्यवस्था के लिए पीबीएम परिसर अथवा आसपास के भवनों के चिन्हीकरण पर चर्चा की गई। जिला कलक्टर ने एमसीएच विंग में भर्ती मरीजों, दवाओं की स्थिति, आवश्यक संसाधन, सुरक्षा व्यवस्था सहित विभिन्न बिंदुओं की समीक्षा की।
इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) बलदेव राम धोजक, प्रशिक्षु आईएएस सिद्धार्थ पलानिचामी, नगर निगम आयुक्त ए एच गौरी, एचसीएम रीपा के अतिरिक्त निदेशक गोपाल राम बिड़दा, सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ मुकेश आर्य, पीबीएम के अधीक्षक डॉ परमेंद्र सिरोही मौजूद रहे।
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