‘पाकिस्तानी’ कपल ने पहली बार जयपुर में की वोटिंग, जानिए इस डॉक्टर फैमिली के बारे में सबकुछ
Rajasthan Chunav 2023: जयपुर के एक पाकिस्तानी-हिंदू दंपति ने शनिवार को पहली बार भारत में मतदान किया। 2013 में पाकिस्तान के राष्ट्रीय चुनावों में मतदान करने के बाद, अशोक और निर्मला माहेश्वरी ने जयपुर के सांगानेर निर्वाचन क्षेत्र में अपने मताधिकार का प्रयोग किया। निर्मला ने कहा, ‘अब हम गर्व से कह सकते हैं कि हम भारतीय हैं।’
राजस्थान चुनाव में पाकिस्तान से आए डॉक्टर दंपति ने वोट डाला
जयपुर: एक पाकिस्तानी-हिंदू दंपति अशोक और निर्मला माहेश्वरी ने 2013 में पाकिस्तान के राष्ट्रीय चुनावों में आखिरी बार मतदान किया था। शनिवार को इस डॉक्टर दंपति ने जयपुर के सांगानेर निर्वाचन क्षेत्र में अपना मतदान किया। हिंदू डॉक्टर दंपति ने पाकिस्तान में कथित धार्मिक उत्पीड़न के बाद हैदराबाद को छोड़ दिया। ये लोग 2014 में कभी वापस न लौटने के इरादे से विजिटर वीजा पर अपने तीन बच्चों के साथ भारत आ गए। आठ साल की आधिकारिक जांच के बाद डॉक्टर दंपति को 2022 में भारतीय नागरिकता मिल गई, लेकिन उनके बच्चों को अभी तक भारतीय नागरिकता नहीं मिली है।
वोट डालने के बाद भावुक हो गए दंपति
शनिवार को सांगानेर के विद्यास्थली स्कूल में बूथ के बाहर दंपति भावुक हो गए। निर्मला माहेश्वरी ने कहा कि ‘अब हम गर्व से कह सकते हैं कि हम भारतीय हैं। मैंने कभी अनुमान नहीं लगाया था कि एक दिन हम राजस्थान सरकार को चुनने के लिए मतदान करेंगे। हम दोनों अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में मतदान करने को लेकर उत्साहित हैं।’ निर्मला माहेश्वरी जर्नल मेडिसिन की प्रैक्टिस करती हैं, जबकि अशोक एक (एनेस्थेसियोलॉजिस्ट) हैं।
हैदराबाद (पाकिस्तान) में मेरी मां और भाई यह जानकर खुश थे कि सरकार ने हमें वोट देने की अनुमति दी है। उन्होंने हमें बधाई दी और आशा व्यक्त की कि एक दिन वे भी अपनी असली मातृभूमि भारत लौट सकेंगे।
निर्मला माहेश्वरी
भारत में चुनावी प्रक्रिया के बारे में कैसा महसूस करती हैं? इस सवाल के जवाब में डॉ. निर्मला ने कहा कि यह शानदार अनुभव था। इसके पहले ऐसा अनुभव कभी नहीं हुआ था।
हमने पाकिस्तान में इस तरह की पारदर्शिता के साथ कभी चुनाव नहीं देखा। वहां चुनावों में धर्म प्रमुख कारक है, जबकि भारत में चुनावों में विकास केंद्र स्तर पर है।
डॉक्टर निर्मला माहेश्वरी
नागरिकता देने के लिए केंद्र का शुक्रिया: डॉक्टर दंपति
डॉक्टर दंपति ने भारत की नागरिकता के लिए केंद्र सरकार का आभार व्यक्त किया। निर्मला ने कहा कि ‘मेरी एकमात्र शिकायत यह है कि पाकिस्तान में विशेष रूप से हमारे परिवार और सामान्य रूप से हिंदुओं के उत्पीड़न के सबूत उपलब्ध कराने के बाद भी भारतीय नागरिकता के लिए आठ साल लग गए। पाकिस्तान से आए हजारों हिंदू प्रवासी वर्षों से भारतीय नागरिकता का इंतजार कर रहे हैं, जिनमें मैं भी शामिल हूं। मेरे तीन बच्चों को अभी नागरिकता नहीं मिली है। मुझे समझ नहीं आता क्यों।’









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