पाकिस्तान की जवरिया शादी रचाने भारत पहुंची:कोलकाता के बिजनेसमैन के बेटे से 2 दिन बाद निकाह; कहा- सरकारों को मैरिज वीजा देना चाहिए

मंगलवार को अटारी बॉर्डर के रास्ते भारत आने पर अपने होने वाले पति समीर और ससुर अहमद कमाल खान के साथ भांगड़ा डालतीं जवरिया खानम।
पाकिस्तान के कराची की रहने वाली जवरिया खानम शादी रचाने भारत आई हैं। वह मंगलवार को अमृतसर में अटारी बॉर्डर के रास्ते भारत पहुंची। जवरिया की शादी कोलकाता के बिजनेसमैन अहमद कमाल खान के बेटे समीर से होगी। अटारी पहुंचने पर अहमद कमान खान के परिवार ने ढोल के साथ अपनी होने वाली बहू का स्वागत किया। जवरिया के पिता का नाम अजमत इस्माइल खान है।
समीर खुद खास तौर पर अपने पिता के साथ जवरिया खानम को रिसीव करने कोलकाता से अटारी बॉर्डर पहुंचे। समीर ने बताया कि उन्होंने 5 साल जर्मनी में पढ़ाई की। जवरिया भी पाकिस्तान से जर्मनी में पढ़ाई करने पहुंची थी। मई-2018 में उन दोनों की पहली मुलाकात जर्मनी में ही हुई। धीरे-धीरे दोनों एक-दूसरे के दोस्त बन गए और रेगुलरली बातचीत होने लगी।

अमृतसर में अटारी बॉर्डर पर पहुंचने के बाद जवरिया और समीर ने एक-दूसरे के साथ फोटो खिंचवाए।
जर्मनी में ही कर लिया था शादी का फैसला
समीर ने बताया कि दरअसल उनकी मां के कुछ रिश्तेदार पाकिस्तान में रहते हैं और जवरिया खानम उन्हीं के परिवार से हैं। जर्मनी में रहते हुए ही दोनों ने एक-दूसरे से शादी का फैसला कर लिया। चूंकि दोनों के परिवार पहले से एक-दूसरे को जानते थे इसलिए सबने शादी के लिए रजामंदी दे दी।
हालांकि उसके बाद कोरोना का दौर शुरू हो गया और उनकी शादी लटक गई।

अमृतसर में गुलदस्ता देकर जवरिया खानम का स्वागत करते समीर और उनके पिता।
कोरोना ने दूर किया, दो बार वीजा रिजेक्ट हुआ
समीर ने बताया कि कोरोना की वजह से उन्हें और जवरिया को जर्मनी से अपने-अपने देश लौटना पड़ा। दोनों उस दौर में एक-दूसरे से दूर बेशक हो गए लेकिन उनका प्यार कम नहीं हुआ।
कोरोना का दौर खत्म होने के बाद दो साल में दोनों के परिवारों ने वीजा के लिए दो दफा आवेदन किए मगर सफलता नहीं मिली। तीसरी दफा एप्लीकेशन लगाने पर भी सिर्फ जवरिया खानम को वीजा मिला। उसके परिवार का बाकी कोई मेंबर पाकिस्तान से नहीं आया।
समीर ने बताया कि आज जवरिया अकेले शादी करने भारत पहुंची तो वह अपने पिता के साथ उसे रिसीव करने आए हैं। दो दिन में उनका निकाह हो जाएगा। उसके बाद जनवरी के फर्स्ट वीक में रिसेप्शन होगा।

जवरिया खानम को रिसीव करने समीर के साथ उनके पिता अहमद कमाल भी कोलकाता से अटारी बॉर्डर पहुंचे।
45 दिन के वीजा पर आई है जवरिया
जवरिया खानम ने बताया कि उन्हें फिलहाल 45 दिन का वीजा मिला है। शादी के बाद वह वीजा का टाइम बढ़ाने के लिए सरकार के पास अर्जी डालेंगे। उम्मीद है कि उसके बाद लाइफ टाइम वीजा मिल जाएगा।
समीर ने बताया कि कोरोना के बाद पिछले तीन बरसों में वह और जवरिया सिर्फ तीन बार एक-दूसरे से मिल पाए हैं। इनमें से दो बार दोनों के परिवार थाइलैंड में मिले जबकि एक बार दोनों की मुलाकात दुबई में हुई।

अमृतसर में जवरिया खानम, समीर और उनके पिता फोटो खिंचवाते हुए।
मैरिज वीजा शुरू करने का आग्रह
जवरिया और समीर ने भारत और पाकिस्तान की सरकारों से एक-दूसरे के नागरिकों को मैरिज वीजा देने की शुरुआत करने का आग्रह किया। जवरिया ने कहा कि वह सरहद पार से अकेले भारत आई है क्योंकि सिर्फ उसे ही वीजा दिया गया। उसका पूरा परिवार इस शादी को मिस करेगा। अगर सरकार के लेवल पर मैरिज वीजा जैसा प्रावधान होता तो उसका पूरा परिवार यहां होता।
समीर ने भी कहा कि दोनों देशों के बीच सुरक्षा का मुद्दा है और वह इसका सम्मान करते हैं, लेकिन दोनों देशों की सरकारों को शादी जैसे मौकों के लिए मैरिज वीजा जैसी पहल शुरू करने पर विचार करना चाहिए।

जवरिया और समीर की जर्मनी में ली गई तस्वीर। दोनों पहली बार जर्मनी में ही मिले थे और वहीं से उनके प्यार की कहानी शुरू हुई।
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