नई दिल्ली 17 अक्टूबर 2024; दुनिया के सबसे बड़े पुस्तक मेले फ्रैंकफर्ट अंतर्राष्ट्रीय पुस्तक मेले के दूसरे दिन आज साहित्य अकादेमी ने ‘लेखक से भेंट’ कार्यक्रम प्रख्यात हिंदी कवि बद्री नारायण के साथ आयोजित किया। बद्री नारायण को अपने कविता-संग्रह ‘तुमड़ी के शब्द’ के लिए 2022 का साहित्य अकादेमी पुरस्कार मिला है। वे एक कवि के साथ ही समाज वैज्ञानिक भी हैं और वर्तमान में गोविंद वल्लभ पंत सामाजिक विज्ञान संस्थान, झूँसी, इलाहाबाद के निदेशक हैं। उनके अन्य कविता-संग्रह ‘खुदाई में हिंसा’, ‘सच सुने कई दिन हुए’ आदि हैं। उनको केदार सम्मान एवं भारत भूषण अग्रवाल पुरस्कार भी प्राप्त है। उनकी कविताओं के विभिन्न भारतीय भाषाओं में अनुवाद भी हुए हैं। उनकी चर्चित वैचारिक पुस्तके हैं – ‘लोकसंस्कृति और इतिहास’, ‘लोकसंस्कृति में राष्ट्रवाद’, ‘दलित वीरांगनाएँ एवं मुक्ति की चाह’ आदि। उनसे यह बातचीत साहित्य अकादेमी के सचिव के. श्रीनिवासराव ने की। उन्होंने अपनी कविताओं के पाठ के साथ भारतीय समाज से जुड़े महत्त्वपूर्ण प्रश्नों पर अपने विचार भी रखे।
आज साहित्य अकादेमी के स्टॉल पर विभिन्न देशों के कई प्रकाशकों और एजेंटों ने अनुवाद संबंधी कई जानकारियाँ प्राप्त कीं। ज्ञात हो कि साहित्य अकादेमी ने इस पुस्तक मेले में अपने 100 प्रकाशनों को अनुवाद और कॉपीराइट के लिए उपलब्ध कराया है। यह पुस्तक मेला 20 अक्तूबर 2024 तक चलेगा।
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