बालमुकुंद आचार्य बोले- मेयर समझ रही अभी कांग्रेस का राज:पसंदीदा अधिकारियों को दे रखे 3-3 विभाग, भ्रष्टाचार की परिपाटी पर काम नहीं होने देंगे
जयपुर
जयपुर नगर निगम हेरिटेज में एक-एक अधिकारी को तीन-तीन विभागों का उपायुक्त बनाया गया है। इसको लेकर अब बीजेपी विधायक बालमुकुंद आचार्य ने मेयर मुनेश गुर्जर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कहा कि अगर समय रहते इसमें सुधार नहीं किया गया तो सरकार के स्तर पर एक्शन लिया जाएगा।
हवामहल विधायक बालमुकुंद आचार्य ने कहा कि कांग्रेसी मेयर अपने पसंदीदा अधिकारियों को लगाकर काम करवाना चाह रही हैं, लेकिन वह भूल गई हैं कि अब राजस्थान में बीजेपी की सरकार चुनकर आ गई है। उनका यह ढर्रा ज्यादा दिन तक नहीं चलेगा। निगम में सभी अधिकारियों को बराबर काम देना चाहिए, ताकि जनता को अपने कामों के लिए परेशान ना होना।
बालमुकुंद आचार्य ने कहा कि नगर निगम की लापरवाही की वजह से शहर में जगह-जगह गंदगी के अंबार लग रहे हैं। आवारा पशु पर्यटकों पर हमला कर रहे हैं। गार्डन बदहाल स्थिति में है और वहां गंदगी का अंबार लग रहा है, लेकिन नगर निगम के अधिकारी ऑफिस में बैठकर फाइलें निबटाने में ही मशगूल हैं, जबकि हमें धरातल पर काम करने वाले अधिकारियों की जरूरत है।
उन्होंने कहा- अगर समय रहते इसमें सुधार नहीं हुआ तो सरकार के स्तर पर एक्शन लिया जाएगा। हमारी सरकार जनता द्वारा चुनकर जनता के लिए काम करने आई है। हम कांग्रेसियों की पुरानी भ्रष्टाचार और कामचोरी की परिपाटी पर काम नहीं होने देंगे।
वाल्मीकि समाज के सफाई कर्मचारियों की हड़ताल जयपुर शहर में जगह-जगह गंदगी के अंबार लगे हैं।
बालमुकुंद आचार्य ने कहा कि निगम में एक-एक अधिकारियों को तीन-तीन महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी दी गई है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जनता से जुड़े सभी विभाग अलग-अलग अधिकारियों को वितरित होने चाहिए। एक अधिकारी अगर तीन विभागों का काम देखेगा तो वह फाइलों में ही उलझ कर रह जाएगा, फील्ड में नहीं घूम पाएगा। नगर निगम का काम सीधे जनता से जुड़ा हुआ होता है। जब तक अधिकारी फील्ड में नहीं जाएगा, उसे जनता की समस्याओं का पता ही नहीं चल पाएगा। ऐसे में इसमें सुधार होना बेहद जरूरी है। अगर सीनियरिटी को लेकर भी इस तरह काम वितरित किया जा रहा है तो भी यह गलत है।
नगर निगम में लंबे समय से अधिकारियों की कमी
मेयर मुनेश गुर्जर ने कहा कि नगर निगम में पिछले लंबे वक्त से अधिकारियों की कमी चल रही है। इसकी वजह से हमें एक-एक अधिकारी को तीन-तीन विभागों के काम देने पड़ रहे हैं। यही कारण है कि कई बार जनता को भी इससे परेशान होना पड़ता है। सरकार के स्तर पर जब अधिकारी उपलब्ध होंगे तो इस व्यवस्था में सुधार किया जा सकता है।
यह काम हो रहे हैं प्रभावित
एक अधिकारी के पास तीन-तीन उपायुक्तों का चार्ज होने की वजह से हर जोन में काम प्रभावित हो रहे हैं। सफाई की मॉनिटरिंग नहीं हो रही है। जन्म-मृत्यु प्रमाण-पत्र जारी नहीं हो पा रहे हैं। अवैध अतिक्रमण चिह्नित नहीं हो पा रहे हैं। आवारा पशुओं के पकड़ने की मॉनिटरिंग नहीं हो रही है। पार्कों में पेड़-पौधे और घास नहीं लग पा रही है। शहर के डेवलपमेंट की प्लानिंग नहीं हो रही है। शिकायतों और फाइलों का समय पर निस्तारण नहीं हो रहा है।
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