

बीकानेर ।अनुराग कला केंद्र बीकानेर तथा अंतराल थिएटर जयपुर के तत्वावधान में एकल नाट्य प्रस्तुति “ऑडिशन” का मंचन टाऊन हॉल में किया गया।
प्रो. रवि चतुर्वेदी द्वारा लिखित एवं निर्देशित एकल नाटक ‘आडिशन’ थीम और अभिव्यक्ति में सामान्य नाटकों से थोड़ा अलग है। इसका संबंध रंग कलाकार के अपने जीवन संघर्षों से है जो कि आज एक कस्बे या छोटे छोटे स्थानीय नगरों से निकले कलाभिरुचि संपन्न युवा अपनी कला संबंधी महत्त्वाकांक्षाओं के लिए कितने तरह के पापड़ बेलते हुए तरह तरह के समझौते करते हैं और कभी कभी महानगरीय स्तर पर चलने वाले पूंजी के घिनौने खेल को देखकर ऐसे कलाकार आत्महत्या तक कर लेते हैं।यह आत्महनन भी उनका एक तरह का प्रतिरोध होता है अन्यथा समाज में रहते हुए भी तो हर रोज वे सभी लोग अपना आत्महनन करते रहते है जो मूल्यपरक ज़िंदगी जीने के अभिलाषी होते हैं यह दरअसल सिर्फ़ कलाकार का ही ही नहीं हर भले मानुष का जीवन संघर्ष भी है ।अपने ज़मीर को मारकर ज़िदा रहना भी तो आत्महनन से कम नहीं होता। बहरहाल एक सच्चे कलाकार का आत्मसंघर्ष क्या होता है और वह उसके चेतन व अवचेतन के स्तरों पर किस तरह से चलता है इसका एक घंटे से भी अधिक समय तक बेहद सफलतापूर्वक निर्वाह आस्था सेठी ने किया है। यह उनकी पहली ही प्रस्तुति है, जो रंगमंच के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और समर्पण भाव को प्रदर्शित करता है।
मंच पार्श्व में प्रकाश प्रभाव उत्तम सिंह का एंव संगीत प्रभाव अमित सोनी का रहा तथा मंच संचालन दयानंद शर्मा ने किया।
मंचन खत्म होने के बाद निर्देशक रवि चतुर्वेदी ने दर्शकों से रूबरू होते हुए इस नाटक को लिखने के पीछे की वजह बताई और नाटक में काम करने के लिए कलाकार आस्था सेठी की सराहना की।
मंचन के दौरान शहर के वरिष्ठ रंगकर्मी, साहित्यकार मधु आचार्य, प्रदीप भटनागर, सुरेश हिदुस्तानी, संगीता शर्मा, बुलाकी शर्मा, संगीता सेठी, हरीश बी शर्मा, मोहम्मद रफीक पठान, अशोक जोशी, साहिल पठान , सुनील जोशी, के के रंगा आदि मौजूद रहे।


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