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बीकानेर ! 3 महीने में 55 करोड़ की 11 किलो हेरोइन पकड़ी:तस्करी रात 1.30 से 4.00 बजे के बीच, नाकाबंदी भी नहीं…तस्कर फरार

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3 महीने में 55 करोड़ की 11 किलो हेरोइन पकड़ी:तस्करी रात 1.30 से 4.00 बजे के बीच, नाकाबंदी भी नहीं…तस्कर फरार

भारत-पाक सीमा पर हेरोइन की तस्करी बढ़ गई है। इस साल अब तक 11 किलो हेरोइन पकड़ी जा चुकी है। इंटरनेशनल मार्केट में इसकी कीमत करीब 55 करोड़ है। तस्करों को पकड़ने के लिए बीएसएफ और पुलिस स्तर पर संभाग में जॉइंट ऑपरेशन चलाने की तैयारी की जा रही है।

इस साल मार्च, मई और जून इन तीन महीनों में बीएसएफ बीकानेर सेक्टर ने हेरोइन तस्करी की चार बार खेप पकड़ी है। जून में ही अब तक दो बार तस्करी हो चुकी है। लेकिन तस्कर एक ही मामले में पकड़े गए। बीएसएफ को आशंका है कि हेरोइन लगभग रोज आती होगी। जीरो लाइन से दो किमी दूर भारतीय सीमा में ड्रोन से पार्सल ड्रॉप किए जाते हैं। जो हर बार पकड़े में नहीं आते। तस्करी रात एक-दो बजे से तड़के चार बजे के बाद होती है। उस वक्त पुलिस की नाकाबंदी भी नहीं रहती। इसलिए तस्करों के भागने की राह आसान हुई है।

यह भी पता चला है कि पंजाब के तस्करों ने बॉर्डर एरिया के होटलों को अपना ठिकाना बनाया था। बीएसएफ के पास इतनी नफरी नहीं कि बॉर्डर छोड़ गांवों में रोज निगरानी रख सके। इसलिए पुलिस के साथ मिलकर होटलों की चैंकिंग का जॉइंट ऑपरेशन चलाने का फैसला किया गया है। पुलिस और बीएसएफ के अधिकारी संयुक्त टीम बनाकर होटलों के रजिस्टर और सीसीटीवी कैमरे खंगालेंगे। बीएसएफ डीआईजी पुष्पेंद्रसिंह राठौड़ ने इस संबंध में रेंज आईजी ओम प्रकाश से मदद मांगी है। होटल में ठहरने वाले कस्टमर का आईडी लेने का नियम है। उसका नाम, पता और कांटेक्ट नंबर तक रजिस्टर में दर्ज होता है। सीसीटीवी कैमरों में उनके फुटेज होते हैं। होटलों में आने-जाने वाले संदिग्ध लोगों पर नजर रखी जाएगी।

तस्करों का पता लगाने के लिए बीएसएफ और पुलिस चलाएगी जॉइंट ऑपरेशन

इस साल हेरोइन तस्करी की बड़ी घटनाएं

  • 8 मार्च : केके टिब्बा सीमा चौकी के पास ड्रोन से 12 करोड़ की करीब ढाई किलो हेरोइन ड्रॉप की गई थी। इस मामले में फाजिल्का बड़ीवाल निवासी संदीप पुत्र कृष्णलाल और फाजिल्का की काशीराम कॉलोनी निवासी रिंकू उर्फ हरजिंद्र सिंह पुत्र हरभजन सिंह को पकड़ा गया था। इन्होंने करीब एक महीने में चार बार रैकी की थी। तस्कर घड़साना के एक होटल में रुके थे।
  • 17 मई : को रावला के 23 केडी में 25 करोड़ की 5 किलो 300 ग्राम हेरोइन पकड़ी गई थी। बीएसएफ ने ड्रोन पर 42 राउंड फायर किए, लेकिन बच निकला। तस्कर भाग गए।
  • 21 जून : घड़साना के 22एमडी के पास दस करोड़ की दो किलो हेरोइन और ड्रोन बरामद किया था। माल की डिलेवरी लेने आए पंजाब के अमृतसर जिले के जयमल सिंह, जनाब अली, बड़ोपल निवासी राजपाल, कार चालक चूरू के कैलाश सोनी को नाकाबंदी के दौरान गिरफ्तार किया था। छानबीन में जयमलसिंह के पाक तस्करों से संपर्कों का पता चला। उसके फोन से पाक तस्कर के बातचीत, लोकेशन शेयरिंग, वीडियो और वाट्स अप कॉल, ऑडियो नोट, रुपए का ट्रांजेक्शन करने के सबूत मिले थे।
  • 24 जून : रात डेढ़ बजे रावला के चक 18 केएनडी में ड्रोन से दस करोड़ की हेरोइन गिराई गई। बीएसएफ ने 11 राउंड फायर किए, लेकिन ड्रोन बच निकला। तस्कर भी फरार हो गए।

बॉर्डर एरिया के थाना क्षेत्रों में रात के समय नाकाबंदी करने को स्पष्ट आदेश हैं। इसी वजह से कई बार तस्कर पकड़े गए हैं। मादक पदार्थों की खेप लेने तस्कर पंजाब से आ रहे हैं। इसे रोकने के लिए बीएसएफ से समन्वय बनाया हुआ है। इसलिए सीजर भी बढ़े हैं। राजस्थान में संगठित तरीके से यह अपराध नहीं हो रहा है। ओम प्रकाश, आईजी, बीकानेर रेंज

यही सही है कि ड्रोन के कारण हेरोइन तस्करी आसान हो गई है। बॉर्डर पर बीएसएफ अलर्ट है। हमने इस साल 50 करोड़ से ज्यादा की हेरोइन और दस तस्कर पकड़े हैं। लेकिन तस्करी लगातार होने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता। तस्करों को पकड़ने के लिए पुलिस के साथ जॉइंट ऑपरेशन चलाया जाएगा। पुष्पेंद्र सिंह राठौड़, डीआईजी, बीएसएफ

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