मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में आज सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू हो जाएगी। इसके फौरन बाद ही शुरुआती रुझान आने शुरू हो जाएंगे।
राजस्थान में हुए विधानसभा चुनाव के मतदान महासमर में एक ही बात का चर्चा हो रहा है कि इस बार राजस्थान में आखिर राज बदलेगा या फिर रिवाज? माना जा रहा है कि अगर कांग्रेस रिवाज बदलने में कामयाब रहती है तो यह एक बार फिर से नया इतिहास रच देगी। दरअसल, राजस्थान में पिछले तीन दशकों से कोई भी सरकार रिपीट नहीं हो पाई है। विधानसभा चुनाव 2023 की मतगणना का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। आज तीन दिसंबर को प्रदेशभर में 1862 प्रत्याशियों का फैसला होने जा रहा है।
कड़ी सुरक्षा के बीच 2,552 टेबल पर कुल 4,180 राउंड में होगी गणना
राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 मतगणना के लिए 1,121 एआरओ की ड्यूटी लगाई गई है। जयपुर, जोधपुर और नागौर में दो-दो केंद्रों पर और शेष 30 निर्वाचन जिलों में एक-एक केंद्र पर वोटों की गिनती की जाएगी। मतगणना की सभी तैयारियां की जा चुकी हैं। सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों, पुलिस आयुक्त एवं पुलिस अधीक्षकों को मतगणना केन्द्र में सुरक्षा मापदण्डों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। मतगणना का दिन शुष्क दिवस घोषित किया गया है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि मतगणना स्थल पर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। केवल अधिकृत पासधारक व्यक्ति ही प्रवेश कर सकेंगे। मतगणना सेंटर पर प्रत्येक विधानसभा के लिए पृथक-पृथक मतगणना हॉल बनाए गए हैं। जहां आयोग के निर्देशानुसार, टेबलों की व्यवस्था पोस्टल बैलेट एवं ईवीएम की मतगणना के लिए की गई है। मतगणना कर्मियों का रेण्डमाईजेशन त्रिस्तरीय होगा। प्रथम रेण्डमाईजेशन हो चुका है। द्वितीय स्तर का रेण्डमाईजेशन मतगणना के प्रारंभ से 24 घंटे पूर्व किया गया तथा तृतीय रेण्डमाईजेशन मतगणना के दिन सुबह पांच बजे होगा। आयोग द्वारा सभी विधानसभा क्षेत्रों की मतगणना के लिए प्रेक्षक नियुक्त किए गए हैं, जो जिलों में पहुंच चुके हैं। द्वितीय एवं तृतीय रेण्डमाईजेशन प्रेक्षक की उपस्थिति में किया जाएगा।
गुप्ता ने बताया कि ईवीएम की मतगणना टेबल पर काउंटिंग सुपरवाइजर, काउंटिंग असिस्टेंट, काउंटिंग स्टाफ तथा एक माइक्रो ऑब्जर्वर रहेगा। इसी प्रकार, पोस्टल बैलेट की गणना टेबल पर एक सहायक रिटर्निंग अधिकारी, एक काउंटिंग सुपरवाइजर, दो काउंटिंग असिस्टेंट तथा एक माइक्रो ऑब्जर्वर रहेगा। माइक्रो ऑब्जर्वर केन्द्र सरकार के विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी होंगे। प्रदेश में गणना के लिए 2,552 टेबल लगाए गए हैं। ईवीएम मतगणना हेतु कुल 4,180 राउंड होंगे। सबसे अधिक 34 राउंड शिव विधानसभा क्षेत्र में तथा सबसे कम 14 राउंड अजमेर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में होंगे। गुप्ता ने बताया कि ईवीएम/पोस्टल बैलेट की टेबल पर अभ्यर्थी के काउंटिंग ऐजेन्ट रहेंगे, जिनके बैठने का क्रम (1) मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय राजनैतिक दल, (2) ऐसे मान्यता प्राप्त अन्य राज्यों के राज्यीय दल, जिन्हें उस विधानसभा क्षेत्र के लिए चुनाव चिन्ह नियत किया गया है, (3) अमान्यता प्राप्त रजिस्ट्रीकृत दल (4) निर्दलीय रहेंगे।
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