मिलिट्री का अधिकारी बनकर घूम रहा था शख्स, इंटेलीजेंस ने किया गिरफ्तार, कैंट पुलिस कर रही पूछताछ
जबलपुर की मिलिट्री इंटेलीजेंस ने मिलिट्री की वर्दी पहनकर घूम रहे एक शख्स को पकड़ा है. इस शख्स के पास कई एटीएम और आईडी कार्ड भी बरामद हुए हैं. पुलिस इस फर्जी सेना के अधिकारी से पूछताछ कर रही है.
फर्जी मिलिट्री अधिकारी को पकड़ा
जबलपुर। अक्सर आपने कई ऐसे मामले सुने होंगे जहां कुछ लोग पुलिस नहीं तो आर्मी की वर्दी पहनकर फर्जीवाड़ा करते हैं. तो कई बार सोशल मीडिया का सहारा लेकर खुद को मंत्री या सीएम बताकर फर्जीवाड़ा करते हैं. ऐसे कई आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा है. वहीं इसी तरह का कुछ मामला संस्कारधानी से सामने आया है. जहां मिलिट्री इंटेलीजेंस ने एक संदेही को हिरासत में लिया है. यह आदमी मिलिट्री की ड्रेस पहनकर कैंटोनमेंट इलाके में घूम रहा था. मिलिट्री इंटेलीजेंस ने इसको रोक कर जब छानबीन की तो पता लगा कि यह मिलिट्री का अधिकारी नहीं है. इसके बाद इससे कई फर्जी आई कार्ड भी बरामद हुए हैं.
मिलिट्री की वर्दी पहनकर घूम रहे शख्स को इंटेलीजेंस ने पकड़ा: जबलपुर में सेना के कई बड़े संस्थान हैं. इनमें सेना के लिए सामान और गोला बारूद बनाने वाली पांच फैक्ट्रियां हैं. आर्डिनेंस डिपो है. इसके अलावा सेना का मध्य भारत कमान का ऑफिस है. इसलिए यहां इन संस्थाओं की भारी सुरक्षा की जाती है. पुलिस के साथ मिलिट्री इंटेलिजेंस भी काम करती रहती है. कैंटोनमेंट इलाके में हर छोटी बड़ी हरकत पर निगाह रखी जाती है. इसलिए इस इलाके में घूमने वाले हर आदमी पर निगाह रखी जाती है. मिलिट्री इंटेलीजेंस ने ऐसे ही एक शख्स को हिरासत में लिया है, जो बीते कुछ दिनों से मिलिट्री एरिया में सेवा की वर्दी लगाकर घूमता हुआ नजर आया. जब इससे पूछताछ की गई तो पता लगा कि यह सेवा का कर्मचारी अधिकारी नहीं है. इसके पास सेवा की वर्दी के अलावा नेम प्लेट और कुछ बैच भी मिले.
कई एटीएम कार्ड भी मिले
शुरुआती जांच में बिहार का रहने वाला बताया जा रहा शख्स: इस शख्स ने अपना नाम ओसी साहब बताया है और इसी नाम के आधार कार्ड भी इससे बरामद हुए हैं. वहीं इसके पास अलग-अलग बैंकों के एटीएम और कुछ दूसरे लोगों के आधार कार्ड भी मिले हैं. मिलिट्री पुलिस ने इसे हिरासत में लेकर जबलपुर की कैंट थाना पुलिस को सौंप दिया है. कैंट पुलिस अब इससे पूछताछ कर रही है. इसके पास मिले दस्तावेजों के आधार पर यह बिहार के कैमूर जिला का रहने वाला है, लेकिन यह इसकी असली पहचान है या नहीं इस बारे में फिलहाल पुलिस पड़ताल कर रही है.
आरोपी के पास से पुलिस ने जब्त किया ये सामान
पुलिस ने संदीप को हिरासत में लिया: दरअसल सेना की गतिविधियों पर निगाह रखने के लिए कई बार विदेशी एजेंट भी इस इलाके में भेजे जाते हैं. जो सेना के कामकाज और उनके मूवमेंट पर निगाह रखते हैं. वहीं दूसरे किस्म के संदिग्ध कुछ ऐसे होते हैं. जो नौकरी लगवाने के नाम पर दूसरे लोगों को झांसा देते हैं और खुद को मिलिट्री का अधिकारी बताकर फर्जी तरीके से नौकरी के जॉइनिंग सर्टिफिकेट दे देते हैं, लेकिन इस फर्जीबाडे़ को अंजाम
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