जोधपुर। राजस्थान संगीत नाटक अकादमी साधारण सभा की बैठक में राज्य के 75 वर्ष उम्र पूर्ण कर चुके ऐसे बुजुर्ग कलाकारों को जिनका कला की, विभिन्न विधाओं में महत्वपूर्ण योगदान रहा है, लेकिन उन्हें किसी प्रकार का कोई अकादमिक सम्मान नहीं मिल पाया है। ऐसे चयनित 50 कलाकारों को कला पुरोधा विशेष सम्मान से सम्मानित करने का निर्णय किया गया। ये सम्मान अकादमी के पूर्व निर्धारित अवार्ड एवं पुरस्कार समारोह 25 मार्च को जोधपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा प्रदान किए जाएंगे।
अकादमी की 14 सदस्यीय कार्यकारिणी गठन के साथ इस बैठक में संबद्ध संस्थाओं के 6 प्रतिनिधियों को अकादमी सदस्य भी बनाया गया है। अकादमी अध्यक्ष बिनाका जेश मालू ने बताया कि मुख्यमंत्री की बजट घोषणा अनुसार लोक कलाकारों को वर्ष में 100 दिन काम के अवसर देने की कार्ययोजना बनाने एवं अकादमी के संविधान संशोधन हेतु एक उप समिति का गठन किया गया है जो शीघ्र ही अपनी रिपोर्ट देगी।
कला पुरोधा से सम्मानित- होने वाले कलाकार
पं. हनुमान सहाय शर्मा, अलादीन खा मोहन कौर पुरोहित, पुष्कर प्रदीप, भोपाराम बढ़ी, चांद खां, बाबु खा इमामुद्दीन खा. डॉ देवदत्त शर्मा, भुराराम एसडी चौहान, भगवतीलाल शर्मा, नन्दकिशोर पालीवाल, डॉ अलका राव, आनंद अकेला, बहादुर चन्द मेहता, सुश्री मालिनी काले, जेता खान, सत्य नारायण पुरोहित, जानकी लाल भांड शंकर सिंह सिसोदिया, मोहम्मद सफ १. इकराम राजस्थानी, भोपाराम, छगन लाल भांड, सुरेश चन्द्र तिवाडी, हरिओम शर्मा, रमेश चन्द्र शर्मा मुकुल, ब्रजमोहन लाल शर्मा, जगदीश प्रसाद गुप्ता, महावीर सिंहल, भंवरलाल नागला, श्रीमती कमला राठौड़, मोहन लाल सोमवशी, मोहर सिंह, जगदीश प्रकाश गुप्ता, प्रेमराम भाट, श्रीमती ओम पंवार, नानक लाल, रोजे खां मिरासी, प्रवीण कुमार, हुकम चन्द शर्मा, अमृत लाल खत्री, गुजरमल सैन. प प्रकाश चन्द्र शर्मा, प्रेम शंकर गंगानी, भीखा खां मिसरी खा. डॉ मदनलाल जांगिड़, नारायणसिंह राठौड़ पीयल, श्रीमती आशा सचदेवा कला पुरोधा सम्मान से सम्मानित होंगे।
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