NATIONAL NEWS

लक्ष्मणगढ़ स्थित मोदी विश्वविद्यालय ने शिक्षा द्वारा नारी सशक्तिकरण अभियान को गति देने के लिए प्रारंभ की विभिन्न छात्रवृत्ति योजनाएं

FacebookWhatsAppTelegramLinkedInXPrintCopy LinkGoogle TranslateGmailThreadsShare

बीकानेर।लक्ष्मणगढ़ स्थित मोदी विश्वविद्यालय कोरोना के इस दौर में भी शिक्षा द्वारा नारी सशक्तिकरण के अभियान को सतत् आगे बढ़ाने के लिए प्रयत्नशील है ।
विश्वविद्यालय के डी. जी. एम. एडमिशन प्रवीण झा ने बताया कि विश्वविद्यालय अपने सामाजिक कर्तव्यों के निर्वहन के लिए हमेशा से प्रतिबद्ध रही है।
उन्होंने आज के युवा द्वारा अपने पारंपरिक धंधों को छोड़कर आधुनिकता की दौड़ में व्यस्त होने में शिक्षा की भूमिका से संबंधित पूछे गए सवाल का उत्तर देते हुए कहा कि मोदी विश्वविद्यालय आज के युवा को पारंपरिक व्यवस्थाओं से पुनः जोड़ने की दिशा में प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि युवा भी इस तथ्य को समझ चुका है की जड़ से जुड़ा वृक्ष की लंबे समय तक टिका रह सकता है ।आत्मनिर्भर भारत में शिक्षा की भूमिका के संदर्भ में पूछे गए प्रश्न का उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत का एक महत्वपूर्ण पड़ाव शिक्षा है तथा यही वह माध्यम है जिसके द्वारा देश आत्मनिर्भर बन सकता है। मोदी विश्वविद्यालय आज के युवा को आत्मनिर्भर बनाने के लिए तथा युवाओं को एप्लीकेशन बेस्ड लर्निंग के प्रति तैयार करता है। उन्होंने कहा कि मोदी विश्वविद्यालय का मुख्य ध्येय बालिकाओं को शिक्षा, संस्कार तथा स्वरोजगार से जोड़ना है इसी के तहत राजस्थान सहित देशभर की छात्राओं के लिए मोदी विश्वविद्यालय ने इस साल भी विशेष छात्रवृतियों की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष मोदी स्कूल के आर्ट्स संकाय की छात्रा 98.4 प्रतिशत अंको के साथ अव्वल रही जबकि साइंस में 97प्रतिशत और कॉमर्स में 98.2 प्रतिशत अंको के साथ मोदी स्कूल की छात्रा ने अव्वल स्थान प्राप्तकिया।
कोरोना महामारी के इस कठिन दौर में भी मोदी स्कूल और विश्वविद्यालय छात्राओं की शिक्षा कोअनवरत जारी रखना चाहती है और इसी के मददेनजर स्कूल एवं विश्वविद्यालय कई स्तर पर छात्राओं के लिए छात्रवृति प्रारंभ की है, ताकि आर्थिक स्थिती किसी की भी शिक्षा के आड़े न आ सके।
झा ने बताया कि मोदी स्कूल द्वारा नये एडमिशन प्रक्रिया में प्रवेश परीक्षा और साक्षात्कार में प्राप्त अंकों के आधार पर 30 प्रतिशत तक छात्रवृत्ति की घोषणा की गई है।स्कूल स्तर पर छात्रवृति का ये अनूठी पहल पूरे राज्य के लिए एक मिसाल है। अमूमन स्कूल स्तरपर विद्यालयों में छात्रवृत्ति की योजना न के बराबर देखने को मिलती है। इसके साथ ही मोदीस्कूल आस पास के हर उस क्षेत्र से छात्राओं के लिए बस की भी सुविधा मुहैया कराएगी जहां पर छात्राओं की संख्या 15 या फिर उससे ज्यादा हो ।मोदी विश्वविद्यालय इस कठिन दौर में सभी तरह के छात्राओं को छात्रवृति के माध्यम से अर्थिक सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी के तहत स्नातक और स्नातकोत्तर के सभी छात्राओं को पिछली परिक्षा में प्राप्त अंको का 50 प्रतिशत तक की छात्रवृति मुहैया कराएगी। इसके अंतर्गत अगरकिसी छात्रा को बारहवीं में 80 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए हैं तो उस छात्रा को ट्यूशन फीस में प्राप्तअंकों का आधा अर्थात् 40 प्रतिशत तक की छात्रवृति प्रदान की जाएगी। ये छात्रवृति स्नातक और स्नातकोत्तर दोनों के लिए लागू है। इसके बाद द्वितीय वर्ष में विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित मानक अंको को प्राप्त करने पर इस छात्रवृत्ति को जारी रखा जाएगा। अगर किन्हीं कारणों से छात्रा द्वितीय वर्ष में अंक नहीं प्राप्त कर पाती है तो फिर से तृतीय वर्ष में उसके लिए निर्धारित अंकों का मानक होता है, जिसे वो प्राप्त करके वापस छात्रवृति प्राप्त कर सकती है। इस व्यवस्था का उद्देश्य है कि छात्रा लगातार अपनी पढ़ाई पर ज्यादा से ज्यादा ध्यान दे साथ ही अभिभावकों पर आर्थिक बोझ कम पड़े ताकि हर वर्ग के बच्चों को बराबर का अवसर प्राप्त हो सके।इसके साथ ही मोदी विश्वविद्यालय की विशेष छात्रवृति योजना के तहत, पुलिस, सेना और अर्द्धसैनिक बलों में कार्यरत या सेवानिवृत जवानों के बच्चों को पूरी पढ़ाई के दौरान ट्यूशन फीस में 45 प्रतिशत की छात्रवृति प्रदान की जाएगी। जबकि सेना, पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों के शहीद जवानों के बच्चियों को 55 प्रतिशत तक की छात्रवृति प्रदान की जाएगी।विभिन्न छात्रवृति योजनाओं के साथ ही मोदी विश्वविद्यालय ने ऑनलाइन शिक्षा के दौरान भी कई नये आयामों को छुआ है। महामारी और लॉकडाउन के दौरान भी विश्वविद्यालय की 100 प्रतिशत छात्राओं का सफलतापूर्वक प्लेसमेंट हुआ है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष विश्वविद्यालय की एक छात्रा ने अधिकतम 55 लाख रूपये की सैलरी प्राप्त की है, जबकि एवरेज 14 लाख रूपये रहा। इसके साथ ही इंटर्नशिप में छात्राओं को अधिकतम 80 हजार रूपये का स्टाइपेंड प्राप्त हुआ और इंटर्नशिप में विश्व की बेहतरीन 500 कम्पनियों में इन्हें ये मौका मिला है । नयी शिक्षा नीति के तहत स्कील बेस्ड शिक्षा के साथ ही एक्सपेरिमेंटल लर्निंग पर विशेष बल दिया जा रहा है। छात्राओं कोवैश्विक स्तर की शिक्षा के साथ अन्य स्किल में भी पारंगत कराया जाता है ताकि ये हर चुनौतियोंके लिए बेहतर तरीके से तैयार हो सके। इसी के तहत मोदी विश्वविद्यालय इंगलिश लैंग्वेज ट्रेनिंग कैम्प का भी आयोजन करती है ताकि बच्चे इंटरव्यू के साथ ही साथ एक बेहतर मुकाम को प्राप्तकरने में सक्षम हो सकें। इस संदर्भ में आयोजित पत्रकार वार्ता में बीकानेर के जाने-माने कैरियर परामर्शदाता चन्द्र शेखर श्रीमाली भी उपस्थित रहे जो। प्रवीण झा ने बताया कि श्रीमाली समय समय पर छात्राओं को बेहतर दिशानिर्देश देकर उन्हें एक मुकाम तक पहुंचाने का काम बखूबी करते हैं ।मोदी विश्वविद्यालय मेंदाखिले के दौरान भी श्रीमाली छात्राओं को बेहतर विषय के चुनाव में हमेशा मदद करते रहे हैं।

FacebookWhatsAppTelegramLinkedInXPrintCopy LinkGoogle TranslateGmailThreadsShare
error: Content is protected !!