शिक्षा मंत्री ने बताया स्कूल सिलेबस में क्या होंगे बदलाव:अकबर को महान बताया तो हटाएंगे लाइन, अगले साल से वेलेंटाइन-डे पर माता-पिता पूजन दिवस
कोटा
शिक्षा और पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर के बयान इन दिनों चर्चा में हैं। पहला- गलत आचरण करने वाले टीचर-अधिकारियों की प्रॉपर्टी पर बुलडोजर चलेगा, दूसरा- देश का आक्रांता अकबर महान कैसे हो सकता है?
बयान ही नहीं, 14 फरवरी को वेलेंटाइन-डे के दिन मातृ-पूजन दिवस और स्कूलों में सूर्य नमस्कार को लेकर उनके आदेश भी चर्चा में हैं। इन सभी मुद्दों को लेकर मंत्री मदन दिलावर के साथ बातचीत की।
शिक्षा मंत्री ने स्कूलों में सिलेबस चेंज करने की तैयारी पर कहा कि अकबर को महान बताने जैसी बातों को सिलेबस से हटाया जाएगा। शिक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि अगले साल से वेलेंटाइन-डे की जगह माता-पिता पूजन दिवस मनाने पर भी विचार किया जाएगा।
पढ़िए- इंटरव्यू के कुछ अंश…

फोटो शुक्रवार का है, जहां स्कूल में शिक्षा मंत्री ने बुलडोजर वाला बयान दिया था।
आपका बुलडोजर वाला बयान चर्चा में है, आपने कहा कि अनैतिक काम करने वाले शिक्षकों की संपत्ति पर बुलडोजर चलेगा, क्या ऐसा होगा?
मदन दिलावर : देखो, यह सिर्फ शिक्षकों के लिए ही नहीं है, मेरे विभाग में शिक्षा और पंचायत दोनों हैं। दोनों में कहीं न कहीं कई बार बच्चियों या महिलाओं के साथ अभद्रता, दुष्कर्म जैसे मामले सामने आ जाते हैं। अगर ऐसा कोई मामला सामने आता है, पुलिस जांच में दोषी पाया जाता है और गिरफ्तारी होती है तो उस पर कार्रवाई होगी। उसकी प्रॉपर्टी जो अवैध है उसे चिह्नित करेंगे और अतिक्रमण को धराशायी किया जाएगा। निलंबन और बर्खास्तगी तो होगा ही, साथ ही अवैध प्रॉपर्टी पर बुलडोजर भी चलेगा।
हाल ही में एक मामला सामने आया है, जिसमें 500 रुपए के रबर बैंड खरीदे गए, आपने अपने भाषण में भी इसका जिक्र किया है ?
मदन दिलावर : यह चर्चा मेरे सामने भी आई थी। इसके लिए मैंने अधिकारियों को पता लगाने को कहा है। अभी यह कंफर्म नहीं है कि मामला कौन-से जिले का है, लेकिन उसका पता करवा रहे हैं। मामला सामने आते ही सजा मिलेगी। डिपार्टमेंट में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं करेंगे।
स्कूल सिलेबस को लेकर क्या बदलाव की तैयारी की जा रही है, क्या बदलेगा और कब तक?
मदन दिलावर : सिलेबस चेंज करने की जरूरत नहीं होती है। सिलेबस में आपत्तिजनक अंश हैं तो उनको निकाला जाना चाहिए। जैसे- अकबर को महान बताना, शिवाजी को पहाड़ी चूहा बताना, भगत सिंह-चंद्रशेखर आजाद को आतंकवादी बताना, ऐसी चीजें होंगी तो इन्हें सिलेबस से बाहर करेंगे। अभी एक एक्सपर्ट कमेटी बनाई जाएगी, उसमें सिलेबस रिव्यू करेंगे और राय ली जाएगी। इसमें आपत्तिजनक बातें आएंगी तो जरूर सिलेबस से बाहर करेंगे।
स्कूलों में वेलेंटाइन-डे के दिन आपने माता-पिता पूजन को लेकर भी कोई आदेश निकाला है?
मदन दिलावर : यह सच है कि वेलेंटाइन-डे की उत्पत्ति हमारे देश में नहीं हुई है। जिस ढंग से यह देश में मनाया जाता है वह भी ठीक नहीं है। देवनानी जी…अभी विधानसभा अध्यक्ष हैं, जब वह शिक्षा मंत्री थे तो उन्होंने इस दिन स्कूलों में माता-पिता पूजन की शुरुआत करने का सोचा था। अब हम उसका अध्ययन करेंगे। हालांकि अभी इस बार तो समय कम है, लेकिन अगले साल इस पर काम करेंगे। माता-पिता का पूजन तो होना ही चाहिए। वही हैं जो हमें सृष्टि में लेकर आए हैं।
सरकारी स्कूलों में कई भवन काफी जर्जर हैं, स्टाफ की भी कमी है?
मदन दिलावर : कांग्रेस सरकार ने बहुत सारे स्कूल खोले। ऐसे स्कूल जिनके पास न तो भवन हैं, न ही स्कूलों में शिक्षक हैं। अगर भवन है तो बहुत जर्जर हालत में हैं। हम इनका फेज वाइज काम करवाएंगे। जितना फंड हमारे पास उपलब्ध होगा, उस हिसाब से फेज वाइज स्कूलों के भवनों का जीर्णोद्धार होगा और कमरे बनाएंगे।

फोटो शपथ ग्रहण समारोह का है, जब मदन दिलावर को कैबिनेट मंत्री की शपथ दिलाई गई थी। (फाइल)
स्कूलों में तालाबंदी और बारां में सरस्वती प्रतिमा लगाने को लेकर जो विवाद हुआ, क्या कुछ एक्शन होगा?
मदन दिलावर : बारां मामले के लिए कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए हैं। मीडिया में जैसा दिखाया गया है अगर वह घटना सही है तो एक्शन लिया जाएगा।
महात्मा गांधी अंग्रेजी मीडियम स्कूलों को लेकर क्या योजना है, क्या जो स्कूल चल रहे हैं, उन्हें बंद करेंगे?
मदन दिलावर : हमने कभी नहीं कहा कि हम इन स्कूलों को बंद करेंगे। हमने कहा है कि हमारे लिए छात्रों का हित सर्वोपरि है। इन स्कूलों की हम एक्सपर्ट के साथ बैठकर समीक्षा करेंगे। इनके दो हिस्से होंगे।
रिव्यू करेंगे कि क्या इसमें कुछ स्टूडेंट या फिर स्कूल के सभी स्टूडेंट की पढ़ाई का नुकसान तो नहीं हो रहा है। लेकिन, ऐसे स्कूल जिनमें फैसिलिटी नहीं है और स्टूडेंट को नुकसान हो रहा है तो वे बंद होने के दायरे में आएंगे और उन पर विचार करेंगे।
क्या अब पंचायती राज में पंचायत समिति सदस्य प्रपत्र-5 जारी कर सकता है ?
मदन दिलावर : बिल्कुल ठीक है, इसे लेकर आदेश जारी कर दिए हैं। पहले सरपंच को प्रपत्र-5 जारी करने का अधिकार था। इसका मतलब यह है कि है कि जिस भूमि पर काम होने वाला है वह अविवादित है, सरकारी है और उस पर किसी का दावा नहीं है। यह पुष्टि प्रपत्र पांच के जरिए होती है, जो सरपंच करता है।
कई बार देखने में आता है, लोकतंत्र में हर पार्टी के लोग जीतते हैं। ऐसे में विरोधी पार्टी के लोग प्रपत्र पांच इसलिए ही जारी नहीं करते कि इसका श्रेय दूसरी पार्टी को मिल जाएगा। यह नहीं होना चाहिए, इसलिए हमने यह किया है कि अब पंचायत समिति सदस्य, जिला परिषद सदस्य भी प्रपत्र पांच जारी कर सकते हैं।
शिक्षा विभाग में ट्रांसफर हमेशा चर्चा का विषय रहता है, कई बार अधिकारियों तक पर आरोप लग जाते हैं, ट्रांसफर पॉलिसी क्या रहेगी?
मदन दिलावर : मैं अभी इस पर कोई चर्चा नहीं करना चाहता हूं।
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