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शौकत उस्मानी हमारी धरोहर: दो दिवसीय कार्यक्रम के तहत पुस्तक एवं फोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन

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बीकानेर।अजित फाउण्डेशन द्वारा आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम के तहत पुस्तक एवं फोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन आकाशवाणी बीकानेर के वरिष्ठ उद्घोषक प्रमोद कुमार शर्मा के कर कमलो द्वारा हुआ। इस अवसर पर स्वतंत्रता सेनानी शौकत उस्मानी के स्वतंत्रता आन्दोलन से संबंधित ऐेतिहासिक फोटो प्रदर्शनी चस्पा की गई। वहीं शौकत उस्मानी द्वारा लिखित एवं उन पर लिखित पुस्तकों की प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के अगल चरण में उर्दू एवं हिन्दी साहित्यकार असद अली ‘असद’ द्वारा रेडियो रूपक ‘‘स्वतंत्रता सेनानी: शौकत उस्मानी’’ का प्रसारण किया गया। इस रेडियो रूपक के तहत शौकत उस्मानी के जीवन से जुड़े विभिन्न प्रसंग सामने आए। रेडियो रूपक में उनके बाल्यावस्था से लेकर एक क्रांतिकारी बनने की पूरी यात्रा के बारे में बताया गया है। रूपक बताया गया कि बालक मौलाबक्श से शौकत उस्मानी बनने में उनकी दादी नूरजहां की अहम भूमिका रही। बीकानेर के जाये जन्मे शौकत उस्मानी ने उस काल में विदेषो में जाकर भारत की स्वंत्रता हेतु प्रयास किए। रेडियो रूपक में बीकानेर के जाने-माने बुद्धिजिवियों के उस्मानी के बारे में विचार भी सुनने को मिले।
कार्यक्रम की अध्यक्ष्यता करते हुए प्रमोद कुमार शर्मा, वरिष्ठ उद्घोषक आकाशवाणी, बीकानेर ने कहा कि शौकत उस्मानी क्रांति की एक ऐसी मशाल थी, जिसकी रोशनी से भारत ही नहीं विदेषों तक उजाला फैला। उनका मानना था कि क्रांतिकारी पैदा होते है, बनाये नहीं जा सकते है। शौकत उस्मानी एक स्वतंत्रता सेनानी होने के साथ-साथ अच्छे लेखक भी रहे। उन्होंने विभिन्न विषयों पर अठारह पुस्तके लिखी। प्रमोद कुमार शर्मा ने कहा कि बीकानेर में रेडियो रूपक लिखने की परम्परा कम होती जा रही है। बीकानेर के लेखकों को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
संस्था समन्वयक संजय श्रीमाली ने कार्यक्रम के आरम्भ में संस्था की गतिविधियों के बारे में बताते हुए कहा कि यह एक ऐतिहासिक कार्यक्रम है जिसमें हम बीकानेर के जाये-जन्में स्वतंत्रता सेनानी शौकत उस्मानी की स्मृतियों को याद करके गौरवांवित महसूस कर रहे है।
कार्यक्रम के फोटो एवं पुस्तक प्रदर्शनी शौकत उस्मानी के प्रौत्र सलीम उस्मानी के सहयोग से सभंव हो पाई।
कार्यक्रम के अंत में वरिष्ठ साहित्यकार राजाराम स्वर्णकार ने आभार ज्ञापित करते हुए कहा कि हमें अन्य स्वतंत्रता सेनानियों पर भी रेडियो रूपक लिखे जाने चाहिए।
कार्यक्रम में सलीम उस्मानी, भगवती प्रसाद पारीक, जाकिर अदीब, अविनाश व्यास, कुंवर न्याज मोहम्मद, गिरिराज पारीक, कविता व्यास, अब्दुल शकुर सिसोदिया, इन्द्रा व्यास, इसहाक गौरी सफक, योगेन्द्र पुरोहित, प्रेम नारायण व्यास, डॉ. कृष्णा आचार्य, राजाराम स्वर्णकार, नवनीत आचार्य सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

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