बीकानेर। श्रमिकों को कर्मचारी राज्य बीमा निगम से संबंधित समस्याओं एवं हितलाभों में आ रही समस्याओं एवं उनके निवारण हेतु बीमा आयुक्त दिल्ली दीपक जोशी के नेतृत्व में परिचर्चा का आयोजन बीकानेर जिला उद्योग संघ में हुआ | बीकानेर जिला उद्योग संघ अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया ने निगम से संबंधित समस्याओं को रखते हुए बताया कि ईएसआईसी की साईट पिछले 6 माह से व्यवस्थित नहीं चल रही है जिसमें पिछले महीने तो इसकी हालत ज्यादा ही खराब थी जिससे समय पर चालान जमा नहीं हो पाते हैं जिससे इकाई के 12% ब्याज व 25% पेनल्टी लगती है और इनकम टेक्स में भी छूट नहीं मिलती और श्रमिक को ईएसआई सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पाता है | साईट ना चल पाने के कारण नए कर्मचारी के नंबर नहीं ले पाते हैं और इस दौरान यदि कोई दुर्घटना हो जाती है तो इसकी सारी जिम्मेवारी इकाई मालिक पर आ जाती है | बीकानेर में रिको के 14 औद्योगिक क्षेत्र व अन्य निजी क्षेत्रों में भी उद्योग संचालित हो रहे हैं जिनमें हजारों की संख्या में श्रमिक कार्यरत है | वर्तमान में जैसलमेर रोड़ स्थित ईएसआई अस्पताल जो कि 30 बैड का बना हुआ है | इस संस्थान को 100 बैड में क्रमोन्नत करने हेतु निगम को शिविर तथा अन्य जागरूकता माध्यमों से श्रमिकों को जोड़ना चाहिए ताकि अस्पताल में बैड की संख्या बढ़ सके जिससे श्रमिकों को और अधिक चिकित्सकीय सुविधाओं का लाभ मिल सके | करणी इंडस्ट्रीज एसोसिएसन के अध्यक्ष महेश कोठारी ने बताया कि ईएसआई में पंजीकृत मरीजों को वर्तमान में पीबीएम अस्पताल में आवश्यकतानुसार रेफर किया जाता है | ईएसआईसी का क्षेत्र बढाते हुए ईएसआईसी में प्राइवेट सुपर स्पेशलिटी अस्पतालों को पैनल में शामिल किया जाए ताकि मरीजों को सभी प्रकार की बीमारियों जैसे हृदयघात, सर्जरी जैसी बीमारियों में बेहतर इलाज प्राप्त हो सके | श्रमिक को रेफर करने पश्चात बीमारी का खर्च श्रमिक व उसके परिवार पर आ जाता है जिसको वो इधर उधर से लेकर अपनी बीमारी पर खर्च करता है और उपचार पश्चात मिलने वाला क्लेम मिलते मिलते लगभग 6 से 8 माह का समय लग जाता है जिससे श्रमिक को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है | बीकानेर जिला उद्योग संघ एवं अन्य औद्योगिक संस्थाओं द्वारा आयुक्त दीपक जोशी का स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया गया | इस अवसर पर ईएसआई के अधीक्षक डॉ. सीयाराम मीणा, ब्रांच मैनेजर गंगासिंह, उद्योगपति पंकज बिहाणी, राजाराम सारडा आदि उपस्थित हुए |
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