बीकानेर। श्री डूंगरगढ़ वन क्षेत्र में पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने के मसले पर भारत तिब्बत सहयोग मंच के प्रतिनिधि मंडल ने संभागीय आयुक्त से मुलाकात की।
पिछले दिनों श्रीडूंगरगढ में वनक्षेत्र में वनविभाग के कार्मिकों की मिलीभगत से लकड़ी काट उसका कोयला बनाकर बेचने के मामलें में हो रही ढिलाई को देखते हुए मंगलवार को भारत तिब्बत सहयोग मंच के जोधपुर प्रान्त के पर्यावरण प्रकोष्ठ के प्रान्त संयोजक शिवराज बिश्नोई तथा प्रकृति संरक्षण प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय सह संयोजिका श्रीमती सुधा आचार्य और बीकानेर की जिला ईकाई के उपाध्यक्ष दिलीप पुरी के नेतृत्व में एक शिष्टमण्डल जिसमें प्रोमिला गौतम, राधा खत्री, भगवती स्वामी, देवेन्द्र पुरी आदि शामिल रहे। संभागीय आयुक्त श्री नीरज के पवन से मिला। संभागीय आयुक्त महोदय ने तत्परता दिखाते हुए तुरंत कार्यवाही की, जिसकी वजह से उसी दिन शाम तक श्रीडूंगरगढ रंेजर जितेन्द्र कुमार को निलंबित करते हुए आगे की जाँच बीकानेर डीएफओ ई रंगास्वामी से करवाने का निर्णय लिया। जिसमें डीएफओ कर्मचारियों की लापरवाही और मिलीभगत सहित पूरे मामले की जांच करेंगे, और सात दिन में विस्तृत जांच पूरी कर रिपोर्ट जयपुर भेजनी होगी व जांच में जिम्मेवार कार्मिकों के खिलाफ अनुशासनिक कार्यवाही का प्रस्ताव भी देना होगा। भारत तिब्बत सहयोग मंच संभागीय आयुक्त श्री नीरज के पवन द्वारा की गई कार्यवाही के लिये उनका हार्दिक धन्यवाद ज्ञापित करता है। इस दौरान भारत तिब्बत सहयोग मंच के प्रोमिला गौतम, राधा खत्री, भगवती स्वामी, देवेन्द्र पुरी, मुकेश बन, धनपत मारू, महावीर उपाध्याय, अनिल गिरी, नरेन्द्र सिंह भाटी, किशन पाणेचा आदि उपस्थित रहे।
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