हनी ट्रेप गैंग ने पूर्व सैनिक को भी किया ब्लैकमेल:बोला- रेप का झूठा मामला दर्ज करवाकर 13 लाख हड़पे, सहयोगी कॉन्स्टेबल गिरफ्तार
अलवर

अलवर में पुलिसकर्मियों को हनी ट्रेप के मामले में फंसाने वाले गिरोह के शिकार लोग सामने आने लगे है। अब पूर्व सैनिक ने गिरोह की सरगना महिला के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। महिला ने पूर्व सैनिक को भी ब्लैकमेल कर करीब 13 लाख रुपए हड़पे थे।
गिरोह का खुलासा भरतपुर के कुम्हेर थाने के CI और जोबनेर थाने के कॉन्स्टेबल से करीब 1 करोड़ रुपए ठगने के बाद हुआ था। मामले में चौंकाने वाली बात सामने आई थी कि कुम्हेर थाने कॉन्स्टेबल विनोद चौधरी के अलवर स्थित घर से ही पूरा गिरोह काम करता था। मकान पुलिसकर्मी का है और बाहर नेम प्लेट दूसरे लोगों की लगी थी। विभाग ने उसे सस्पेंड कर गिरफ्तार कर लिया।

गिरोह में शामिल महिलाओं को ले जाती पुलिस।
गिरोह के 8 लोग गिरफ्तार
मामले में गिरोह की सरगना सहित अन्य 8 आरोपी पुलिस की गिरफ्त है। पूर्व सैनिक ने महिला के खिलाफ अलवर के अरावली विहार थाने में मामला दर्ज करवाया है। पीड़ित पूर्व सैनिक के अनुसार महिला ने उसके खिलाफ रेप का मुकदमा दर्ज कराकर करीब 13 लाख रुपए वसूले थे।
पूर्व सैनिक बोला-गलत हरकत देख कमरा खाली करने को बोला
पूर्व सैनिक ने बताया- वह 4 साल पहले देव इंटरनेशनल कॉलेज में गया था। वहां गिरोह की सरगना महिला और उसकी बहन सुनीता मिली थी। इसके बाद उन्हें कमरा किराए पर दिया। लेकिन उनकी हरकतों को देखकर कमरा खाली करने का बोला था। हालांकि दोनों बहनें मेरे कागज लेकर चली गई। बाद में मेरी पत्नी को लेकर गलत बातें करने लगी।
महिला ने प्लॉट और 15 लाख मांगे
काफी दिनों के बाद मुझे कागज लेने के लिए दूसरी जगह बुलाया। वहां कॉन्स्टेबल विनोद और इनके परिवार के लोग मौजूद थे। इस दौरान ये मुझसे झगड़ने लगे। अगले दिन एक वकील के जरिए महिला ने मेरे खिलाफ रेप का मुकदमा दर्ज कराया। महिला ने एक प्लॉट और 15 लाख रुपए मांगे थे। वकील और एक पुलिसकर्मी समझौता कराने के लिए अड़े रहे। मुझे ब्लैकमेल किया कि तुम्हारे अश्लील फोटो वीडियो हैं। तुम मुझसे शादी करो।

पुलिस गिरफ्त में डीग के खोह थाने के कॉन्स्टेबल विनोद चौधरी।
गिरोह के पकड़ने जाने पर करवाया मामला दर्ज
पूर्व सैनिक ने बताया कि महिला हमारे मिलने वालों को कहने लगी कि मैंने पूर्व सैनिक रमेश से शादी कर ली। वकील और पुलिसकर्मी सहित सबने मिलकर 13 लाख रुपए लेकर मामले का सेटलमेंट किया था। अब पेपर में खबर आई तो मुझे लगा कि इसकी असलियत को बताना चाहिए। इसके बाद अरावली विहार थाने में आया है। जिन सीआई व पुलिसकर्मी को हनीट्रैप में फंसाया उनसे भी मिला। उसके बाद मैंने मुकदमा दर्ज कराया है। अब मैं पर्यटन विभाग में कार्यरत हूं।
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