8 हजार के लिए हुई थी अमेरिकी डॉक्टर की हत्या:कॉलगर्ल सप्लायर ने रुपए लेते ही दौड़ाई कार; खंभे पर सिर टकराने से मौत
उदयपुर

रात 11:45 पर NRI डॉ. संजय पटेल के फोन की घंटी बजी। वो होटल रूम से नीचे आए और लॉबी में आकर बैठ गए। कुछ देर तक उन्होंने होटल की लॉबी में बैठकर फोन पर बात की और टहलते हुए बाहर आ गए। इस दौरान भी वो फोन पर ही बातचीत कर रहे थे। कुछ देर बाद एक जोरदार धमाका होता है। होटल के गार्ड और दोस्त जब वहां पहुंचे तो देखा डॉ. संजय खून से लथपथ होकर सड़क पर गिरे हुए थे। उनके सिर से खून बह रहा था। उन्हें हॉस्पिटल पहुंचाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

डॉ. संजय अमेरिका के टेक्सास में अपने परिवार के साथ रहते हैं। वे 3 दिन के लिए उदयपुर घूमने आए थे।
सबसे बड़ा सवाल थाये कोई हादसा था या डॉ. पटेल की हत्या की गई थी? वे उदयपुर पहली बार आए थे तो वो किसी को जानते नहीं थे। सवाल ये भी था कि इतनी रात को वे सड़क पर गए ही क्यों?
जब ये गुत्थी सुलझी तो उनके दोस्तों और परिजनों के होश उड़ गए।

ये वो होटल है जहां डॉ. संजय, जयेश और राकेश ठहरे थे। इसी होटल के सामने उनकी हत्या हुई।
पढ़िए कैसे सॉल्व हुई ये मर्डर मिस्ट्री
गोवर्धन विलास थानाधिकारी अजय सिंह राव ने बताया- गुजरात के मेहसाणा निवासी NRI डॉ. संजय (54) एक महीने पहले ही अमेरिका के टेक्सास से इंडिया आए थे। यहां 1 दिसंबर को दोस्त की शादी अटेंड करने के बाद उन्होंने अपने 2 दोस्तों जयेश पटेल (53) राकेश कुमार त्रिवेदी (52) के साथ उदयपुर घूमने का प्लान बनाया।
वे 3 दिन के लिए उदयपुर रुकने वाले थे। 9 दिसंबर की रात फतह सागर और चेतक सर्किल घूमने के बाद तीनों ने सेक्टर 14 स्थित डाउन टाउन होटल में बुकिंग करवाई।
गार्ड ने बताया- दोस्त सड़क पर खून से लथपथ पड़ा है
पुलिस के अनुसार देर रात 11.30 बजे तीनों दोस्तों ने खाना खाया और अपने-अपने रूम में सोने के लिए चले गए। इसके बाद करीब ढाई बजे दो दोस्तों को आकर होटल के गार्ड ने उठाया और बताया कि आपके दोस्त डॉ. संजय सड़क पर खून से लथपथ पड़े हैं। दोनों वहां पहुंचे तो देखा सड़क के बीचोंबीच डॉ. संजय मुंह के बल गिरे थे और उसके सिर से खून बह रहा था। जयेश और राकेश के होश उड़ गए।
हादसा या हत्या?
संजय यहां कैसे आए? उन्हें किसने मारा या कोई कार उन्हें टक्कर मार गई सारे सवाल उठने लगे। इसी दौरान राहगीरों की सूचना पर गोवर्धन विलास थानाधिकारी अजय सिंह राव यहां पहुंच चुके थे। डॉ. संजय NRI थे तो हाई प्रोफाइल मामला होने के कारण पुलिस ने रात को कार्रवाई शुरू कर दी। CCTV फुटेज खंगाले तो चौंका देने वाला खुलासा हुआ-

ये है वो कार जिससे डॉ. संजय लटके थे। इसी के नंबरों के आधार पर पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया।
कार के दरवाजे पर झूल गए थे डॉ. संजय
फुटेज में डॉ. संजय रात ढाई बजे होटल के बाहर निकलते हुए नजर आ रहे थे। वो किसी से फोन पर बात करते हुए दिखाई दिए। इस दौरान सामने से एक ग्रे कलर की स्विफ्ट कार आने पर उन्होंने अपना फोन काटा। वो उसी कार के पास गए और अंदर बैठे लोगों से बात करने लगे। बातचीत कुछ देर में बहस में बदल गई।
अचानक कार वहां से तेज रफ्तार में निकलती है और डॉ. संजय उसके दरवाजे पर लटके हुए नजर आते हैं। करीब 20 मीटर तक कार उन्हें घसीटते हुए ले जाती है। होटल से 20 मीटर दूरी पर खड़ी एक ब्रेजा कार से टकराकर वो घिसटते हुए कार के आगे लगे एक खंभे से टकराते हैं। इसके बाद वो बेहोश हो जाते हैं और सर से खून बहने लगता है। उन्हें रात को ही हॉस्पिटल पहुंचाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
थानाधिकारी अजय सिंह राव ने बताया पुलिस ने CCTV फुटेज के आधार पर स्विफ्ट कार की तलाश शुरू की। आरोपियों के ठिकानों पर दबिश दी। हादसे के 2 दिन बाद 11 दिसंबर को हितेश उदासी उर्फ राहुल पुत्र राजेश उदासी निवासी सवीना और दिनेश साहू उर्फ लंगड़ा पुत्र निर्मल साहू निवासी धानमंडी को गिरफ्तार किया।

ग्रे कलर की स्विफ्ट से लटकते हुए डॉ. संजय का सिर पहले इसी ब्रेजा कार से टकराया था। इसके बाद आगे लाल घेरे में नजर आ रहे लोहे के खंभे से जा लगा।
8000 में हुआ था कॉल गर्ल सौदा
पुलिस को आरोपियों ने पूछताछ में बताया- डॉ. संजय ने कॉल गर्ल की सप्लाई के लिए फोन किया था। लगभग ढाई बजे के करीब फोन पर उनकी पसंद की गई कॉल गर्ल को सप्लाई करने होटल के पास पहुंचे थे। इसी दौरान उनके बात करने के तरीके और कपड़ों से आरोपी हितेश और दिनेश को भनक लग गई कि डॉ. NRI हैं और यहां घूमने आए हैं। लगभग 8 हजार रुपए में कॉल गर्ल के लिए डॉ. संजय से सौदा हुआ था। ऐसे में आरोपियों ने संजय से पहले रुपए देने और फिर कॉल गर्ल को ले जाने की बात कही। डॉ. संजय ने जैसे ही रुपए गिनकर आरोपियों को दिए आगे बैठे ड्राइवर ने कार तेज स्पीड में भगा दी।

पुलिस ने 2 दिन बाद आरोपियों को पकड़ लिया। उनसे पूछताछ के बाद पूरी घटना का खुलासा हुआ।
संजय गाड़ी के आगे वाले दरवाजे की विंडो को कसकर पकड़ कर झूल गए। कार की स्पीड बढ़ने लगी। करीब 20 मीटर होटल के कुछ दूर आगे एक घर के बाहर खड़ी ब्रेजा कार से डॉ. संजय टकराए इसके बाद एक बिजली के खंभे से सीधा सिर टकराया। उनकी पकड़ छूट गई और वे वही गिर पड़े।
आरोपियों को 13 दिसंबर को पुलिस ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने आरोपियों से वारदात में उपयोग ली गई कार और दिनेश का मोबाइल भी जब्त किया है। DSP रजत विश्नोई ने बताया कि मामले में पकड़े गए आरोपियों का नेटवर्क के बारे में पूछताछ की जा रही है। यह पता लगाया जा रहा है कि उनके साथ इस वारदात में कौन-कौन शामिल थे।
रविवार को हुआ अंतिम संस्कार
डॉ. संजय के दोस्त प्रग्नेश पटेल ने बताया कि बहन शिल्पा भी अमेरिका में ही रहती हैं। ऐसे में 9 दिसंबर से उनका शव डीप फ्रीज में रखा था। रविवार को जब उनकी बहन मेहसाणा पहुंची तब अंतिम संस्कार कराया गया। डॉ. संजय की दो बेटियां हैं एक कॉलेज में पढ़ रही है और एक 11वीं क्लास में पढ़ती हैं। वे 10 साल से अमेरिका में रह रहे थे।











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