970 करोड़ की लागत, 1224 सासंदों के बैठने की जगह… नए संसद भवन का 26 मई को PM मोदी करेंगे उद्घाटन, जानिए खासियतें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 मई को देश के नए संसद भवन का उद्घाटन कर सकते हैं। पीएम मोदी ने इस दिन नौ साल पहले 2014 में पद की शपथ ली थी। इस अत्याधुनिक नए संसद भवन में सुरक्षा के लिहाज से कई हाईटेक इंतजाम किए गए हैं
new parliament house
भारत का नया संसद भवन बनकर तैयार हो गया है। उम्मीद की जा रही है कि नव निर्मित संसद भवन का औपचारिक उद्घाटन इस महीने के अंत तक किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन कर सकते हैं। बता दे कि 26 मई के दिन पीएम मोदी ने नौ साल पहले 2014 में प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। ऐसे में उनके लिए यह एक ऐतिहासिक अवसर भी होगा। हालांकि अभी तक इसको लेकर कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है। आइए जानते हैं देश के नए संसद भवन का निर्माण कब शुरू हुआ, इसकी कितनी लागत आई और इस बिल्डिंग में क्या विशेषताएं हैं।
15 जनवरी 2021 में शुरू हुआ था निर्माण
प्रधानमंत्री मोदी ने 10 दिसंबर, 2020 को नए संसद भवन की आधारशिला रखी थी। तब पीएम मोदी ने कहा था कि देश के संसद भवन के निर्माण की शुरुआत हमारी लोकतांत्रिक परंपराओं के सबसे महत्वपूर्ण चरणों में से एक है। त्रिकोणीय आकार के संसद भवन का निर्माण 15 जनवरी 2021 में शुरू हुआ था। इस बिल्डिंग में देश की लोकतांत्रिक विरासत, भोजन क्षेत्र और पर्याप्त पार्किंग के साथ एक भव्य संविधान कक्ष भी बनाया गया है।
970 करोड़ रुपये की लागत का अनुमान
प्रधानमंत्री मोदी 26 मई को 970 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बने नए संसद का उद्घाटन करने जा रहे है। सूत्रों ने कहा कि ऐसी अटकलें हैं कि G20 देशों के संसदों के अध्यक्षों की बैठक इस साल के अंत में नए भवन में हो सकती है। हालांकि अभी आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
चार मंजिला भवन में 1,224 सांसदों के बैठने की व्यवस्था
नए संसद में कई आधुनिक, हाईटेक और सुरक्षा के लिहाज से इंतजाम किए गए हैं। इसके लिए मार्शल और कर्मचारियों की नई ड्रेस होगी। एक रिपोर्ट के मुताबिक, ये नई यूनिफॉर्म NIFT ने डिजाइन की है। साथ ही यहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। चार मंजिला संसद भवन में कुल 1,224 सांसदों के बैठने की व्यवस्था की गई है।
सांसदों, VIP और विजिटर्स के लिए अलग-अलग एंट्री गेट
64,500 वर्ग मीटर के क्षेत्र में बने इस नए संसद भवन में तीन एंट्री गेट बनाए गए हैं। इनका नाम ज्ञान द्वार, शक्ति द्वार और कर्म द्वार रखा गया है। इसमें सांसदों, VIP और विजिटर्स के लिए अलग-अलग प्रवेश द्वार बने हुए है। इसमें एक अन्य आकर्षण कांस्टीट्यूशन हॉल है, जिसे देश की लोकतांत्रिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए बनाया गया है।
गांधी, सुभाष से लेकर प्रधानमंत्रियों की तस्वीरें
नए भवन को भारतीय संस्कृति, क्षेत्रीय कला, शिल्प और वास्तुकला से मिलाकर सजाया जाएगा। डिज़ाइन योजना में केन्द्रीय संवैधानिक गैलरी को स्थान दिया गया है। आम लोग इसे देख सकेंगे। इस संसद भवन में महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस और देश के अन्य प्रधानमंत्रियों के तस्वीर होंगे।
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